कामरूप

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प्राचीन कामरुप

कामरुप, (प्राग्ज्योतिच्हा पौराणिक कथा मे), असम का पहला ऐतिहासिक राज्य है जो कि लगभग 800 वर्षों के लिए- 350 और 1140 CE के बीच अस्तित्व में था। वर्तमान दिन गुवाहाटी और तेजपुर में उनकी राजधानियों से तीन राजवंशों द्वारा शासित थे। यह पूरे ब्रह्मपुत्र नदी घाटी में और उत्तरी बंगाल और बांग्लादेश के कुछ हिस्सों में व्याप्त था।

हालाँकि यह ऐतिहासिक राज्य 12 वीं सदी मे गायब हो कर छोटे राजनीतिक संस्थाओं मे बदल गया। कामरूप की धारणा बनी और प्राचीन और मध्ययुगीन इतिवृत्त इस नाम से इस क्षेत्र को संदर्भित करना जारी रखा। अलाउद्दीन हुसैन शाह, जो काम्ता राज्य पर 15 वीं सदी मे आक्रमण किया, उसके सिक्के इस क्षेत्र को कम्रु या कम्रुद् कहा।

कामरूप आज असम का एक जीला मात्र रह गया है।

स्रोत

रामायण और महाभारत में प्राग्ज्योतिच्ह को क्षेत्र के रूप में उल्लेख किया है। एर्य्थ्रैँ सागर (पहली शताब्दी) और Ptolemy 's Geographia (दुसऱी शताब्दी), इस क्षेत्र को Kirrhadia के नाम से उल्लेखित करता है। चौथी शताब्दी के समुद्रगुप्त इलाहाबाद शिलालेख में भी कामरूप का उल्लेखित है। चीनी यात्री युआन चुअंग (Xuanzang) ने सातवीं शताब्दी में राज्य का दौरा किया, जो भास्कर वर्मन द्वारा शासित था। असम, बगांल, बांग्लादेश और ऊतर भारत के विभिन्न स्थानों पर भासकर वर्मन सहित कामरूप के शासकों द्वारा छोड़े गए शिलालेख जानकारी के महत्वपूर्ण स्रोत हैं।

सन्दर्भ

  • Sircar, D C (1990), "Pragjyotisha-Kamarupa", in Barpujari, H K, The Comprehensive History of Assam, I, Guwahati: Publication Board, Assam, pp. 59–78
  • Sircar, D C (1990), "Political History", in Barpujari, H K, The Comprehensive History of Assam, I, Guwahati: Publication Board, Assam, pp. 94–171