जोगिंदर शर्मा

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
जोगिंदर शर्मा
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
लुआ त्रुटि package.lua में पंक्ति 80 पर: module 'Module:i18n' not found।
व्यक्तिगत जानकारी
पूरा नाम जोगिंदर नाथ शर्मा
जन्म साँचा:br separated entries
मृत्यु साँचा:br separated entries
कद साँचा:convert
बल्लेबाजी की शैली दाहिने हाथ से
गेंदबाजी की शैली दाहिने हाथ से मध्यम तेज गेंदबाज
भूमिका हरफनमौला
अंतर्राष्ट्रीय जानकारी साँचा:infobox
घरेलू टीम की जानकारी
वर्षटीम
2002/03–वर्तमान हरियाणा
2008–2012 चेन्नई सुपर किंग्स
साँचा:infobox cricketer/career
स्रोत : क्रिकेट आर्काइव, १८ सितम्बर २०१७

जोगिंदर नाथ शर्मा (साँचा:lang-en) साँचा:audio (इनका जन्म ;२३ अक्टूबर १९८३, रोहतक, हरियाणा, भारत) में हुआ था। ये एक भारत की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के क्रिकेट खिलाड़ी है तथा वर्तमान में हरियाणा में पुलिस अधिकारी है। ये घरेलू क्रिकेट हरियाणा क्रिकेट टीम के लिए खेलते थे।

खेलने की शैली

जोगिंदर शर्मा जो एक हरफनमौला खिलाड़ी माने जाते हैं हालांकि ये मुख्य रूप से गेंदबाजी के लिए माने जाते हैं। शर्मा दाहिने हाथ से बल्लेबाजी करते हैं जबकि दाहिने ही हाथ से मध्यम तेज गेंदबाजी भी करते हैं। इन्होंने हरियाणा क्रिकेट टीम के लिए कप्तानी भी की थी।

प्रथम श्रेणी क्रिकेट कैरियर

जोगिंदर नाथ शर्मा ने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत २००२-०३ में रणजी ट्रॉफी के दौरान मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम के खिलाफ की थी। उस मैच में इन्होंने ८१ रनों की जबरदस्त पारी खेली थी। और हरियाणा की टीम १०३ रनों से जीत गयी थी।[१] इसके बाद इन्होंने जल्द ही सीमित ओवरों के घरेलू खेल में भी शुरुआत कर दी थी।[२] जोगिंदर शर्मा ने इस रणजी ट्रॉफी के सीजन में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था और पूरे सीजन में १७.४१ की गेंदबाजी औसत से २४ विकेट लिए थे इसके अलावा ४६.६६ की बल्लेबाजी औसत से बेहतरीन २८० रन भी इस सीजन में बनाये थे।[३][४] इसके बाद इन्होंने २००३-०४ के रणजी ट्रॉफी सीजन में एक बार फिर अच्छा प्रदर्शन करते हुए ६८.५१ की बल्लेबाजी औसत से १४८ रन बनाए थे साथ ही शर्मा ने गेंदबाजी में भी जबरदस्त प्रदर्शन किया था और २३.३९ की गेंदबाजी औसत से २३ विकेट चटकाए थे।[५][६] इस प्रकार २००२ और २००३ की रणजी ट्रॉफियों में जबरदस्त प्रदर्शन करने लिए इन्हें दिलीप ट्रॉफी में नॉर्थ ज़ोन क्रिकेट टीम में शामिल किया गया था। जिसमें इन्होंने वेस्ट ज़ोन क्रिकेट टीम के खिलाफ ५९ रन देकर ६ विकेट चटकाए थे।[७]

राष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर

जोगिंदर शर्मा के निरन्तर अच्छे प्रदर्शन के कारण इन्हें राष्ट्रीय क्रिकेट स्तर पर भारत ए क्रिकेट टीम में जगह दी और उन्होंने एक मैच बैंगलोर के एम चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम पर खेला गया था जिसमें शर्मा ने राहुल द्रविड़ ,वीवीएस लक्ष्मण तथा युवराज सिंह जैसे क्रिकेट खिलाड़ियों का शिकार किया था।[२][८] इसके अलावा इन्होंने रेस्ट ऑफ़ इंडिया की ओर से भी खेले है और टीम ने मुम्बई की टीम को भी हराया था।[९]

इसके बाद इन्होंने २००४-०५ की रणजी ट्रॉफी में शानदार बल्लेबाजी से दो बेहतरीन शतक बनाये थे साथ ही गेंदबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन करते हुए कुल १४ विकेट लिए थे।[१०] इसके साथ ही आखिर कर जोगिंदर शर्मा ने चयनकर्ताओं का दिल जीत लिया और इन्हें बांग्लादेश के साथ होने वाली शृंखला के लिए इन्हें भारतीय क्रिकेट टीम में चुन लिया गया था, इसी प्रकार शर्मा और महेंद्र सिंह धोनी दोनों ने एक साथ क्रिकेट की शुरुआत की थी। इसके बाद शर्मा ने बांग्लादेश के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच में अच्छी बल्लेबाजी करते हुए मैच में ३४ रनों की पारी खेली थी। हालांकि गेंदबाजी में कुछ ख़ास नहीं कर पाए थे और उस वनडे सीरीज से बाहर कर दिए गए थे।[११][१२] लेकिन शर्मा २००५-०६ की दिलीप ट्रॉफी प्रतियोगिता में सबसे ज्यादा गेंदबाजी औसत के साथ सबसे ऊपर रहे थे।[१३]

२००७ आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० में

इस प्रकार जोगिंदर शर्मा ने अच्छा प्रदर्शन किया और एक बार फिर बीसीसीआई के चयनकर्ताओं का दिल जीत लिया और इनका चयन दक्षिण अफ्रीका की धरती पर हुए प्रथम आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० विश्व कप में २००७ में खेलने का मौका मिला था। जिसमें इन्होंने विश्व कप के सेमी फाइनल आमुकाबले में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के खिलाफ इन्होंने जबरदस्त प्रदर्शन किया था उस समय ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइकल हसी बल्लेबाजी कर रहे थे और जीतने के लिए २२ रनों की दरकार थी और आखिर में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को १५ रनों से हरा दिया था। उस मैच में शर्मा ने २ विकेट लिए थे।

इसके अलावा इन्होंने २००७ आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० के फाइनल मैच में पाकिस्तानी टीम के खिलाफ २०वां ओवर कप्तान धोनी ने इनको ही दिया था। उस ओवर पाकिस्तानी टीम को महज १३ रनों की जरूरत थी। इसके बाद इन्होंने ओवर फेंकना शुरू किया और ओवर की पहली गेंद वाइड रही थी। इसके बाद दूसरी पर आक्रामक शॉट खेला था फिर तीसरी गेंद पर मिस्बाह-उल-हक़ ने गेंद को फुल टॉस बनाते हुए छक्का लगा दिया था। इसके बाद मिस्बाह-उल-हक़ स्कूप शॉट खेलना चाहते थे लेकिन विकेटकीपर और कप्तान धोनी के फाइन लेग पर खड़े शान्ताकुमारन श्रीसंत ने कैच लपक लिया था और मैच भारतीय टीम ने पाकिस्तानी टीम को हरा दिया था। इसके बाद जोगिंदर शर्मा को अपने शानदार प्रदर्शन के लिए हरियाणा की राज्य सरकार ने २१ लाख रुपये का कैश इनाम भी दिया था।[१४] इसके बाद हरियाणा के इस क्रिकेटर ने हरियाणा में ही पुलिस में जोइनिंग करदी है आज यह डिप्युटी सुपनिन्टडेंट है।

सन्दर्भ