दक्षिण त्रिकोण तारामंडल
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दक्षिण त्रिकोण या ट्राऐंगुलम ऑस्ट्रेली (अंग्रेज़ी: Triangulum Australe) खगोलीय गोले के दक्षिणी भाग में स्थित एक छोटा-सा तारामंडल है। इसकी परिभाषा लगभग ४०० वर्ष पूर्व दो डच नाविकों ने की थी, जिन्होनें पृथ्वी के दक्षिणी गोलार्ध (हेमिसफ़्येअर) से नज़र आने वाले १० अन्य तारामंडलों की भी परिभाषा की।[१] इस तारामंडल के तीन सब से रोशन तारे अगर कालपनिक लकीरों से जोड़े जाएँ तो एक समभुजा (इक्विलैटरल) त्रिकोण बनता है। इसे स्पष्ट रूप से त्रिकोण तारामंडल से भिन्न बताने के लिए इसे "दक्षिण त्रिकोण" का नाम दिया गया।
दक्षिण त्रिकोण तारामंडल में १० तारें हैं जिन्हें बायर नाम दिए जा चुके हैं, जिनमें से एक के इर्द-गिर्द एक ग़ैर-सौरीय ग्रह परिक्रमा करता हुआ पाया गया है। इस तारामंडल में ऍनजीसी ६०२५ (NGC 6025) नाम का लगभग ३० तारों का एक खुला तारागुच्छ भी है।