अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
The printable version is no longer supported and may have rendering errors. Please update your browser bookmarks and please use the default browser print function instead.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद
संक्षेपाक्षर ए.बी.वी.पी. ‍‍‍(ABVP‌)
सिद्धांत ज्ञान-शील-एकता
स्थापना साँचा:if empty
प्रकार छात्र संगठन
उद्देश्य राष्ट्र का पुर्ननिर्माण
मुख्यालय मुंबई, महाराष्ट्र, भारत
स्थान स्क्रिप्ट त्रुटि: "list" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
स्थान स्क्रिप्ट त्रुटि: "list" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
साँचा:longitem क्षेत्र साँचा:if empty
साँचा:longitem हिंदी, अंग्रेज़ी
साँचा:longitem श्रीहरीबोरिक
साँचा:longitem निधि त्रिपाठी
साँचा:longitem आशीष चौहान
साँचा:longitem राष्ट्रीय छात्रशक्ति
संबद्धता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ
साँचा:longitem साँचा:if empty
जालस्थल www.abvp.org
साँचा:longitem साँचा:if empty

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी या विद्यार्थी परिषद) एक भारतीय छात्र संगठन है। इसकी स्थापना ९ जुलाई, १९४९ को संघ कार्यकर्ता बलराज मधोक जी की अगुआई में की गयी थी। मुंबई के प्रोफेसर यशवंत केलकर जी इसके मुख्य कार्यवाहक बने। विद्यार्थी परिषद का नारा है - ज्ञान, शील और एकता। आज विद्यार्थी परिषद् न केवल भारत का बल्कि विश्व का सबसे बड़ा छात्र-संगठन है।

यह संगठन छात्रों से प्रारंभ हो, छात्रों की समस्याओं के निवारण हेतु एक एकत्रित छात्र शक्ति का परिचायक है। विद्यार्थी परिषद् के अनुसार, छात्रशक्ति ही राष्ट्रशक्ति होती है। विद्यार्थी परिषद् का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है।

स्थापना काल से ही संगठन ने छात्र हित और राष्ट्र हित से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देशव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने छात्र-हित से लेकर भारत के व्यापक हित से सम्बद्ध समस्याओं की ओर बार-बार ध्यान दिलाया है। बांग्लादेशी अवैध घुसपैठ और कश्मीर से धारा 370 को हटाने के लिए विद्यार्थी परिषद् समय-समय पर आन्दोलन चलाता रहा है। बांग्लादेश को तीन बीघा भूमि देने के विरुद्ध परिषद् ने ऐतिहासिक सत्याग्रह किया था। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ बार-बार आवाज उठाती रही है। इसके अतिरिक्त अलगाववाद, अल्पसंख्यक तुष्टीकरण, आतंकवाद और भ्रष्टाचार जैसी राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खिलाफ हम लगातार संघर्षरत रहे हैं। बिहार में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नाम सबसे ज्यादा रक्तदान करने का रिकॉर्ड है । इसके अलावा वैसे निर्धन मेधावी छात्र, जो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिय़े निजी कोचिंग संस्थानों में नहीं जा सकते, उनके लिये स्वामी विवेकानंद निःशुल्क शिक्षा शिविर का आयोजन किया जाता है।[१]

सन्दर्भ

  1. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।

बाहरी कड़ियाँ

साँचा:navbox

साँचा:asbox विद्यार्थी परिषद की एक शाखा या कहो तो विश्व मे विद्यार्थी परिषद का एक रूप आपको नेपाल मे भी देखा जा सकता हैं जो की प्राज्ञीकी विद्यार्थी परिषद के नाम से संचालित हैं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ कि अनुषांगिक शाखा है जो कि बिना किसी राजनीतिक पृष्ठभूमि के देश हित में काम करती है कुछ लोग इस तरह का भ्रम फैलाते हैं कि भारतीय जनता पार्टी की शाखा के रूप में परिषद काम करती है लेकिन यह सत्य नहीं है परिषद का जन्म भारतीय जनता पार्टी से बहुत पहले हो चुका है इसलिए विद्यार्थी परिषद एक स्वयंभू संगठन है जो कि राष्ट्रवाद की विचारधारा पर काम करता है