मुन्नालाल गर्ल्स कॉलेज, सहारनपुर

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मुन्नालाल एवं जयनारायण खेमका गर्ल्स कालेज भारत के उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित सहारनपुर जिले का एक महिला विद्यालय है जिसमें स्नातकोत्तर शिक्षा तक की व्यवस्था है। इस विद्यालय की स्थापना पद्मश्री सेठ बद्री प्रसाद बाजोरिया की प्रेरणा से बृज ट्रांसपोर्ट कम्पनी, सहारनपुर के मालिक स्वर्गीय सेठ मुन्ना लाल द्वारा दान की गई एक लाख रुपये की धनराशि से हुआ था। स्थानीय जे. बी.एस गर्ल्स कालेज के संस्थापक सचिव लाला राज किशोर अग्रवाल ने उक्त कॉलेज का भवन कक्षाएँ लगाने हेतु प्रदान कर इस नवजात संस्था को सहयोग दिया और वे सेठ बद्रीप्रसाद बाजोरिया के अनुरोध पर इस संस्था के भी संस्थापक सचिव बने। उत्तर भारत की इस शिक्षण संस्थान की प्रथम प्राचार्या कु० अ० कमला थीं। १९७० में मैसर्स मामचन्द राधाकिशन की ओर से स्वर्गीय श्री जयनारायण खेमका की स्मृति में १,३०,००० रुपये की धनराशि दान देने के फलस्वरूप इस महाविद्यालय का नाम मुन्ना लाल एण्ड जयनारायण खेमका गर्ल्स कालेज कर दिया गया। जो संस्था मुन्ना लाल डिग्री कालेज के नाम से मात्र ४ शिक्षिकाओं और ९६ छात्राओं के साथ उधार के भवन में शुरु हुईं थीं, आज पूरे जनपद में छात्राओं के लिये स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षण का आधार स्तंभ है। वर्ष १९६६ में शुरु हुई इस शिक्षण संस्था ने १९९१-९२ में अपना रजत जयंती वर्ष राज्यपाल महोदय, उत्तर प्रदेश के सभापतित्व में मनाया।

मुन्नालाल गर्ल्स कॉलेज, सहारनपुर
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Munnalal Girls College, Saharanpur
||मुन्नालाल गर्ल्स कॉलेज,सहारनपुर]]
मुन्नालाल गर्ल्स कॉलेज,सहारनपुर

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वर्तमान में चिलकाना चुंगी के पास २८,७६४ वर्ग गज़ में स्थित इस संस्था के पास पांच भवन हैं- प्रशासकीय कक्ष, शिक्षण कार्य का मुख्य भवन, पुस्तकालय भवन, जलपान गृह, कम्प्यूटर लैब तथा सभागार। सभागार निर्माण में सहयोग देने पुन: बाजोरिया परिवार आगे आया और श्री शिवशंकर बाजोरिया (प्रधान कार्यकारिणी समिति) की प्रेरणा से २,१०,००० रुपये की धनराशि श्री राघवेन्द्र, चैरिटेबल ट्रस्ट, कलकत्ता से प्राप्त हुई। १९९१-९२ में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सहयोग से स्टाफ़ क्वार्टर्स का निर्माण हुआ। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सहयोग से गृह विज्ञान प्रयोगशाला विस्तार का कार्य एवं संस्कृत विभाग के लिये एक अध्ययन कक्ष का निर्माण हुआ। कालेज में ९ विषयों में स्नातकोत्तर शिक्षण और ११ विषयों में स्नातक स्तर पर शिक्षा प्रदान की जाती है। सत्र १९९५-९६ में एम. ए. (ड्राईंग एवं पेण्टिंग) तथा सत्र २००१-०२ में एम. ए. गृह विज्ञान एवं वाणिज्य विषयों में भी कक्षायें प्रारंभ हो गईं हैं। एन. सी. सी, रेंजर ग्रुप, पर्यावरण एवं एन. एस. एस की इकाई भी यहाँ है तथा खेलों के लिये भी विशेष सुविधाएँ हैं। इन सभी इकाईयों के लिए अलग कक्षों की व्यवस्था है। राज्य सरकार के पिछड़ा कल्याण वर्ग द्वारा महिला छात्रावास निर्माणाधीन है, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय, नई दिल्ली द्वारा महाविद्यालय को अपने विस्तार कार्यक्रम में शामिल किया गया है। महाविद्यालय का प्रवक्ता वर्ग शिक्षा जगत में होने वाले परिवर्तनों के अनुरूप छात्राओं के व स्वयं के विकास के लिए गतिशील रहता है। यह महाविद्यालय NAAC गुणवत्ता मानक B+ प्राप्त करने वाला सहारनपुर जनपद का प्रथम महाविद्यालय है।[१]

सन्दर्भ

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