मिस्बाह-उल-हक़

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मिस्बाह-उल-हक़
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व्यक्तिगत जानकारी
पूरा नाम मिस्बाह-उल-हक़ ख़ान नियाज़ी
जन्म साँचा:br separated entries
मृत्यु साँचा:br separated entries
कद साँचा:convert
बल्लेबाजी की शैली दाईने हाथ से बल्लेबाजी
गेंदबाजी की शैली दाईने हाथ से लेग ब्रेक
भूमिका बल्लेबाज, टेस्ट कप्तान
अंतर्राष्ट्रीय जानकारी साँचा:infobox
घरेलू टीम की जानकारी
वर्षटीम
2008–वर्तमान बलूचिस्तान
2006–2008 पंजाब
2003–वर्तमान फैसलाबाद
2003–वर्तमान सुई नॉर्थरन गैस पाइपलाइन
2000–2003 खान रिसर्च लेबोरेट्री
1998–2001 सरगोधा
2008 रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर
2015 रंगपुर राइडर्स
2015 सेंट लूसिया जॉक्स
2005/06–2015 फैसलाबाद वोल्वेस
2016-वर्तमान इस्लामाबाद यूनाइटेड
साँचा:infobox cricketer/career
स्रोत : ईएसपीएन क्रिकइंफो, 24 अगस्त 2016

मिस्बाह-उल-हक़ (साँचा:lang-en/साँचा:lang-ur) (जन्म २८ मई १९७४ ,मिंयावाली ,पंजाब ,पाकिस्तान ) एक पूर्व प्रोफेशनल क्रिकेट खिलाड़ी है जो पाकिस्तान क्रिकेट टीम की ओर से खेलते थे। साथ मिस्बाह वर्तमान में पाकिस्तान टीम के टेस्ट क्रिकेट प्रारूप में कप्तान भी है। इनके अलावा २०१५ क्रिकेट विश्व कप तक मिस्बाह टीम के एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय में भी कप्तान थे लेकिन बाद में क्रिकेट के अलविदा कह दिया और इनकी जगह टीम के वनडे के लिए अज़हर अली को कप्तान चुना गया।[१][२] ये मध्यम क्रम (middle-order) के बल्लेबाज है साथ ही बड़े शॉट्स के लिए भी जाने जाते है ,जब टीम को बड़े हिट्स की जरूरत होती है तो इनका बल्ला खूब बोलता है। मिस्बाह ने एक दिवसीय क्रिकेट में एक भी शतक नहीं लगाया था इस कारण इनके नाम यह एक अजीब रिकॉर्ड कायम है कि बिना शतक सबसे ज्यादा रन बनाए।[३] हालांकि मिस्बाह के नाम सबसे तेज टेस्ट क्रिकेट में अर्द्धशतक लगाने का रिकॉर्ड है। मिस्बाह-उल-हक़ के पास एमबीए की डिग्री भी है यानी मिस्बाह ने यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी लाहौर ,पाकिस्तान से एमबीए (मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेटर) की पढ़ाई की थी।[४] मिस्बाह का सम्बंध पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट कप्तान इमरान ख़ान से भी है जो कि अभी एक राजनेता है।[५][५]

व्यक्तिगत जीवन

मिस्बाह का जन्म १९७४ में मिंयावाली ,पंजाब ,पाकिस्तान में हुआ था तथा वहीं पले-बढ़े। मिस्बाह जन्म से ही क्रिकेट प्रेमी रहे हैं इस कारण टेप बॉल से हमेशा घर पर खेलते रहते थे लेकिन माता पिता चाहते थे कि वो अच्छी शिक्षा ग्रहण करें ,बजाय खेलकूद के। विद्यालयी शिक्षा के बाद मिस्बाह ने लाहौर ,पाकिस्तान में स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ़ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी में एमबीए (मास्टर ऑफ़ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेटर) के लिए प्रवेश किया। मिस्बाह ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट की शुरुआत २४ वर्ष की उम्र में १९९८ में की थी जबकि पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लिए इन्होंने २००१ में पहला मैच खेला।[६]

अंतरराष्ट्रीय कैरियर

२००७

मिस्बाह ने अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट कैरियर की शुरुआत २००१ में कर दी थी ,इसके बाद इनका चयन आईसीसी विश्व ट्वेन्टी-ट्वेन्टी विश्व कप २००७ के लिए कर दिया। मिस्बाह टी२० में पेडल स्वीप के लिए काफी लोकप्रिय है। मिस्बाह ने भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाफ २००७ के विश्व ट्वेन्टी - ट्वेन्टी के फाइनल मैच की अंतिम गेंद पर भी यही पेडल स्वीप शॉट मारा था जो कि भारतीय तेज गेंदबाज शान्ताकुमारन श्रीसंत ने कैच किया था और पाकिस्तान मैच हार गया था।[७]

इसके बाद पाकिस्तान ने भारत का दौरा किया और टेस्ट में शानदार २ शतक लगाए साथ ही शोएब मलिक के चोटिल हो जाने के कारण वनडे में भी कप्तानी करने का मौका क्योंकि शोएब मलिक उस समय टीम के कप्तान थे।

२००९

मिस्बाह २००९ आईसीसी विश्व ट्वेन्टी २० में भी चयनित हुए हुए और टीम के लिए प्रदर्शन भी अच्छा किया।

२०१०

२०१० के शुरुआत में पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया लेकिन मिस्बाह को सभी प्रारूपों से बाहर कर दिया।[८] एक बार फिर पाकिस्तान ने इंग्लैंड का दौरा किया लेकिन मिस्बाह को टीम में जगह नहीं मिली ,उस समय स्पॉट फिक्सिंग के मामले में सलमान बट्ट पर प्रतिबंध लगा दिया था।

अक्टूबर २०१० में मिस्बाह को एक आश्चर्यजनक ख़बर मिली कि उन्हें दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के खिलाफ आगामी श्रृंखला के लिए टेस्ट कप्तान चुना गया है।[९]

२०११

मिस्बाह ने शाहिद अफरीदी की कप्तानी में २०११ क्रिकेट विश्व कप में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। लेकिन पाकिस्तान एक मैच भारत के खिलाफ हार गया था उस मैच में मिस्बाह ने काफी गेंदें खाली निकाली थी इस कारण प्रशंसकों ने काफी आलोचनाएं भी की। वो मैच भारतीय एक स्टेडियम पीसीए स्टेडियम में खेला गया था।

फिर पाकिस्तान वेस्टइंडीज टीम के साथ श्रृंखला खेलनी शुरू की जिसमें मिस्बाह ने अच्छा प्रदर्शन किया और पूरे चार साल बाद टेस्ट में शतक लगाया।वेस्टइंडीज दौरे के बाद मिस्बाह को शाहिद अफरीदी की जगह पर सीमित ओवरों के लिए कप्तान बनाया गया। क्योंकि पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सदस्य और कोच वकार युनुस अफरीदी की कप्तानी से नाखुश थे इस लिए मिस्बाह को मौका मिल गया।[१०]

२०१२

मैं मिस्बाह-उल-हक़ को अपने अच्छे प्रदर्शन के लिए पूर्ण क्रेडिट देता हूँ क्योंकि मिस्बाह ने वास्तव में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है जिससे टीम की स्थिति मजबूत हुई है। इनके प्रदर्शन ने सभी को काफी आनन्दमयी बनाया है।

पाकिस्तान टीम के कोच वकार युनुस मिस्बाह की कप्तानी के दौरान २०११ में।[११]

२०१२ में ट्वेन्टी - ट्वेन्टी में इंग्लैंड से हारने के बाद मिस्बाह पर एक बार आलोचनाएं हुई इस कारण मोहम्मद हफीज़ को टी२० के कप्तान बनाया गया।[१२]

२०१३

साल २०१३ मिस्बाह-उल-हक़ के लिए काफी अच्छा रहा क्योंकि मिस्बाह ने बल्ले से काफी कमाल किया था साल २०१३ में ,इस कारण मिस्बाह अपने कैरियर में पहली बार आईसीसी की रैंकिंग में टॉप १० में जगह बनाई और वनडे की रैंकिंग में सातवें स्थान पर रहे। मिस्बाह २०१३ के साल में मोहम्मद हफीज़ और विराट कोहली के बाद सबसे ज्यादा वनडे रन बनाने वाले खिलाड़ी भी बने थे और अंत में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भी बन गए।[१३]

मिस्बाह केवल अंतरराष्ट्रीय कैरियर में ही सफल नहीं हुए बल्कि घरेलू क्रिकेट में भी दबदबा कायम रखा ,इनका २०१२-१२ का साल घरेलू क्रिकेट टी२० में यादगार रहा। २०१२ में ये फैसलाबाद वोल्वेस के कप्तान थे।

इसके बाद पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम के बीच टेस्ट श्रृंखला शुरू हो गई ,जिसके पहले टेस्ट मुकाबले में मिस्बाह ने अपना चौथा टेस्ट शतक भी लगाया था। उस मैच में मिस्बाह ने दूसरी पारी में १४६ रनों की पारी खेली थी और रोबिन पीटरसन की गेंदों पर लगातार दो छक्के लगाए और मैच भी छक्के से जिताया था।

उसके बाद दूसरे टेस्ट मैच में पाकिस्तान ने बहुत खराब प्रदर्शन किया और पूरी टीम ९९ रनों पर आउट हो गई जवाब में अफ्रीकी टीम ने ५१७ रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया जिसमें कप्तान ग्रीम स्मिथ ने अपना चौथा दोहरा शतक लगाया था। उस मैच में एबी डी विलियर्स ने भी जबर्दस्त बल्लेबाजी की थी।

इसी तरह मिस्बाह २०१३ में वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे जिन्होंने १३७३ रन बनाए जबकि मोहम्मद हफीज़ उनके पीछे रह गए।

कप्तानी पर सवालिया निशान

२०१३ में पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने अफ्रीका ,भारत ,वेस्टइंडीज ,ज़िम्बाब्वे और श्रीलंका क्रिकेट टीम के साथ श्रृंखलाएं खेली साथ ही चैम्पियन्स ट्रॉफी भी खेली थी। भारत को घर में जाकर भी हराया था और दक्षिण अफ्रीका से श्रृंखला ३-२ से हार गया था। चैम्पियन्स ट्रॉफी में भी हार मिली थी लेकिन ज़िम्बाब्वे के खिलाफ २ जीत मिली और १ मैच हारना भी पड़ा था।इसके बाद पाक को घर में अफ्रीकी टीम से घर में हारना पड़ा था। इसलिए मिस्बाह-उल-हक़ पर काफी सवाल उठे फिर भी पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मिस्बाह को २०१५ क्रिकेट विश्व कप में कप्तान बनाए रखा।

२०१५ और वनडे से संन्यास

जनवरी २०१५ में मिस्बाह ने यह घोषणा कर दी थी कि वो २०१५ क्रिकेट विश्व कप के बाद वनडे और टी२० को अलविदा कर देंगे।[१४] मिस्बाह २०१५ क्रिकेट विश्व कप में पाक टीम के कप्तान भी रहे और बाद में संन्यास की घोषणा कर दी। ये पाकिस्तान की ओर से विश्व कप में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे। लेकिन पाकिस्तान सिर्फ क्वार्टर फाइनल तक ही पहुंच पाया था।क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान को ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार मिली थी और यही मिस्बाह का आखिरी वनडे मैच था।

२०१६

अप्रैल २०१६ में मिस्बाह ने एक बार फिर ऐलान किया कि अब वो टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे। इन्होंने कहा था कि वो २०१६/१७ में ऑस्ट्रेलिया के साथ खेलकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह देंगे।[१५]

जुलाई २०१६ में मिस्बाह ने इंग्लैंड टीम के खिलाफ शतक लगाया जो कि वो मैच लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेला गया था। साथ ही सबसे ज्यादा उम्र के कप्तान होते हुए शतक लगाने का भी रिकॉर्ड बनाया इस शतक के दौरान मिस्बाह की उम्र ४२ साल २ महीने थी।[१६][१७][१८]

इसके बाद मिस्बाह को विदाई दी गई। अगस्त २०१६ में मिस्बाह की कप्तानी में पाकिस्तान १९८८ के बाद टेस्ट क्रिकेट की रैंकिंग में पहले स्थान पर पहुंचा था।[१९]

सन्दर्भ

  1. साँचा:cite web
  2. साँचा:cite web
  3. साँचा:cite web
  4. "National hero Misbah ul Haq gets MBA Executive degree in a Special Convocation at UMT" स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। अभिगमन तिथि:१० नवम्बर २०१६
  5. "Like Imran, Misbah is a Niazi" स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। द टेलीग्राफ. 2 January 2013.
  6. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
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  10. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
  11. साँचा:citation
  12. "Misbah steps down as Twenty20 captain." स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। अभिगमन तिथि:११ नवम्बर २०१६
  13. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
  14. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
  15. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
  16. साँचा:cite web
  17. साँचा:cite web
  18. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
  19. साँचा:cite web