प्रवेशद्वार:जीव विज्ञान/क्या आप जानते हैं
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- ...कि साँप या सर्प, पृष्ठवंशी सरीसृप वर्ग का प्राणी है। इसकी कुछ प्रजातियों का आकार मात्र १० सेंटीमीटर होता है जबकि अजगर नामक साँप २५ फुट तक लम्बा होता है।
- ...कि बिच्छू की लगभग २००० जातियाँ होती हैं जो न्यूजीलैंड तथा अंटार्कटिक को छोड़कर विश्व के सभी भागों में पाई जाती हैं।
- ...कि सूक्ष्मजैविकी उन सूक्ष्मजीवों का अध्ययन है, जो एककोशिकीय या सूक्ष्मदर्शीय कोशिका-समूह जंतु होते हैं।
- ...कि मानव की कोशिका के डी एन ए की कुल लंबाई लगभग छः फीट होती है।
- ...कि मेडागास्कर से गुलमोहर का विकास पूरे विश्व में हुआ पर अब वहाँ यह लुप्त होने की दशा में है। इसलिए इसकी मूल प्रजाति को संरक्षित वृक्षों की सूची में शामिल कर लिया गया है।
- ...कि रेफ्लीसिया एक बहुत ही आश्चर्यजनक पौधा है, इसका फूल वनस्पति जगत के सभी पौंधों के फूलों से बड़ा है जिसका वजन ७ किलोग्राम तक हो सकता है।
- ...कि मॉरीशस द्वीप विलुप्त हो चुके डोडो पक्षी के अंतिम और एकमात्र घर के रूप में भी विख्यात है।
- ...कि सदाफूली या सदाबहार नामक फूल के गुणों से प्रभावित होकर नेशनल गार्डेन ब्यूरो ने सन २००२ को सदाबहार वर्ष या इयर आफ़ विंका घोषित किया था।
- ...कि मुगल उद्यान, दिल्ली में अकेले गुलाब की ही २५० से अधिक प्रजातियाँ हैं।
- ... कि कुम्हड़े नामक सब्जी की सबसे बड़ी प्रजाति मैक्सिमा का वजन ३४ किलोग्राम सो भी अधिक होता है।
- ...कि जीवाणु एक एककोशिकीय जीव है । इसका आकार कुछ मिलिमीटर तक ही होता है ।
- ...कि गुड़हल की दो सौ से अधिक प्रजातियाँ होती है और इसका उपयोग केश-तेल से लेकर चाय तक अनेकों वस्तुओं में होता है।
- ...कि सर रॉनल्ड रॉस ने मलेरिया परजीवी की खोज २० अगस्त १९८९ को की थी। इस कार्य हेतु उन्हे 1902 का चिकित्सा नोबेल मिला।
- ...कि मलेरिया एक प्रोटोजोआ जनित रोग है मानव इतिहास में इसे सबसे बडा हत्यारा माना जाता है आज भी यह लाखों मौतों का कारण बनता है।