कापीसा प्रान्त
- फ़िलिपीन्ज़ के इस से मिलते-जुलते नाम के लिए कापीज़ प्रान्त का लेख देखें
कापीसा (साँचा:lang-ps) अफ़्ग़ानिस्तान के ३४ प्रान्तों में से एक है।[१] यह देश के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में स्थित है। कापीसा की राजधानी महमूद-ए-राक़ी (محمود راقی) नामक शहर है। इस प्रांत की आबादी ४,०६,२०० है और इसका क्षेत्रफल १,८४२ वर्ग किमी है।[२]
इतिहास
कापीसा का सब से पहला ज़िक्र संस्कृत के प्रसिद्ध वैयाकरण पाणिनि की लिखाइयों में पाँचवी शताब्दी ईसापूर्व से मिलता है। उन्होंने कापीशी नामक नगर की चर्चा की और कहा की यह कापीसा राज्य की राजधानी है।[३] उन्होंने एक कापीशयान नामक मदिरा का भी उल्लेख किया जो कापीसा से आती थी।[४][५] इस क्षेत्र के हिन्द-यवन (यूनानी) राज्यों के अपोलोदोतस प्रथम (Απολλόδοτος) और यूक्रातीदी (Ευκρατίδης) राजाओं के सिक्कों पर भी कापीसा का "काविशिये" नाम से उल्लेख पाया गया है।[६] महाभारत में इस नगर में दास (गुलाम) रखने की प्रथा का भी वर्णन आता है। यहाँ के अंगूर (कापीशयानी द्राक्ष) और मदिरा (कापीशयानी मधु) का वर्णन कई प्राचीन भारतीय ग्रंथों में मिलता है।[७] यहाँ पर पुरातन वस्तुओं की खोज में कई शीशे के बने मदिरा के बासन और मच्छली के रूप में बने प्याले मिले हैं।[८]
लोग
यहाँ के लगभग ४ लाख लोगों में से ८०% ताजिक हैं, जो एक प्रकार की फ़ारसी भाषा बोलते हैं। ८% पश्तो बोलने वाले पश्तून (पठान) लोग हैं। १०% पाशाई भाषा बोलने वाले लोग हैं। हज़ारा और नूरिस्तानी समुदाय के लोग भी यहाँ बसते हैं।
व्यवसाय और अर्थव्यवस्था
कापीसा के अधिकतर लोग कृषि में जुटे हुए हैं। केसर यहाँ की एक प्रमुख पैदावार है। हर नगर-बस्ती में एक साप्ताहिक मेला लगता है जिसमें व्यापार भी होता है और सामजिक मेल-मिलाप भी। इस प्रांत में अल-बेरुनी विश्विद्यालय (پوهنتون البیرونی, पोहन्तून अलबिरूनी) भी स्थित है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ AREU "The Afghan Research Newsletter" Issue 25. April/May 2010
- ↑ अष्टाध्यायी, सूत्र ४:२.९९
- ↑ अष्टाध्यायी, सूत्र ४:२.२९
- ↑ Dr S. Chattopadhyaya 1974: 58; India as Known to Panini, 1953, p 71, Dr V. S. Aggarwala; Foreign Elements in Ancient Indian Society, 2nd Century BC to 7th Century AD, 1979, p 86, Dr Uma Prasad Thapliyal.
- ↑ Notes on Indian coins and Seals, Part IV, E. J. Rapson in Journal of the Royal Asiatic Society of Great Britain & Ireland, 1905, p 784, (Royal Asiatic Society of Great Britain and Ireland).
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ A Grammatical Dictionary of Sanskrit (Vedic), 1953, p 118, Dr Peggy Melcher, Vasudeva Sharana Agrawala, Surya Kanta, Jacob Wackernagel, Arthur Anthony Macdonell.