जीवन एक संघर्ष
जीवन एक संघर्ष | |
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चित्र:जीवन एक संघर्ष.jpg जीवन एक संघर्ष का पोस्टर | |
निर्देशक | राहुल रवैल |
निर्माता | डी रामानायडू |
लेखक | जावेद अख्तर |
अभिनेता |
राखी गुलज़ार, अनिल कपूर, माधुरी दीक्षित |
संगीतकार | लक्ष्मीकांत प्यारेलाल |
प्रदर्शन साँचा:nowrap | 3 अगस्त, 1990 |
देश | भारत |
भाषा | हिन्दी |
जीवन एक संघर्ष 1990 में बनी हिन्दी भाषा की फिल्म है। इसका निर्माण डी रामानायडू ने किया और निर्देशन राहुल रवैल ने किया। राखी, अनिल कपूर और माधुरी दीक्षित मुख्य भूमिकाओं में है। फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर सफल रही।
संक्षेप
विधवा सुलक्षणा देवी (राखी) के तीन बच्चे होते हैं, जिसमें दो पुत्र, अर्जुन (कंवलजीत सिंह) और करन (अनिल कपूर), और पुत्री सुमन (शहनाज कूडिया) हैं। वे लोग किराये के मकान में रहते हैं। उनका मकान मालिक उनके साथ बहुत बुरा सलूक करता है और उनके सारे पैसे लूट लेता है। करन अपने मकान मालिक को लूटने की कोशिश करता है, लेकिन वो पकड़ा जाता है और पुलिस स्टेशन में भेज दिया जाता है। सुलक्षणा देवी मुम्बई में जाने से पहले करन से मिलने की कोशिश करती है, लेकिन उससे पहले ही वो वहाँ से भाग जाता है। करन भी मुम्बई के लिए निकल पड़ता है और वहाँ एक गैराज का मालिक उसे रख लेता है।
एक दिन सड़क के किनारे करन की कुछ लोगों से लड़ाई हो जाती है और करन पुलिस के हत्थे चढ़ जाता है। उसे देवराज कामत (अनुपम खेर) के लिए काम करने का मौका मिलता है, पर करन इंकार कर देता है। लेकिन कामत अपने दुश्मन रतन ढोलकिया (परेश रावल) को इस बारे में बता देता है। रतन उसे एक पुलिस अफसर के खून के इल्जाम में फंसा देता है। जब वो कामत के गिरोह में शामिल होने के लिए मान जाता है तो उसे रिहा कर दिया जाता है। करन अपने परिवार से मिलने की काफी कोशिश करता है, पर सुलक्षणा देवी उसे अपना बेटा मानने से इंकार कर देती है। उसकी मुलाकात मधु (माधुरी दीक्षित) से होती है और उससे प्यार होने के बाद वो अपराध की दुनिया को छोड़ने का फैसला कर लेता है। इसी बीच करन को पूरी तरह तबाह करने के लिए कामत और ढोलकिया एक हो जाते हैं।
मुख्य कलाकार
- राखी, सुलक्षणा देवी
- अनिल कपूर - करन कुमार
- माधुरी दीक्षित - मधु सेन
- अनुपम खेर, देवराज
- परेश रावल, रतन ढोलकिया
- मुनमुन सेन - शिवानी
- पंकज धीर - महेश ढोलकिया
- कंवलजीत सिंह - अर्जुन
- सी एस दुबे - रूप चंद
- मंगल ढ़िल्लों - पुलिस इंस्पेक्टर गिल
संगीत
सभी गीत जावेद अख्तर द्वारा लिखित; सारा संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल[१] द्वारा रचित।
क्र॰ | शीर्षक | गायक | अवधि |
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1. | "जीवन एक संघर्ष है — I" | मोहम्मद अज़ीज़, कविता कृष्णमूर्ति | 6:00 |
2. | "मिल गई ओ मुझे मिल गई" | अमित कुमार, अलका याज्ञनिक | 5:13 |
3. | "बच के तू जाएगी कहाँ" | अमित कुमार, कविता कृष्णमूर्ति | 6:00 |
4. | "हे बाबा रे बाबा" | अमित कुमार, कविता कृष्णमूर्ति | 6:54 |
5. | "हुस्न की मल्लिका मैं" | अमित कुमार, कविता कृष्णमूर्ति | 5:00 |
6. | "जीवन एक संघर्ष है — II" | मोहम्मद अज़ीज़, कविता कृष्णमूर्ति | 3:13 |
कुल अवधि: | 32:20 |