रोबोट

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एक कारखाने में चीजों को उठाने और सही स्थान पर रखने वाला रोबोट


रोबोट एक आभासी (virtual) या यांत्रिक (mechanical)कृत्रिम (artificial) एजेंट है व्यवहारिक रूप से, यह प्रायः एक विद्युत यांत्रिकी निकाय (electro-mechanical system) होता है, जिसकी दिखावट और गति ऐसी होती है की लगता है जैसे उसका अपना एक इरादा (intent) और अपना एक अभिकरण (agency) है।रोबोट शब्द भौतिक रोबोट और आभासी (virtual) सॉफ्टवेयर एजेंट (software agent), दोनों को ही प्रतिबिंबित करता है लेकिन प्रायः आभासी सॉफ्टवेयर एजेंट को बोट्स (bots) कहा जाता है।[१] ऐसी कोई भी सर्वसम्मति नहीं बन पाई है की मशीन रोबोटों के रूप में योग्य हैं, लेकिन एक विशेषज्ञों और जनता के बीच आम सहमति है कि कुछ या सभी निम्न कार्य कर सकता है जैसे: घूमना, यंत्र या कल सम्बन्धी अवयव को संचालित करना, वातावरण की समझ और उसमें फेर बदल करना और बुद्धिमानी भरे व्यवहार को प्रधार्षित करना जो की मानव और पशुओं के व्यवहारों की नक़ल करना।

कृत्रिम सहायकों और साथी की कहानिया और और उन्हें बनाने के प्रयास का एक लम्बा इतिहास है लेकिन पूरी तरह से स्वायत्त (autonomous) मशीने केवल 20 वीं सदी में आए डिजिटल (digital) प्रणाली से चलने वाला प्रोग्राम किया हुआ पहला रोबोट युनिमेट (Unimate), १९६१ में ठप्पा बनाने वाली मशीन से धातु के गर्म टुकड़ों को उठाकर उनके ढेर बनाने के लिए लगाया गया था। आज, वाणिज्यिक और औद्योगिक रोबोट (industrial robot) व्यापक रूप से सस्ते में और अधिकसे अधिक सटीकता और मनुष्यों की तुलना में ज्यादा विश्वसनीयता के साथ प्रयोग में आ रहे हैं उन्हें ऐसे कार्यों के लिए भी नियुक्त किया जाता है जो की मानव लिहाज़ से काफी खतरनाक, गन्दा और उबाऊ कार्य होता है रोबोट्स का प्रयोग व्यापक रूप से विनिर्माण (manufacturing), सभा और गठरी लादने, परिवहन, पृथ्वी और अन्तरिक्षीय खोज, सर्जरी, हथियारों के निर्माण, प्रयोगशाला अनुसंधान और उपभोक्ता और औद्योगिक उत्पादन के लिए किया जा रहा है[२]

आमतौर पर लोगों का जिन रोबोटों से सामना हुआ है उनके बारे में लोगों के विचार सकारात्मक हैं घरेलू रोबोट (Domestic robot) सफाई और रखरखाव के काम के लिए घरों के आस पास आम होते जा रहे हैंबहरहाल रोबोटिक हथियारों और स्वचालन के आर्थिक प्रभाव को लेकर चिंता बनी हुई है, ऐसी चिंता जिसका समाधान लोकप्रिय मनोरंजन में वर्णित खलनायकी, बुद्धिमान, कलाबाज़ रोबोट के सहारे नहीं होता अपने काल्पनिक समकक्षों की तुलना में असली रोबोट्स अभी भी सौम्य, मंद बुद्धि और स्थूल हैं

विशेषताओं को परिभाषित करना

साँचा:double image फिलहाल अभी तक "रोबोट"[३] के लिए कोई एक सही सटीक परिभाषा नहीं है, एक प्ररूपी रोबोट कई या लगभग सभी प्रकार के निम्नलिखित गुण संभवतः होंगे

अंतिम गुण धर्म, एजेंसी की उपस्थिति तब महत्वपूर्ण है जब लोग ये तय करेंगे की क्या मशीन को एक रोबोट कहा जाय या फिर उसे केवल एक मशीन ही कहा जाय (निर्जीव वस्तुओं के इरादों के कारणों के उदहारण के लिए देखें ऐन्थ्रोमोर्फिस्म (anthropomorphism) या निर्जीव वस्तुओं में मनुष्य के गुण डालने की प्रक्रिया.)

मानसिक यन्त्रित्व
रोबोटिक इंजीनियरों के लिए मशीन का ढांचा उतना महत्वपूर्ण नहीं है जितना की उसके कार्यों की शैली को नियंत्रित करना है (controlled) नियंत्रण प्रणाली जितना ज्यादा स्व-अभिकारित यानि अपने खुद के अधिकरण (agency) में होगी, उतनी ही आसानी से उसे रोबोट का नाम दिया जायेगा.यन्त्रित्व की एक महत्वपूर्ण क्षमता है की वो चीज़ों और कार्यों में चुनाव कर सकता है

शारीरिक एजेंसी
हालाँकि, कई आम व्यक्तिओं (laymen) के लिए, अगर एक मशीन के हाथ और पैर होते है और अगर वो उनको संचालित भी कर सकता है और विशेषकर अगर वो ऐन्थ्रोपोमोर्फिक या जूमोर्फिक दीखता है (जैसे असिमो (ASIMO) और ऐबो (Aibo)), तो उसे रोबोट कहा जा सकता है

  • पियानो प्लेयर (player piano) को शायद ही रोबोट[५] की तरह देखा जाता है
  • सीएनसी (CNC) मिलिंग मशीन को कभी कभार ही रोबोट की तरह माना जाता है
  • कारखाना स्वचालित हस्त (factory automation arm) को लगभग हमेशा ही एक औद्योगिक रोबोट के रूप में देखा जाता है
  • एक स्वायत्त चक्र या डिवाइस ट्रैक, जैसे की स्व निर्देशित घुमंतू या स्व निर्देशित वाहन, को हमेशा लगभग एक मोबाइल रोबोट या सेवक रोबोट के रूप में देखा जाता है
  • जूमोर्फिक (zoomorphic) यांत्रिक खिलौने जैसे की रोबो रैप्तर (Roboraptor) आमतौर पर एक रोबोट[६] की तरह ही होता है
  • एक यांत्रिक हुमानोइड, जैसे की असिमो (ASIMO) को लगभग हमेशा एक रोबोट के रूप में देखा जाता है, जो की आमतौर पर सेवा करने के लिए बना होता है

३- अक्ष वाली सी एन सी मिलिंग मशीन भी बिलकुल वही नियंत्रण प्रणाली का इस्तेमाल करता है जो के एक रोबोट हस्त कर सकता है, इस हाथ को लगभग हमेशा एक रोबोट कहा जाता है, जबकि सी एन सी मशीन सामान्यतः केवल एक मशीन है रोबोट कहलाने के बारे में एक मशीन में आँखें होना भी काफी फर्क पैदा कर देता है। क्योंकि मनुष्य आँखों को बड़े सहज रूप से चेतना के साथ जोड़कर देखता है। हालांकि, केवल अन्थ्रो पोमोर्फिक होना ही एक रोबोट कहलवाने के लिए पर्याप्त मानदंड नहीं है एक रोबोट के लिए यह ज़रूरी है की वो कुछ करे ; एक निर्जीव वास्तु जो की असिमो जैसा दीखता हो, उसे रोबोट नहीं माना जा सकता है

परिभाषाएँ

विभिन्न देशों में रोबोटों की संख्या कितनी है क पता लगाना बहुत मुश्किल है, जैसा की हर देश में "रोबोट" शब्द की परिभाषाएं अलग अलग हैं अन्तर्राष्ट्रीय मानकीकरण संगठन ने आई एस ओ ८३७३ (ISO 8373) में रोबोट की परिभाषा के है: " स्व संचालित, पुनः प्रोग्राम करने योग्य, बहुउद्देशीय, तीन या अधिक कुठार में प्रोग्राम के अनुसार परिवर्तित होने योग्य, जो की किसी एक स्थान पर स्थित हो या फिर औद्योगिक स्वचालन अनुप्रयोगों के लिए चल फिर भी सकता हो "[७] इस परिभाषा को रोबोटिक्स के अंतरराष्ट्रीय महासंघ ने, यूरोपीय रोबोटिक्स अनुसंधान नेटवर्क (European Robotics Research Network) (यूरोन) और भी कई राष्ट्रीय मानक समितियों ने इसका इस्तेमाल किया[८]

रोबोटिक इंस्टीट्यूट ऑफ अमेरिका ने एक व्यापक परिभाषा का उपयोग किया: रोबोट एक ""पुनः प्रोग्रामयोग्य बहुआयामी मैनिप्युलेटर है जिसे वस्तुओं, पुर्जों, उपकरणों और विशेष उपकरणों को परिणाम्य प्रोग्राम प्रस्ताव द्वारा स्थानांतरित करने के लिए तैयार किया गया है"[९] आर आई ए ने रोबोट्स को चार विभागों में विभाजित किया है : वह यन्त्र जो चीज़ों को मैन्युअल नियंत्रण से बदल सकती है, स्वचालित उपकरण जो की पूर्व निर्धारित चक्र से चीज़ों को बदल सकती है, प्रोग्राम की गई और बिन्दुवत प्रक्षेपपथ वाले नियंत्रित रोबोट और आखिर में वातावरण से सूचना एकत्र करके उसकी प्रतिक्रिया में बुद्धिमत्ता से कार्य करने वाले रोबोट .

रोबोट के लिए ऐसी कोई भी परिभाषा नहीं है जो की सबको संतुष्ट कर सके और अलग - अलग लोगों के की उनकी अपनी परिभाषा होती है[१०] उदाहरन के लिए, औद्योगिक रोबोटिक्स के अग्रणी जोसफ एंगेलबेर्गेर (Joseph Engelberger) ने एक बार कहा था: " मैं रोबोट को परिभाषित नहीं कर सकता हूँ, लेकिन अगर मैंने उसको देखा तो पहचान लूँगा"[११] ब्रिटैनिका विश्वकोश (Encyclopaedia Britannica) के अनुसार, कोई भी स्वचालित मशीन जो की मानव प्रयास के जगह ले सकती है एक रोबोट है, यद्यपि यह देखने में मानव जैसी नहीं लगती और ना ही इसके कार्य करने का तरीका मनुष्य जैसा होता है"[१२]मरीएम-वेबस्टर (Merriam-Webster) के अनुसार रोबोट एक "मशीन है जो मनुष्य जैसी दिखती है और मनुष्य द्वारा किये जाने वाले विभिन्न जटिल कार्य (जैसे की चलना, बोलना) करती है, " या एक "ऐसा यन्त्र जो जटिल और बार - बार दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वाचालित रूप से करता है "या एक ऐसी यंत्रावली जो स्वचालित नियंत्रण द्वारा कार्य करती है "[१३]

व्युत्पत्ति विज्ञान

साँचा:seealso

१९२० में कैरेल केपेक (Karel Čapek) की प्रर्दशित फिल्म [[आर . यू . आर (रोसम के सार्वलौकिक रोबोट्स)|आर.यु.आर.

चित्र:Capek play.jpg का
एक दृश्य रोसुम के यूनिवर्सल रोबोट्स)

(R.U.R. (Rossum's Universal Robots)) तीन रोबोटों]] को दिखाता है लेखक कैरेल कैपेक (Karel Čapek) ने अपने नाटक में [[आर . यू . आर (रोसम के सार्वलौकिक रोबोट्स)|आर यू आर (में रोबोट शब्द जनता के सामने चेक लेखक करेल कपेक के द्वारा उसके नाटक आर यु आर में पेश किया गया।Rossum के यूनिवर्सल robots)]] (R.U.R. (Rossum's Universal Robots))है, जो 1921 में प्रीमियर हुआ।[१४] इस शब्द को "रोबोट्निक" भी कहा जाता था ये नाटक एक ऐसी फैक्ट्री (factory) से शुरू होता है जहाँ रोबोट्स कहे जाने वाले कृत्रिम लोगों का निर्माण किया जाता है, लेकिन ये रोबोट आधुनिक काल के ऐंड्रोएड्स (androids) और क्लोन (clone) यानी ऐसे प्राणी जिन्हें कोई भी ग़लती से मनुष्य समझ सकता है, के काफी करीब थे वो स्वयं के बारे में स्पष्ट रूप से सोच सकते हैं, यद्यपि वे दूसरों की सेवा करके भी खुश रहते हैं मुद्दा ये है की क्या रोबोटों का शोषण (exploited) हो रहा है और उनके साथ किये जाने वाले व्यवहार का परिणाम क्या होगा ?

चित्र:Capek play.jpg का
आर . यू . आर (रोसम के सार्वलौकिक रोबोट्स)

(R.U.R. (Rossum's Universal Robots)) तीन रोबोटों को दिखाता है

लेखक कैरेल कैपेक (Karel Čapek) ने अपने नाटक में [[आर . यू . आर (रोसम के सार्वलौकिक रोबोट्स)|आर यू आर (में रोबोट शब्द जनता के सामने चेक लेखक करेल कपेक के द्वारा उसके नाटक आर यु आर में पेश किया गया।Rossum के यूनिवर्सल robots)]] (R.U.R. (Rossum's Universal Robots))है, जो 1921 में प्रीमियर हुआ।[१४] इस शब्द को "रोबोट्निक" भी कहा जाता था ये नाटक एक ऐसी फैक्ट्री (factory) से शुरू होता है जहाँ रोबोट्स कहे जाने वाले कृत्रिम लोगों का निर्माण किया जाता है, लेकिन ये रोबोट आधुनिक काल के ऐंड्रोएड्स (androids) और क्लोन (clone) यानी ऐसे प्राणी जिन्हें कोई भी ग़लती से मनुष्य समझ सकता है, के काफी करीब थे वो स्वयं के बारे में स्पष्ट रूप से सोच सकते हैं, यद्यपि वे दूसरों की सेवा करके भी खुश रहते हैं मुद्दा ये है की क्या रोबोटों का शोषण (exploited) हो रहा है और उनके साथ किये जाने वाले व्यवहार का परिणाम क्या होगा ?

जबकि, कैरेल केपेक ने स्वयं ये शब्द नहीं दिया, बल्कि उन्होंने ऑक्सफोर्ड अंग्रेजी शब्दकोष (Oxford English Dictionary) में शब्दों की उत्पत्ति के इतिहास या एटीमोलोजी सन्दर्भ के जवाब में एक छोटा सा पात्र भी लिखा जिसमें उन्होने अपने भाई, चित्रकार और लेखक जोसफ केपेक (Josef Čapek) को इस शब्द का असली जनक बताया था[१४] चेक जर्नल लिदोवे नोविनी (Lidové noviny) में १९३३ में प्रकाशित एक लेख में उन्होंने कहा की वो इन प्राणियों को दरअसल लैबोरी (लैटिन शब्द लेबर से लिया गया) यानि मजदूर लोगों बुलाना चाहते थे हालाँकि उन्हें यह शब्द पसंद नहीं था और इसलिए उन्होंने अपने भाई जोसफ से सलाह मांगी जिसने उन्हें कहा की वो इन्हें "रोबोटी" बुला सकते हैं शब्द रोबोटा का मतलब चेक (Czech) और कई स्लाविक भाषाओं[१५] में दरअसल कार्य, मजदूर, बंधुआ मजदूर, दृष्टान्त रूप से मेहनत या कठिन परिश्रम से है बंधुआ मजदूरी (Serfdom) १८४८ में बोहेमिया (Bohemia) में गैरकानूनी करार दी गई थी, इसलिए जब केपेक ने आर . यू . आर लिखी, तो उन्होंने शब्द रोबोटा का प्रयोग किया और कार्यों में कई विभिन्न तरह के काम शामिल किये लेकिन फिर भी बंधुआ मजदूरी की असली भावना कहीं न कहीं प्रकट होती थी[१६][१७]

शब्द रोबोटिक्स का प्रयोग इस क्षेत्र में अध्ययन के लिए होता था, इस शब्द को विज्ञान कल्पना (science fiction) लेखक इसाक असिमोव (Isaac Asimov) ने दिया था

इतिहास

कई प्राचीन पौराणिक कथाओं में कृत्रिम लोग शामिल है, जैसे की यूनानी देवता हिफैस्टास[१८] (रोमन लोगों के लिए वल्कन) द्वारा बनाए गए यांत्रिक दास, नोरसे कथाओं के मिटटी के दैत्य और यहूदी कथाओं के मिटटी के गोलेम (golem) और पिगमैलियन (Pygmalion) की वो पौराणिक मूर्ति गैलेतिया (Galatea) जो जिंदा हो गई

चौथी शताब्दी ईसा पूर्व, यूनानी गणितज्ञ तैरेनतम के अर्खितास (Archytas) ने एक भाप से चलने वाली यांत्रिक चिडिया की कल्पना की जिसे "द पिजन या कबूतर " कहा अलेक्सांद्रिया के हीरो (Hero of Alexandria) ने कई साँचा:nowrapस्वचालित और उपयोगकर्ता-द्वारा विन्यास करने योग्य कई यन्त्र बनाय और इन यंत्रों को वायुदाब, भाप या पानी द्वारा चलाया[१९] १०८८ में सु सोंग (Su Song) ने चीन में एक घंटाघर बनाया जिसमें एक यांत्रिक मूर्ति हर घंटे घंटा बजाने का काम करती थी।[२०]

अल जजारी है (Al-Jazari's) प्रोग्रामयोग हुमानोइड रोबोट्स

अल-जजारी (Al-Jazari) (११३६:१२०६), आर्तुकिद वंश (Artuqid dynasty) के एक मुस्लिम आविष्कारक (Muslim inventor) ने कई स्वचालित मशीनें बनाईं, जिनमें रसोई में काम आने वाले उपकरण,पानी से चलने वाला संगीत स्वचल प्रारूप और पहला प्रोग्राम योग्य मानवसदृश ह्युमनोइड रोबोट (humanoid robot) शामिल हैं। ये रोबोट झील में चल रही एक नाव में चार संगीतकारों की तरह प्रतीत होते थे, जो शाही मदिरा पान जलसों में मेहमानों का मनोरंजन करते थे। उसकी यंत्रावली (mechanism) में एक प्रोग्राम योग्य ड्रम या ढिंढोरा मशीन थी जिसमें खूंटे (कैम (cam)) लगे थे जो की एक छोटी ढेकली को टक्कर मारते थे तबला (percussion instrument) बजता था। ढिंढोरा बजाने वाले खूंटे को अलग अलग स्थितियों में हिलाकर अलग अलग धुनें बजा सकते थे।

पूर्व आधुनिक विकास

१९ वीं सदी में यंत्रावली की सहायता से चाय-परोसने वाला कराकुरी (karakuri). टोक्यो राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय (Tokyo National Science Museum).

लियोनार्डो डा विन्ची (१४५२;१५१९) ने १४९५ में मानव सद्रिश ह्युमानोयेडरोबोट बनाने की योजना बनाई। १९५० में दुबारा खोजी गयीं डा विन्ची की पुस्तिकाओं में यांत्रिक योद्धाओं के विस्तृत चित्र थे जिन्हें ऑफ लियोनार्डो के रोबोट (Leonardo's robot) के नामे से जाना जाता है, तो बैठ सकते हैं, अपनी बाहें हिला सकते हैं और अपने सर और जबड़े भी हिला सकते हैं।[२१] यह डिजाइन शायद उनके वित्रुवियन मैन (Vitruvian Man) के संरचनात्मक अनुसंधान में रिकार्ड के आधार पर बनाया गया था इस बात की जानकारी नहीं है की क्या उन्होंने इसे बनाने की कोशिश की या नहीं

१७३८ और १७३९ में जैक्स डी वाउकैंसन (Jacques de Vaucanson) ने कई वास्तविक आकार के स्वचालित प्रारूप बनाये : एक बांसुरी वादक, एक पाइप वादक और एक बत्तख.यांत्रिक बत्तख अपने पंख फड़फड़ा सकता था, अपनी गर्दन उठा सकता था और दर्शकों के हाथ से कुछ खाना भी निगल सकता था और साथ ही कुछ गुप्त डिब्बों में बंद उत्सर्जन पदार्थों को निकाल कर यह प्रकट करता था कि इसने अपना भोजन पचा लिया है।[२२] जापान में १७०० के दशक में बने जटिल यांत्रिक खिलौनों और पशुओं का वर्णन कराकुरी जुई (दृष्टांत यांत्रिकी) में मिलता है।

आधुनिक विकास

जापानी शिल्पकार हिसशिगे तनाका (Hisashige Tanaka) (१७९९-१८८१), जिन्हें जापान के एडिसन के रूप में जाना जाता है, हे जटिल यांत्रिक खिलौनों की एक श्रृंखला निकाली, उनमें से कुछ चाय परोसने वाले, तरकश से तीर निकाल कर चलाने वाले और कुछ जापानी कांजी के रूप में रंगे गए चरित्र भी थे।[२३] १८९८ में निकोला टेस्ला ने रेडियो द्वारा नियंत्रित टारपीडो (torpedo) को सार्वजनिक रूप से प्रर्दशित किया[२४] टेलीआटोमेशन या दूर स्वचालन के लिए पेटेंट के आधार पर, टेस्ला को आशा थी की वो इसे अमेरिकी नौसेना (US Navy) के लिए एक हथियार प्रणाली (weapon system) के रूप में विकसित करेंगे। [२५][२६]

चित्र:Unimate sm.jpg
पहला युनिमेट

१९२६ में, वेस्टिंगहाउस एलेक्टिर्क कारपोरेशन (Westinghouse Electric Corporation) ने तेलेवोक्स नामक प्रथम ऐसा रोबोट तैयार किया जो की उपयोगी कार्यों को कर सकता था उन्होंने तेलेवोक्स को कई और साधारण रोबोटों के साथ अपनाया और उसके साथ बने रहे, उनमें से एक रस्तास था, जो की ब्लैक मैन के अपक्व रूप में था १९३० में, १९३९ और १९४० के विश्व मेले (World's Fair) के लिए उन्होंने प्रदर्शनी के लिए एक हुमानोइड रोबोट इलेक्ट्रो (Elektro) का निर्माण किया[२७][२८] १९२८ में, जापान का प्रथम रोबोट, गकुतेंसोकू (Gakutensoku) को डिजाइन किया गया और एक जीवविज्ञानी मकोटो निशिमुरा (Makoto Nishimura) द्वारा बनाया गया

१९४८ और १९४९ में, इंग्लैंड के बर्डन तंत्रिका विज्ञान संस्थान, ब्रिस्टल में विलियम ग्रे वॉल्टर (William Grey Walter) द्वारा प्रथम इलेक्ट्रॉनिक स्वायत्त रोबोटों का निर्माण (autonomous robot) किया गया उनका नाम एल्मेर और एल्सी रखा गया यह रोबोट प्रकाश को महसूस कर सकते थे और बाहरी वस्तुओं के संपर्क में आने आ सकते थे और उसके संपर्क में आकर वो प्रतिक्रिया दे सकते थे[२९]

१९५४ में जॉर्ज देवोल (George Devol) ने युनिमेट (Unimate) नमक प्रथम वास्तविक आधुनिक रोबोट, डिजिटली संचालित और आविष्कार किया हुआ था, देवोल ने प्रथम युनिमेट को जनरल मोटर्स (General Motors) को १९६० में बेचा और १९६१ में ट्रेंटन, न्यू जर्सी (Trenton, New Jersey) में एक संयंत्र में इसे स्थापित किया गया, जहाँ ये डाई कास्टिंग (die casting) मशीन से धातु के गर्म टुकडों का ढेर इकठ्ठा करता था[३०] साँचा:clear

समयरेखा

तिथि महत्व रोबोट का नाम आविष्कारक
प्रथम शताब्दी ई. और पहले अलेक्सांद्रिया के हेरोन (Heron of Alexandria) द्वारा १०० से ज्यादा मशीनों और ऑटोमेटा पर वर्णन किया गया है, जिसमें नियुमेतिका और ऑटोमेटा एक फायर इंजन, एक विंड ओरगन, एक भाप से चलने वाली मशीन शामिल है अलेक्सांद्रिया का स्टेबियास (Ctesibius of Alexandria), बैज़न्तियम का फिलो (Philo of Byzantium), अलेक्सांद्रिया का हीरोन और बाकी
१२०६ प्रथम प्रोग्राम योग्य ह्युमनोइड रोबोट (humanoid robot) एक नौका के साथ चार रोबोटिक संगीतकारों अल जजारी (Al-Jazari)
सी०. १४९५ हियुमनोइड रोबोट के लिए डिजाइन यांत्रिक शूरवीर लियोनार्डो दा विंसी
१७३८ यांत्रिक बतख, जो की खाने, पंख फडफडाने और मलोत्सर्ग कर सकने में सक्षम थे डाईजेस्टिंग डक (Digesting Duck) जेक्स डे वौकंसों (Jacques de Vaucanson)
१८०० की सदी में जापानी यांत्रिक खिलौना जो की चाय परोसता है, तीर चलाता है और चित्रकारी करता है काराकुरी खिलौने हिसशिगे तनाका (Hisashige Tanaka)
१९२१ पहले काल्पनिक ऑटोमेटा जिसको "रोबोट" कहा गया वो आर यू आर नामक नाटक में प्रर्दशित किया गया रोसम के सार्वलौकिक रोबोट्स कैरेल केपेक (Karel Čapek)
१९३० वी सदी १९३९ और १९४० के विश्व मेले (World's Fair) में हुमानोइड रोबोट को प्रर्दशित किया गया इलेक्ट्रो (Elektro) वेस्टिंगहाउस विद्युत निगम (Westinghouse Electric Corporation)
१९४८ साधारण रोबोटों द्वारा जैविक आचरण को प्रर्दशित करना[३१] एल्सी और एल्मेर विलियम ग्रे वॉल्टर (William Grey Walter)
१९५६ जॉर्ज देवोल (George Devol) और जोसफ एंजेलबेर्गेर (Joseph Engelberger) द्वारा देवोल के पेटेंट पर आधारित युनिमेशन कंपनी द्वारा प्रथम वाणिज्यिक रोबोट तैयार किया गया[३२] युनिमेट (Unimate) जॉर्ज देवोल (George Devol)
१९६१ प्रथम स्थापित औद्योगिक रोबोट युनिमेट (Unimate) जॉर्ज देवोल (George Devol)
(1963)। प्रथम तृणशय्या वाला रोबोट[३३] तृणशय्या फूजी युसोकी कोग्यो (Fuji Yusoki Kogyo)
१९७३ छह विद्युत यांत्रिकी वाला प्रथम रोबोट जो की फरसा जैसा दिखने वाले यन्त्र से संचालित होता है[३४] सेवक कूका रोबोट ग्रुप (KUKA Robot Group)
१९७५ युनिमेशन उत्पाद, निर्देशयोग्य सार्वभौमिक परिचालन हस्त पियूमा (PUMA) विक्टर शीनमैन (Victor Scheinman)

समकालीन उपयोग

वर्तमान में रोबोटों के 2 मुख्य प्रकार कार्यरत हैं : सामान्य-उद्देश्य स्वायत्त रोबोट (General-purpose autonomous robots) और प्रयोजन-निर्माण रोबोट.

सामान्य-उद्देश्य वाला स्वायत्त रोबोटों

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एक सामान्य-उद्देश्य रोबोट दिन में एक गाइड के रूप में और रात में एक सुरक्षा गार्ड के रूप में काम करता है, (मोबाइल रोबोट्स इंक के सौजन्य से)

सामान्य-उद्देश्य स्वायत्त रोबोट आम तौर पर मानव व्यवहार की नकल करते हैं और उनकी रूप रेखा भी मानवों से काफी मिलती जुलती है इस प्रकार के रोबोट को ह्युमनोइड रोबोट (humanoid robot) कहा जाता है सामान्य-उद्देश्य स्वायत्त रोबोट मानवों की तरह लचीला नहीं है, लेकिन ज्ञात इलाकों पर वह अक्सर आराम से जा या चल सकता है कम्प्यूटर्स की ही तरह सामान्य-उद्देश्य स्वायत्त रोबोट सॉफ्टवेर और उपसाधनों से जुड़ा होता है जो की उसकी उपयोगिता बढाते हैं वे लोगों और चीज़ों को पहचान सकते हैं, उनसे बात कर सकते हैं, उनके दोस्त बन सकते हैं, वातावरण की गुणवत्ता पर निगरानी रख सकते हैं, आपूर्ति ले सकते हैं और कई अन्य उपयोगी कार्य कर सकते हैं सामान्य-उद्देश्य स्वायत्त रोबोट भिन्न प्रकार के कार्यों को एक साथ कर सकता है या फिर वो इन कार्यों को करने के लिए दिन के अलग-अलग समय पर अलग-अलग भूमिका में आ सकता है

उद्देश्य के लिए निर्मित रोबोट

२००६ में, लगभग ३,५४०,००० सेवा रोबोट्स (service robot) और लगभग ९५०,००० औद्योगिक रोबोटस (industrial robot) कार्यरत थे[३५] एक अन्य अनुमान में पाया गया कि वर्ष २००८ में पूरे विश्व में करीब एक करोड़ रोबोट कार्य कर रहे थे, जिसमें से लगभग आधे एशिया में, ३२ % यूरोप में, १६% उत्तरी अमेरिका में, १ % ऑस्ट्रेलिया (Australasia) में और १ % अफ्रीका में थे।[३६] औद्योगिक और सेवा रोबोटों को उनके द्वारा किये जाने वाले कार्य के आधार पर दो भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है। पहली श्रेणी में ऐसे रोबोट आते हैं जो किसी कार्य को अधिक उत्पादकता, सटीकता, या मनुष्यों की तुलना में धीरज के साथ कर सकते है; जबकि दुसरे ऐसे कार्य करते हैं जिन्हें गंदे, खतरनाक या उबाऊ होने कि वजह से मनुष्य करना नहीं चाहते.

उत्पादकता, शुद्धता और सहनशीलता में वृद्धि के लिए

आज कल कई कारखानों वाले काम रोबोटों द्वारा किये जा रहे हैं इसकी वजह से ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे उत्पाद भी उत्पाद सस्ते हो गए हैं कारखानों में स्टेशनरी मैनिप्युलेटर (Stationary manipulator) की उपयोगिता बढ जाने से यह रोबोट के लिए सबसे बड़ा बाजार बन गया है

स्वचालित निर्देशित (Automated guided vehicle) वाहन चिकित्सा सामग्री और रिकॉर्ड लेकर चलती है

कारखाने रोबोटों के कुछ उदाहरण:

  • कार उत्पादन (Car production): पिछले तीन दशकों से ऑटोमोबाइल कारखानों पर रोबोटों का उत्पादन हावी हो गया है एक लाक्षणिक फैक्ट्री में सैकणों औद्योगिक रोबोट (industrial robot) होते हैं जो पूरी तरह से स्वचालित उत्पादन लाइनों पर कार्य करते हैं, इस तरह का एक रोबोट दस मानव श्रमिकों के बराबर कार्य करता है। एक स्वचालित उत्पादन लाइन पर, एक हस्तांतरक पर रखी वाहन चौकी या न्याधार गढ़ कर जोड़ी (welded) जाती है, चिपकाई (glue) जाती है, रंगी (paint) जाती है और अंत में रोबोट स्थानकों के क्रम में जोड़ी जाती है।
  • पैकेजिंग (Packaging):औद्योगिक रोबोट (Industrial robot) का प्रयोग विनिर्मित वस्तुओं कि पैकेजिंग के लिए बड़े पैमाने पर होता है, उदाहरण के लिए हस्तान्तारक पर रखे पेय उत्पादों के गत्ते का दब्बून को तेजी से उठाना और उन्हें बक्से में रखना, या मशीन केन्द्रों को लादना या उतारना.
  • इलेक्ट्रॉनिक्स: बड़े पैमाने पर बनाये गए मुद्रित सर्किट बोर्ड (printed circuit board) (पी एस बी) लगभग अनन्य रूप से चीजों को उठाने और सही स्थान पर रखने वाले रोबोटों द्वारा बनाये जाते हैं, विशेषकर स्कारा एस सी ए आर ए (SCARA) मैन्युपुलेटर द्वारा, जो कि स्ट्रिप्स या ट्रेज यानि पट्टी और तश्तरियों से छोटे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों (electronic component) को हटाकर और उन्हें पी एस बी पर काफी सटीकता के साथ लगाते हैं।[३७]

ऐसे रोबोट हर घंटे सैकणों और हजारों घटक लगा सकते हैं, जो कि मनुष्य कि गति, सटीकता और विश्वसनीयता से कहीं बेहतर है।[३८]

  • स्वचालित निर्देशित वाहन (Automated guided vehicle)(ए जी वी) : मोबाइल रोबोट, फर्श में लगे मार्करों या तारों की दृष्टि से या, विज़न[३९] या लेजर का प्रयोग करने की वजह से बड़ी सुविधाओं जैसेकि वेयरहाउस, कंटेनर बंदरगाहों, या अस्पताल के आस पास चीज़ों के परिवहन के लिए प्रयोग किये जाते हैं।[४०]
    • ए जी वी शैली के शुरुआती रोबोट ऐसे कार्यों तक सीमित थे जिन्हें सटीक रूप से परिभाषित किया जा सकता था और जो हर बार एक ही तरीके से किये जाते थे। बहुत कम प्रतिक्रिया या बुद्धि की ज़रुरत होती थी और रोबोट को केवल सबसे आधारभूत एक्स्टेरोसेप्टरों की ज़रुरत होती थी। इन ए जी वी की सीमा ये थी की उनका पथ आसानी से बदला नहीं जा सकता था और अगर उनके पथ में कोई बाधा आ जाए तो वो रास्ता बदल नहीं सकते थे। अगर एक ए जी वी टूट गया तो पूरे आपरेशन को रोक सकता है
    • अंतरिम ए जी वी-टेक्नोलॉजीज ने संकेत दीपो या बार कोड यानि रेखिका कूट ग्रिडों के ट्राईऐन्ग्युलेशंस को काम में लाकर फर्श या छत दो जांचने के लिए तरीका विकसित किया। ज्यादातर कारखानों में, ट्राईऐन्ग्युलेशंस प्रणाली को मध्यम या उच्च स्तर के रखरखाव की ज़रुरत होती थी, जैसेकि हर दिन संकेत दीपो या बार कोड की सफाई.इसके अलावा, अगर अगर एक लम्बी चटाई या बड़ा वाहन बीकन या बार कोड खराब हो जाता है तो ए जी वी खो सकता है अक्सर ऐसे ए जी वी को मानव रहित वातावरण में उपयोग करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है
    • इससे नए ए जी वी जैसे की स्पेसी-मीनार,[४१] एडम,[४२] टैग[४३] और पैट्रोलबोट गोफर[४४] मानव की काम करने की जगह के अनुकूल डिजाइन किये गए हैं। वे प्राकृतिक विशेषताओं को पहचानकर यात्रा करते हैं त्रिआयामी स्कैनर (3D scanner) या वातावरण को दो या तीन आयामों में समझने के लिए प्रयोग होने वाले अन्य साधन ए जी वी की वर्तमान स्थिति में मृत-गणना (dead-reckoning) में बढ़ी हुई त्रुटियाँ (errors) को निकालने में मदद करती हैं कुछ ए जी वी समकालिक स्थानीयकरण और मानचित्रण वाली स्कैनिंग लेजर (स्लैम) का प्रयोग करके वातावरण का मानचित्र (simultaneous localization and mapping) बना सकते हैं और उन मानचित्रों का प्रयोग वास्तविक समय में दुसरे पथ निर्धारण और बाधा निवारण एल्गोरिदम कोई नेविगेट करने के लिए कर सकते हैं, ये जटिल वातावरण में कार्य और दोहराए न जाने वाले कार्यों सहित गैर क्रमिक कार्य करने में सक्षम हैं, जैसे की एक अर्धचालक प्रयोगशाला में फोटोमास्क (photomask) का, अस्पत्तालों में नमूने और वेयरहाउस में सामानों का परिवहन. गतिशील क्षेत्र के लिए, जैसे की तृणशय्या से भरे भंडारगृहों में ए जी वी को अतिरिक्त रणनीति की आवश्यकता होती है केवल कुछ दृष्टि संवर्धन प्रणालियाँ ही ऐसे वातावरण में विश्वसनीय तनाका करने का दावा कर सकती हैं।

गंदे, सुस्त खतरनाक या दुर्गम कार्य के लिए

के फल्लुजाह कैम्प (Camp Fallujah) के पास दफ़न किये हुए विस्फोटक उपकरण में विस्फोट (improvised explosive device) करने के लिए एक टेलीरोबोट का प्रयोग करता हुआ।

ऐसे बहुत से कार्य हैं जो की मनुष्य रोबोट ओं के लिए छोड़ सकता है यह कार्य, उबाऊ हो सकता है जैसे की सफाई करना (cleaning), या फिर खतरनाक भी हो सकता है जैसे की ज्वालामुखी[४५] के अन्दर तलाश करने का कार्य अन्य कार्य शारीरिक रूप से अगम्य होने की वजह से रोबोटों को दिए जा सकते हैं जैसे की दुसरे ग्रह की खोज,[४६] लम्बी पाइपों की सफाई या लेप्रोस्कोपिक (laparoscopic) सर्जरी[४७] करना

  • टेलीरोबोट (Telerobot): जब कोई ऐसा खतरनाक कार्य करना होता है जिसे करते समय आस पास रहने से मनुष्य को खतरा हो सकता है तो काफी दूर, अगम्य, टेलीओपरेटेड रोबोटों का प्रयोग किया जाता है। पूर्वनिर्धारित गति करने कि बजाय, टेलीरोबोत कुछ दूर स्थित मानव द्वारा चलाया जाता है। रोबोट किसी दुसरे कमरे या किसी दुसरे देश, या ऑपरेटर के लिए एक बहुत अलग पैमाने पर हो सकता है। उदाहरण के लिए, एक लेप्रोस्कोपिक (laparoscopic) सर्जरी रोबोट एक शल्यक्रिया विशेषज्ञ को इस बात कि सुविधा देता है कि वो एक रोगी के शरीर के अन्दर कोई शल्य क्रिया करने के लिए खुले ओपरेशन कि तुलना में काफी छोटे पैमाने पर ओपरेशन करे ताकि मरीज़ के ठीक होने का समय काफी कम हो जाता है।[४७] एक बम को निष्क्रिय करते समय ऑपरेटर एक छोटे रोबोट को उसे निष्क्रिय करने के लिए भेजता हैकई लेखक दूर से पुस्तकों पर हस्ताक्षर करने के लिए लॉन्ग पेन नाम का एक उपकरण इस्तेमाल कर रहे हैं[४८] दूर से चलाये जाने वाले टेलीओपरेटेड रोबोट vimaan, जिसकी प्रीडेटर मानव रहित हवाई वाहन अड़ियल वेहिकल (Unmanned Aerial Vehicle) का प्रयोग सेना द्वारा दिन प्रति दिन बढ़ रहा है। ये विमान चालक रहित वाहन इलाको को धुंद और लक्ष्य को भेद सकती है[४९][५०] सैकणों रोबोट जैसे कि आई रोबोट (iRobot's), पैक रोबोट (Packbot) और फोस्टर-मिलर टी ए एल ओ एन (Foster-Miller TALON) का प्रयोफ़ इराक़ और अफगानिस्तान में अमीरिकी सेनाओं (U.S. military) द्वारा सड़क के किनारे लगाये गए बमों को निष्क्रिय करने और बेहतर विस्फोटक उपकरणों (Improvised Explosive Device)(आई ई डी) के विस्फोटक आयुध निपटान (explosive ordnance disposal)(आई ई डी) के लिए किया जा रहा है।[५१]
रूम्बा (Roomba) घरेलू वैक्यूम क्लीनर (vacuum cleaner) रोबोट एक एकल, सेवक का काम करता है
  • समर्पित स्वायत्त रोबोटों:जैसे जैसे रोबोटों की कीमत घाट रही है और वो और चालाक और स्वायत्त होते जा रहे हैं, तब से एक करोड़ से ज्यादा घरों में साधारण रोबोट एक कार्य कर रहे हैं। वो ऐसी नौकरियां कर रहे हैं जो साधारण हैं लेकिन मनुष्य द्वारा अवांछित हैं जैसे की वैक्यूम क्लीनिंग (vacuum cleaning) और फर्श की सफाई (floor washing) या लॉन की कटाई. (lawn mowing) कई विकसित देशों जैसे कि जापान में, जनसँख्या कि औसत आयु बढ़ रही है, अर्थात ऐसे वृद्ध लोग ज्यादा हैं जिनका ख़याल रखा जाना है और ऐसे लोग कम हैं जो ख़याल रख सकें.[५२][५३] शोधकर्ता एक ऐसे रोबोट को बनाने के काम में जुटे हैं जिससे रोबोट्स बूढे लोगों की देखभाल में मदद कर सकें

रोबोट्स के प्रकार

साँचा:seealso कई प्रकार के रोबोट्स अस्तित्व में हैं

ओपन-सौर्स (swarm)-माइक्रो-रोबोटिक परियोजना से रोबोट्स का झुंड
  • झुंड रोबोटों (Swarm robots):[[: en: कालोनी (जीव विज्ञान)|चींटी (ants) और मक्खियों (bees) के समूह]] (colonies of insects) से प्रेरित होकर अनुसन्धानकर्ताओं ने हजारों सूक्ष्म रोबोटों को बनाया जो मिलकर एक कार्य करते हैं, जैसे की कुछ छुपी हुई चीज़ ढूंढ़ना, साफ़ करना या जासूसी करना। प्रत्येक रोबोट काफी सरल होता है, लेकिन स्वार्म का आकस्मिक व्यवहार (emergent behavior) काफी जटिल होता है रोबोट्स के पूरे सेट को मात्र एक वितरण प्रणाली के रूप में माना जा सकता है, उसी प्रकार से चीटियों की मंडली को सुपर ओर्गानिस्म (superorganism) खुफिया झुंड (swarm intelligence) को प्रर्दशित करता हैआई रोबोट, एस आर आई / मोबाइल रोबोट्स सेंटी बोट्स परियोजना और ओपन-सोर्स मिक्रो-रोबोटिक परियोजना[५५] को मिलाकर अब तक का सबसे बड़ा स्वार्म जो बना है, वे सामूहिक अनुसंधान आचरण के अनुसन्धान के लिए प्रयोग में लाये जा रहे हैं[५६][५७] भीड़ भी विफलता के प्रतिरोधी रहे है जबकि एक बड़ा रोबोट नाकाम हो सकता है और मिशन को बर्बाद कर सकता है, लेकिन एक स्वार्म अनेकों रोबोटों के विफल हो जाने पर भी कार्य कर सकता है यह उन्हें अंतरिक्ष की खोज के लिए आकर्षक बना सकता है, जहाँ पर नाकामियाबी बहुत ही महँगी पद सकती है[५८]
  • हेप्तिक अंतरफलक रोबोट :रोबोटिक्स का आभासी वास्तविकता (virtual reality) के अंतरफलक के डिजाइन में भी कंप्यूटर प्रोग्राम है विशेष रोबोटों का हेप्तिक (haptic) अनुसंधान समुदाय में व्यापक इस्तेमाल है ये रोबोट "हेप्तिक इंटरफेस" कहे जाते हैं जो की स्पर्श-समर्थ उपयोगकर्ता को वास्तविक और आभासी वातावरण के संपर्क में आने के लिए अनुमति देता है रोबोटिक बल "आभासी वस्तुओं" के बनावटी यांत्रिक गुणों को स्वीकार करता है, जिसे उपयोगकर्ता स्पर्श (touch)[५९] के माध्यम से महसूस कर सकता है हेप्तिक इंटरफेसरोबोट-पुनर्वास सहायता (robot-aided rehabilitation) में भी इस्तेमाल की जाती हैं

संभावित समस्याओं

अनेकों पुस्तक श्रृंखलाओं और फिल्मों में रोबोट के प्रति भय और चिंता के बारे में बार -बार व्यक्त किया गया है एक आम विषय है की बेहद बुद्धिमान और सचेतन में दक्ष रोबोट का निर्माण, जो की मानव जाती को नष्ट करने या उनको अपना घुलाम बनाने के लिए प्रेरित करने की ताकत वाला हो (द टर्मिनेटर (The Terminator), रन अवे (Runaway), ब्लेड रनर (Blade Runner), रोबोकोप (Robocop), " स्टारगेट " में रेप्लिकेटरस (the Replicators in Stargate), "बैटलस्टार गैलैक्तिका " में साइकलोन (the Cylons in Battlestar Galactica), द मैट्रिक्स (The Matrix) और आई, रोबोट (I, Robot) देखें) कुछ काल्पनिक रोबोट मारने और बर्बाद करने के लिए प्रोग्राम किये जाते हैं और कुछ खुद के सॉफ्टवेर और हार्डवेयर का उन्नयन कर महामानवीय ज्ञान और क्षमताएं प्राप्त कर लेते हैं लोकप्रिय मीडिया जहां रोबोट खानायक के रूप में दिखाय गए हैं जैसे की2001: A Space Odyssey रेड प्लानेट (फिल्म) (Red Planet (film)), .... एक अन्य आम विषय है प्रतिक्रिया, कभी-कभी इसे "प्रारब्धिक घाटी" (uncanny valley) कहा जाता है, जो रोबोट मानव की बहुत करीबी से नक़ल करते हैं उनमें क़ोफ़्त और घृणा के भाव उत्पन्न हो जाता है[६०] फ्रेंकस्टीन (Frankenstein) (१८१८), ने अक्सर प्रथम काल्पनिक वैज्ञानिक उपन्यास में एक रोबोट या एक राक्षस को अपने निर्माताओं से आगे बढ़ते हुए दिखाया है जो की उस विषय का पर्याय बन गया है

मैनुएल डे लेंडा (Manuel De Landa) ने इस बात पर ध्यान दिया है की "स्मार्ट मिसाइल" और  कृत्रिम धारणा से सुसज्जित स्वायत्त बम को रोबोट माना जा सकता है और वे अपने कुछ निर्णय स्वतंत्रता से स्वयं ही ले सकते हैं 


उनका मानना है की यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण और खतरनाक प्रवृत्ति है की मनुष्य अपने अहम फैसले मशीनों को सौप रहा है[६१]

लुटेरे रोबोट्स में मनोरंजन के तत्व हो सकते हैं, लेकिन उनके दुरूपयोग के वो वास्तविक खतरा पैदा कर सकते हैं एक भरी भरकम, प्रवर्तक और अपूर्वानुमेय जटिल व्यवहार वाला औद्योगिक रोबोट नुक्सान पहुंचा सकता है, जैसे की अगर वो मानव पैर पर या मानव शरीर पर गिर जाए तो वो नुक्सान पहुंचा सकता है अधिकांश औद्योगिक रोबोट सुरक्षा बडे के अंदर काम करते हैं, जो उन्हें मानवों से अलग रखता है, लेकिन सभी रोबोटों को नहीं एक रोबोट द्वारा पहली दुर्घटना रॉबर्ट विलियम्स (Robert Williams) के साथ घटी, 25 जनवरी १९७९[६२] में कास्टिंग प्लांट में फ्लैट रॉक, मिचिगन (Flat Rock, Michigan) में वे एक रोबोटिक हस्त से टकरा गए थे और दुसरे थे ३७ वर्षीय केंजी उरदा (Kenji Urada), १९८१ में, एक जापानी फैक्ट्री के मजदूर उरादा अपने रोबोट की नियमित रखरखाव का काम कर रहे थे, लेकिन लापरवाही में उसे ठीक तरह से बंद करना भूल गए और दुर्घटना वश वे ग्रिन्डिंग मशीन (grinding machine) की और धकेल गए[६३]

साहित्य

साँचा:see also

एक गैनोइड (gynoid) या रोबोट को एक औरत की तरह दिखने के लिए बनाया गया, वो कुछ लोगों को दिलासा और कुछ को परेशान करती हुई दिख सकती है[६०]

रोबोटिक लक्षण, ऐंड्रोइड (android) (कृत्रिम पुरुष) या गायनोइड (gynoid) (कृत्रिम नारी) और साईंबोर्ग (cyborg) (महत्वपूर्ण यांत्रिक संवर्धन के साथ मनुष्य जिसे बायोनिक (bionic) मनुष्य के नाम से भी जाना जाता है) आज विज्ञान कल्पना का मूल बन चुके हैं।

पश्चिमी साहित्य में यांत्रिक कर्मचारियों के सन्दर्भ में होमर की इलिअद में पाया गया पुस्तक १८ में हिफेस्तास, आग के देवता ने अखिलिस के लिए रोबोटों की मदद से एक नया कवच बनाया[६४], रिऊ (Rieu) के अनुवाद के अनुसार, " गोल्डन मिड सर्वेन्ट्स अपने मालिक की मदद करने के लिए दौड़ते थे वो न सिर्फ वास्तविक महिलाओं जैसी दिखती हैं, अपने पैर हिला सकती हैं, बोल सकती हैं और उनमें बुद्धिमत्ता होती है बल्कि अमर देवताओं द्वारा उन्हें हाथ के काम में शिक्षित भी किया गया है। निश्चय ही उनका वर्णन करने के लिए "रोबोट" या "ऐंड्रोइड" शब्दों का प्रयोग नहीं होता है लेकिन दिखने में वो फिर भी मानव सदृश यांत्रिक उपकरण हैं।

रोबोटों के बारे में कहानियां लिखने वाले सबसे बड़े लेखक थे इसाक ऐस्मोव (Isaac Asimov) (१९२०-१९९२) जिन्होंने अपनी काफी कृतियों में रोबोट और समाज से उनके संपर्क को केंद्र में रखा। [६५][६६] ऐस्मोव ने बड़े ध्यान से इस समस्या पर विचार किया की रोबोटों को कौन से ऐसे निर्देश दिए जाएँ जिस से वो मनुष्य जाती के लिए खतरा न बन सकें.इस आधार पर उन्होंने रोबोटिक्स के तीन नियमों (Three Laws of Robotics) का सिद्धांत दिया, ये टीन नियम हैं: किसी भी अवस्था में एक रोबोट को मनुष्य को नुक्सान पहुंचाने वाला नहीं बनाया जाना चाहिए और यदि वो ऐसा करने आये तो उसे निष्क्रिय कर दिया जाना चाहिए: रोबोट को हमेशा मनुष्य के आदेश मानने चाहिए जब तक वो पहले नियम में बाधा न बनें: और एक रोबोट को तब तक स्वरक्षा करनी चाहिए जब तक उसकी स्वरक्षा पहले और दुसरे नियम के विरुद्ध न हो। [६७] १९४२ में इनको लघु कथा "रन अराउंड" में परिचित कराया गया था, हालाँकि इसका पहले की कुछ कहानियों में आभास किया गया था बाद में, असिमोव ने ज़रोथ विधि को जोड़ा : "एक रोबोट मानवता को हानि नहीं पहुँचा सकता है, या निष्क्रियता से, मानवता को हानि पहुचाने के लिए प्रेरित करेगा "; बाकी सभी विधि आनुक्रमिक ढंग से इसको स्वीकार करने के लिए संशोधित की गई हैं

ऑक्सफोर्ड अंग्रेजी शब्दकोष (Oxford English Dictionary) के अनुसार असिमोव की लघु कहानी "लायर (Liar!)" के प्रथम अंश में (१९४१) प्रथम कानून के बारे में अंकित है जो की रोबोटिक्स शब्द के प्रयोग को सबसे पुराना उल्लेख है असिमोव को शुरुआत में इस चीज़ की जानकारी नहीं थी ; उसने सोचा की यह शब्द सादृश्य के साथ यांत्रिकी, जलगति विज्ञान और उसी प्रकार के सामान शब्दावलियों के लागू ज्ञान की शाखाओं का अर्थ बताता है[६८]

इन्हें भी देखें

लेख और संदर्भ

साँचा:reflist

आगे पढने के लिए

  • मार्गरेट चेनी [१९८९ :१२३ ] (१९८१)। टेस्ला, मैन आउट ऑफ़ टाइम डोरसेट प्रेस.न्यूयॉर्क.आई एस बी एन ०-८८०२९-४१९-१
  • जे.जे. क्रेग (२००५) रोबोटिक्स के परिचय.पीयर्सन प्रेंटिस हॉलउच्च सैडल नदी, एन जे
  • यूसुफ नीधम (1986)। चीन में विज्ञान और सभ्यता: भाग २ ताइपे: केव्स पुस्तकें लिमिटेड
  • सोथबी का न्यूयॉर्कमैट वयस का टीन से बने रोबोट खिलोनों का संग्रह (१९९६)
  • एल . डबल्यू . साई (१९९९)। रोबोट विश्लेषण.विले न्यूयॉर्क.
  • मैनुअल डे लेंडा बुद्धिमान मशीनों के युग में युद्ध १९९१ .मुड़ान.न्यूयॉर्क.

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  15. स्लोवाक (Slovak), यूक्रेनी (Ukrainian), रूसी और पोलिश सहितइस शब्द की उत्पत्ति ओल्ड चर्च स्लावोनिक (Old Church Slavonic) रैबोटा " सर्वीट्युड " से हुई (समकालीन बल्गेरियन् और रूसी भाषा में जिसका अर्थ है "कार्य"), जो कि भारत-यूरोपीय मूल के शब्द "ओर्भ-" से आता है स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
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  17. रोबोट जर्मन शब्द अर्बियेर्टर (कर्मचारी) का समस्रोतीय (cognate) है हंगरी में, रोबोट एक तरह कि सामंती (feudal) सेवा था ठीक उस बेगार (corvee) कि तरह जो कि स्थानीय रईसों (magnate) को हर साल किसानो (peasant) द्वारा लौटाया जाता थासाँचा:cite web
  18. साँचा:cite book
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  21. साँचा:cite web
  22. गैबी वुड "लिविंग डॉल्स: अ मैजिकल हिस्ट्री ऑफ़ द क्वेस्ट फॉर मैकेनिकल लाइफ" स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।, द गार्डियन (द गार्डियन), २००२-०२-१६ (16 फरवरी 2002)
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  55. ((साईट वेब |http://www.activrobots.com/RESEARCH/wheelchair.html%7Cसाँचा:category handlerसाँचा:main otherसाँचा:main other[dead link] शीर्षक = एस आर आई / मोबाइल रोबोट्स सेंटीबोट परियोजना))
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  61. मैनुएल डे लिंडा (Manuel de Landa), की बुद्धिमान मशीनों के युग में युद्ध (War in the Age of Intelligent Machines), न्यूयॉर्क: ज़ोन बुक्स, १९९१, २८० पन्ने, हार्ड कवर, आई एस बी एन ०-९४२२९९-७६-०; पेपरबैक, आई एस बी एन ०-९४२२९९-७५-२
  62. साँचा:cite news
  63. साँचा:cite news
  64. साँचा:cite web
  65. उन्होंने "४६० से ज्यादा किताबें और हजारों लेख और समीक्षाएं" लिखीं और वो आज तक के "तीसरे सबसे विपुल लेखक और आधुनिक विज्ञान कल्पना के संस्थापक पिता थे".साँचा:cite book
  66. साँचा:cite web
  67. साँचा:cite web
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