बिलासपुर जिला, छत्तीसगढ़

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बिलासपुर
—  जिला  —
समय मंडल: आईएसटी (यूटीसी+५:३०)
देश साँचा:flag
राज्य छत्तीसगढ़
महापौर श्री रामशरण यादव
जनसंख्या
घनत्व
२६,६३,६२९ (साँचा:as of)
• ३२२
आधिकारिक भाषा(एँ) छत्तीसगढ़ी, हिन्दी, अंग्रेज़ी
क्षेत्रफल
ऊँचाई (AMSL)
८१७२ कि.मी²
• २६४ मीटर
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आधिकारिक जालस्थल: bilaspur.gov.in

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मानचित्र में बिलासपुर

बिलासपुर भारत के छत्तीसगढ़ राज्य का एक जिला है। इसका मुख्यालय बिलासपुर है जो राज्य की राजधानी नया रायपुर से ९२ किलोमीटर उत्तर में स्थित है तथा प्रशासनिक एवं शहरी दोनों क्षेत्रों में राज्य का दूसरा सबसे प्रमुख एवं बड़ा शहर है। छत्तीसगढ़ राज्य का उच्च न्यायालय भी इसी शहर में स्थित है अतः इसे 'न्यायधानी' होने का भी गौरव प्राप्त है।

बिलासपुर सुगंधित दूबराज चावल की किस्म के लिए भी प्रसिद्ध है। इसके अलावा यहाँ हथकरघा उद्योग से निर्मित कोसे की साड़ियाँ भी देशभर में विख्यात है। बिलासपुर सांस्कृतिक रूप से भी समृद्ध है और यहाँ की संस्कृति अनेक विविधताओं एवं रंगों को समाहित किये हुए है।

इतिहास

ऐतिहासिक रूप से बिलासपुर, रतनपुर के कलचुरी राजवंश का भाग था। शहर का मूल रूप यद्यपि, १७७४ के आप-पास मराठा राजवंश के समय आया था। मराठा राजवंश ने यहाँ किलों का भी निर्माण प्रारम्भ कराया था, हालांकि वो कभी पूरा नहीं हो सका। सन १८५४ में ब्रिटिश सरकार की ईस्ट इंडिया कंपनी ने बिलासपुर का अधिग्रहण कर लिया इसके पूर्व यह मराठा आधिपत्य में था। बिलासपुर का अधिग्रहण तब अस्तित्व में आया जब इस क्षेत्र के भोंसले राजा (नागपुर राजवंश) निःसंतान मृत्यु को प्राप्त हो गए थे। इम्पीरियल गज़ेटियर ऑफ़ इंडिया के अनुसार इस शहर का नाम 'बिलासपुर', सत्रहवीं शताब्दी की मत्स्य-महिला 'बिलासा' के नाम पर पड़ा।[१] बिलासपुर के बारे में माना जाता है की यह लम्बे समय तक मछुवारों की बस्ती रहा है। बिलासपुर जिले का गठन १८६१ में हुआ तथा बिलासपुर नगर निगम १८६७ में अस्तित्व मैं आया। १९०१ में बिलासपुर की जनसंख्या १८,९३७ थी जो कि ब्रिटिश राज के केंद्रीय सूबे में आठवीं सबसे बड़ी थी।

भौगोलिक स्थिति

बिलासपुर २२.२३ अंश उत्तर तथा ८२.०८ अंश में स्थित है। समुद्री तल से इसकी औसत ऊंचाई २६४ मीटर (८६६ फीट) है। वर्षाधारित अरपा नदी इस जिले की जीवनरेखा मानी जाती है, जिसका उद्गम मध्य भारत के मैकल पर्वत श्रेणियों से होता है। बिलासपुर के उत्तर में कोरिया तथा शहडोल जिला, पश्चिम में मुंगेली, दक्षिण में बलौदाबाजार भाटापारा तथा पूर्व में कोरबा एवं जांजगीर-चाम्पा जिले स्थित हैं।

जनसांख्यिकी

२०११ की जनसंख्या के अनुसार बिलासपुर की जनसंख्या २,६६३,६२९ है जिसमे पुरुष १,३५१,५७४ तथा महिलाएं १,३१२,०५५ हैं। औसत साक्षरता ७०.७८% है। पुरुषो में ८१.५४% तथा महिलाओं में ५९.७१% साक्षर हैं। १५.३१% जनसंख्या ६ वर्ष से नीचे की आयु की है[२]. बिलासपुर शहर का संचालन बिलासपुर नगर पालिका निगम के अंतर्गत होता है।[३]

संस्कृति

भारतवर्ष में मनाये जाने वाले सभी त्यौहार हर्षोल्लास एवं धर्म-निरपेक्ष रूप से मनाये जाते हैं। स्थानीय पर्व जैसे कि सुआ-नृत्य, भोजली, रावत-नाच, पोला इत्यादि भी ग्रामीण क्षेत्रों में प्रचलित हैं |

मनोरंजन और अर्थव्यवस्था

ऊर्जा के क्षेत्र में बिलासपुर संभाग का देश में एक महत्त्वपूर्ण स्थान है। बिलासपुर और इसके आस-पास के क्षेत्रों के विद्युत-गृहों से लगभग १०,००० मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है और इसे आने वाले वर्षों में ५०,००० मेगावाट तक करने का लक्ष्य रखा गया है। कोयला उत्पादन में बिलासपुर संभाग के कोरबा का विशिष्ट स्थान है। एस.ई.सी.ल का मुख्यालय भी सीपत रोड बिलासपुर में स्थित है। एस.ई.सी.ल कोल इंडिया लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है जिसे भारत सरकार के कोयला मंत्रालय से 'मिनी-रत्न' कंपनी होने का दर्जा प्राप्त है। मुख्य बाज़ार गोल बाज़ार के नाम से जना जाता है। गोल-बाज़ार, सदर-बाज़ार और कंपनी गार्डन काफी व्यस्त क्षेत्र हैं। व्यापार-विहार एक नया विकसित क्षेत्र है जो कि एक महत्त्वपूर्ण आर्थिक और वस्तुओं के आदान-प्रदान का केंद्र है।

उद्योग: बिलासपुर के आस-पास कई औद्योगिक क्षेत्र हैं जिनमे तिफरा-सिरगिट्टी तथा सिलपहरी महत्त्वपूर्ण हैं। बी.ई.सी-खाद उद्योग –जो कि बी.ई.सी इंजीनियरिंग कारपोरेशन का एक अंग है, सिरगिट्टी औद्योगिक क्षेत्र में स्थित है। इसके अलावा यहाँ छत्तीसगढ़ लघु एवं सहायक उद्योग भी संचालित है।

उर्जा-गृह: बिलासपुर के सीपत में स्थित एन.टी.पी.सी. का उर्जा-गृह है कुल क्षमता २९८० मेगावाट की है।[४]. इसके अतिरिक्त नोवा, महानदी, गीतांजलि आदि के भी छोटे विद्युत् गृह हैं।

शौपिंग मॉल्स: सिटी -३६ (मंगला चौक) तथा रामा मैग्नेटो मॉल (श्रीकांत वर्मा मार्ग) में स्थित है। सत्यम-चौक के पास ही बिग-बाज़ार भी स्थित है। कुछ नए मॉल (सिटी सेन्टर तथा रामा आर्किड मॉल) भी निर्माणाधीन हैं। रामा मैग्नेटो मॉल में ही चार पर्दों वाला पी.व्ही.आर सिनेमाघर भी है। इसी प्रकार सिटी-३६ मॉल में कार्निवाल सिनेमा घर भी है।

आवागमन

रेलवे

बिलासपुर रेलवे स्टेशन छत्तीसगढ़ के व्यस्ततम् रेलमार्गों में से एक है और मध्य भारत में चौथा सबसे व्यस्त रेलमार्ग है। दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे जोन का मुख्यालय भी बिलासपुर में ही स्थित है। यह भारत के लगभग सभी राज्यों से रेल मार्ग द्वारा जुड़ा हुआ है। राजधानी एक्सप्रेस बिलासपुर से नयी दिल्ली को जोड़ती है। बिलासपुर स्टेशन हावड़ा-मुंबई मार्ग के टाटानगर-बिलासपुर सेक्शन का एक मुख्य स्टेशन है। दूसरी महत्त्वपूर्ण रेल लाइन बिलासपुर-कटनी है। अन्य मुख्य रेलवे स्टेशन हैं:

  • पेंड्रारोड
  • उस्लापुर
  • चकरभाटा
  • दाधापारा
  • गतोरा

बिलासपुर में ही दक्षिण-पूर्व-मध्य रेलवे का मुख्यालय भी है, जिसके अंतर्गत बिलासपुर, रायपुर एवं नागपुर मंडल आते हैं।[५] स्क्रिप्ट त्रुटि: "main" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।

बस

बिलासपुर से राज्य के लगभग सभी हिस्सों को जोड़ने के लिए बस सेवाएं उपलब्ध हैं। अंतर्राज्यीय बस सुविधा भी उपलब्ध है जो कि देश के विभिन्न राज्यों से बिलासपुर को जोड़ता है। हाल ही में बढ़ते हुए यातायात को देखते हुए एक नया बस-अड्डा तिफरा नामक स्थान में स्थापित किया गया है। इसमें उपलब्ध सुविधाओं के कारण इसे हाई-टेक बस अड्डा कहा जाता है। शहर के मुख्य मार्गों पर सिटी-बस की सुविधा भी शुरू की गयी है।

सड़क यातायात

बिलासपुर राष्ट्रीय राजमार्ग जाल के द्वारा मुंबई तथा कोलकाता से जुडा हुआ है। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक -१३० इसे रायपुर से जोड़ता है। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-१११ बिलासपुर से प्रारंभ होता है जो कि अंबिकापुर तथा वाराणसी को जोड़ता है। अन्य राजकीय राजमार्गों में राजमार्ग ७ बिलासपुर से जबलपुर को जोड़ता है व्हाया मुंगेली-कवर्धा-मंडला तथा राजकीय राजमार्ग ५ बिलासपुर को अमरकंटक-शहडोल-अलाहाबाद से जोड़ता है। स्थानीय यातायात के लिए ऑटो-रिक्शा या फिर मानव् चालित रिक्शा भी उपलब्ध हैं। हालाँकि सुनियोजित योजना के अभावों के कारण यातायात में बाधा एक आम समस्या बनी हुई है।

हवाई अड्डा

बिलासपुर शहर से निकटतम हवाई अड्डा रायपुर स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा लगभग १३१ किलोमीटर की दूरी पर है। बिलासपुर और आसपास के क्षेत्रों से गरीब और धीमी गति से सड़क संपर्क, यह रायपुर हवाई अड्डे तक पहुंचने के लिए ३-४ घंटे लग सकते हैं। रायपुर हवाई अड्डे से इंडिगो, जेट एयरवेज और एयर इंडिया के दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, नागपुर, हैदराबाद, इंदौर, कोलकाता, भोपाल, और विशाखापट्नम के लिए नियमित उड़ानें हैं।

बिलासपुर मे वीआईपी और सैन्य संचालन के लिए चकरभाटा हवाई अड्डे पर एक हवाई पट्टी है। अतिरिक्त 2 हवाई पट्टियों- कोटा रोड (मोहनभाटा हवाई पट्टी) और Mulmula पर हैं। इन हवाई पट्टियाँ भारत के रक्षा मंत्रालय के अधीन हैं और द्वितीय विश्व युद्ध के बाद अप्रयुक्त रही हैं।

बिलासपुर और छत्तीसगढ़ राज्य के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली, मुंबई, बंगलौर आदि के लिए सीधी कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए वाणिज्यिक और नागरिक हवाई अड्डे की जरूरत है। तथा इसी को ध्यान में रखते हुए उड़ान योजना के अंतर्गत बिलासपुर में हवाई अड्डे का निर्माण किया जा रहा है जो लगभग पूरा हो गया है तथा लाइसेंस भी मिल चुका है तथा यहाँ से दिल्ली, मुंबई, कोलकाता ,चैन्नई ,बैंगलूरू,भुवनेश्वर,नागपुर,इंदौर,भोपाल,रांची विशाखापटनम,तथा भारत के अन्य प्रमुख शहरों के लिए फ्लाइटें चलानें की योजना प्रस्तावित है।

पर्यटन-आकर्षण

  • मल्हार-ऐतिहासिक महत्त्व
  • अमरकंटक-नर्मदा और सोन नदी का उद्गम
  • कानन-पेंडारी चिड़ियाघर
  • ताला गाँव-रूद्र शिव की प्रतिमा
  • सेतगंगा का श्रीरामजानकी मन्दिर
  • रतनपुर का महामाया मन्दिर
  • अय्यप्प मन्दिर, तिफरा पुल के पास
  • खुडिया एवं खूटाघाट बाँध, रतनपुर
  • रानी सती मन्दिर
  • मनोरंजन पार्क: विवेका नंद उद्यान( कंपनी गार्डन), स्म्रीति उद्यान( ऊर्जा पार्क)
  • अचानकमार वाइल्डलाइफ सेंचुरी एवं टाइगर रिज़र्व
  • चैत्तुरगढ, पाली, कोरबा
  • मरीमाई मंदिर भनवारटंक
  • नर्मदा धाम बेलपान
  • विजयपुर किला

बिलासपुर शहर के भीतर दर्शनीय स्थान

  • विवेकानंद उद्यान
  • दीनदयाल उद्यान
  • उर्जा-पार्क
  • स्मृति-वन
  • यातायात-पार्क (बिलासपुर-सीपत रोड के लगरा ग्राम में स्थित)
  • बिलासा ताल
  • रामकृष्ण आश्रम (कोनी)
  • अरपा रिवर व्यू
  • स्मृति वाटिका
  • काली मंदिर तिफरा
  • महामाया मन्दिर नगोई (नौगई) ग्राम पंचायत नगोई
  • वाटर पार्क (तिफरा)
  • वंडर वर्ल्ड

शिक्षा

समय के साथ बिलासपुर छत्तीसगढ़ के एक शिक्षा-केंद्र के भी रूप में उभरा है। बिलासपुर के मुख्य विश्वविद्यालयओं एवं महाविद्यालयों का विवरण निम्नानुसार है :

विश्वविद्यालय

  • गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय, कोनी[६]

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  • बिलासपुर विश्वविद्यालय, सेंदरी[७]

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  • पंडित सुन्दरलाल शर्मा (मुक्त) विश्वविद्यालय[८]
  • सी.व्ही.रमन विश्वविद्यालय, कोटा[९]

महाविद्यालय

  • छितानी-मितानी दुबे महाविद्यालय, लिंक रोड[१०]
  • पंडित द्वारिका प्रसाद विप्र महाविद्यालय, पुराना हाई कोर्ट रोड[११]
  • ठाकुर छेदीलाल बेरिस्टर कृषि महाविद्यालय, कोनी
  • नलिनी प्रभा देव प्रसाद राय महाविद्यालय, अशोक नगर
  • बिलासा कन्या महाविद्यालय, सिविल लाइन्स
  • ई.राघवेन्द्र राव विज्ञान महाविद्यालय, सीपत रोड
  • शासकीय माता शबरी महाविद्यालय नवीन कन्या महाविद्यालय
  • जमुना प्रसाद वर्मा स्नातकोत्तर कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय
  • शान्ति निकेतन महाविद्यालय
  • डी.एल.एस. महाविद्यालय

चिकित्सा महाविद्यालय

  • छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान[१२]
  • त्रिवेणी दन्त चिकित्सा महाविद्यालय

अभियांत्रिकी महाविद्यालय

  • गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज, बिलासपुर[१३]
  • चौकसी अभियांत्रिकी महाविद्यालय, मस्तुरी रोड, लालखदान[१४]
  • जे.के. इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी[१५]
  • लख्मी चंद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी[१६]

प्रमुख विद्यालय

  • सरस्वती शिशु मन्दिर, तिलक नगर
  • सरस्वती शिशु मन्दिर, अशोक नगर
  • सरस्वती शिशु मन्दिर, राजकिशोर-नगर
  • सरस्वती शिशु मन्दिर, जुना-बिलासपुर
  • सरस्वती शिशु मन्दिर,धनियॉ
  • डी.ए.व्ही. पब्लिक स्कूल, वसंत विहार
  • बाल –भारती पब्लिक स्कूल एन.टी.पी.सी, सीपत
  • दिल्ली पब्लिक स्कूल
  • दी जैन इंटरनेशनल स्कूल, मुंगेली रोड, सकरी
  • भारत माता इंग्लिश मध्यम स्कूल, रेलवे परिक्षेत्र
  • बर्जेश इंग्लिश मध्यम स्कूल
  • ब्रिलियंट पब्लिक स्कूल
  • महर्षि विद्या मन्दिर, मंगला
  • मिशन स्कूल
  • सेंट जेविएर्स स्कूल
  • सेंट फ्रांसिस स्कूल
  • सेंट जोसेफ स्कूल
  • Dav lcit public school

शासकीय विद्यालय

  • जवाहर नवोदय विद्यालय, मल्हार
  • केंद्रीय विद्यालय, तोरवा
  • शासकीय बहुउद्देशीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, गाँधी-चौक
  • लाला बहादुर शास्त्री उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,
  • देवकी नंदन कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय,
  • कन्या-शाला, सरकंडा
  • लाला लाजपत राय विद्यालय, खपरगंज
  • तारबहार शासकीय विद्यालय, तारबहार
  • पंडित रामदुलारे दुबे उच्चतर माध्यमिक, सरकंडा

छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय

स्क्रिप्ट त्रुटि: "main" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। छत्तीसगढ़ के उच्च न्यायालय का गठन मध्य-प्रदेश पुनर्गठन नियम, २००० से हुआ तथा इसे देश के १९वें उच्च-न्यायालय के रूप में मान्यता मिली। प्रथम मुख्य न्यायधीश श्री आर.एस. गर्ग थे। वर्तमान में यहाँ जजों के १८ पद स्वीकृत हैं। इसकी कोई खंडपीठ नहीं है। वर्तमान मुख्य न्यायधीश श्री पी आर रामचंद्र मेनन जी हैं।[१७]

रेडियो-स्टेशन

१. आकाशवाणी १०३.२ मेगाहर्ट्ज़ २. ९४.३, माई-एफ-एम, प्राइवेट रेडियो gसbamaniya

Se ratlam

३. एफ एम तड़का ९१.१ ४. रेडियो आरेन्ज ९१.९

सन्दर्भ

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बाहरी कड़ियां

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  16. www.lcitbilaspur.com/
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