(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
ख़ूनी रविवार, 22 जनवरी, 1905 को रूस की ज़ार सेना ने शांतिपूर्ण मजदूरों तथा उनके बीबी-बच्चों के एक जुलूस पर गोलियाँ बरसाई, जिसके कारण हजारों लोगों की जान गईं। इस दिन चूँकि रविवार था, इसलिए यह ख़ूनी रविवार के नाम से जाना जाता है।
[१]
सन्दर्भ
बाहरी कड़ियाँ