निषादराज

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.

{{

 साँचा:namespace detect

| type = move | image = | imageright = | class = | style = | textstyle = | text = यह सुझाव दिया जाता है कि इस लेख का स्क्रिप्ट त्रुटि: "pagelist" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। में विलय कर दिया जाए। (वार्ता) अगस्त 2021 से प्रस्तावित | small = | smallimage = | smallimageright = | smalltext = | subst = | date = | name = }}

निषादराज निषादों के राजा का उपनाम है। वे ऋंगवेरपुर के राजा थे, उनका नाम गुह था। वे निषाद समाज के थे और उन्होंने ही वनवासकाल में राम, सीता तथा लक्ष्मण को गंगा पार करवाया था। कहार भील निषाद समाज आज भी इनकी पूजा करते है।

निषादराज ने प्रभु श्रीराम को गंगा पार कराया। वह श्रंगपेगपुर (गोरखपुर,उप्र) के राजा थे। वनबास के बाद श्रीराम ने अपनी पहली रात अपने मित्र निषादराज के यहां बिताई।



साँचा:asbox