अल्फ़ा कैसिओपिये तारा
अल्फ़ा कैसिओपिये, जिसका बायर नाम भी यही (α Cassiopeiae या α Cas) है, शर्मिष्ठा तारामंडल का सब से रोशन तारा है। यह पृथ्वी से दिखने वाले तारों में से ६७वाँ सब से रोशन तारा है। पृथ्वी से देखी गई इस तारे की चमक (सापेक्ष कान्तिमान) २.२४ मैग्नीट्यूड है और यह हमसे लगभग २२८ प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है।[१][२]
अन्य भाषाओँ में
अल्फ़ा कैसिओपिये तारे को "शेडार" (Schedar) भी कहते हैं, जो अरबी भाषा के "सद्र" (صدر) से आया है और जिसका अर्थ "छाती" है। यह तारा शर्मिष्ठा तारामंडल में राजकुमारी की काल्पनिक आकृति की छाती में स्थित है।
विवरण
अल्फ़ा कैसिओपिये K0 IIIa श्रेणी का एक नारंगी दानव तारा है, जिसका द्रव्यमान हमारे सूरज के द्रव्यमान का ४ से ५ गुना और व्यास (डायामीटर) हमारे सूरज के व्यास का ४२ गुना है। इसकी तारे की निहित चमक (निरपेक्ष कान्तिमान) सूरज की लगभग ६७६ गुना है। यह तारा अपने जीवन के अंतिम काल में पहुँच रहा है, इसलिए फूलकर इस बड़ी आकृति का बन चुका है। इसकी आयु १० से २० करोड़ वर्षों की अनुमानित की गई है। अल्फ़ा कैसिओपिये अपने अक्ष पर २१ किमी प्रति सैकिंड की गति से घूर्णन कर रहा है और इसे एक घुमाव पूरा करने में लगभग १०२ दिन लगते हैं।