प्रवेशद्वार:कर्नाटक/चयनित पर्यटन स्थल
imported>आशीष भटनागर द्वारा परिवर्तित ०१:२९, १६ जुलाई २००९ का अवतरण (पृष्ठ को '{{आज का आलेख ११ जुलाई २००९}}' से बदल रहा है।)
पत्तदकल (कन्नड़ - ಪತ್ತದಕಲು) भारत के कर्नाटक राज्य में एक कस्बा है, जो भारतीय स्थापत्यकला की वेसर शैली के आरम्भिक प्रयोगों वाले स्मारक समूह के लिये प्रसिद्ध है। ये मंदिर आठवीं शताब्दी में बनवाये गये थे। यहाँ द्रविड़ (दक्षिण भारतीय) तथा नागर (उत्तर भारतीय या आर्य) दोनों ही शैलियों के मंदिर हैं। पत्तदकल दक्षिण भारत के चालुक्य वंश की राजधानी बादामी से २२ कि॰मी॰ की दूरी पर स्थित हैं। चालुक्य वंश के राजाओं ने सातवीं और आठवीं शताब्दी में यहाँ कई मंदिर बनवाए। एहोल को स्थापत्यकला का विद्यालय माना जाता है, बादामी को महाविद्यालय तो पत्तदकल को विश्वविद्यालय कहा जाता है।पत्तदकल शहर उत्तरी कर्नाटक राज्य में बागलकोट जिले में मलयप्रभा नदी के तट पर बसा हुआ है। यह बादामी शहर से २२ कि.मि. एवं ऐहोल शहर से मात्र १० कि॰मी॰ की दूरी पर है। यहां का निकटतम रेलवे स्टेशन २४ कि॰मी॰ दक्षिण-पश्चिम में बादामी है। विस्तार से पढ़ें