कल्पना पटवारी
कल्पना पटवारी | |
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पृष्ठभूमि की जानकारी | |
जन्म | साँचा:br separated entries |
मूल | असम, भारत |
मृत्यु | साँचा:br separated entries |
शैलियां | लोकगीत, शास्त्रीय, गज़ल |
गायिका | |
सक्रिय वर्ष | 2001–वर्तमान |
कल्पना पटवारी एक भारतीय प्लेबैक और लोक गीत गायिका हैं। इन्होंने जुनून - कुछ कर दिखाने का (2008) नाम के रियलिटी शो में भी भाग लिया था, जिसका प्रसारण एनडीटीवी इमेजीन पर हुआ था। हालांकि इन्हें इनके कई सारे लोकगीतों को गाने और इनके प्रसिद्ध गानों के कारण जाना जाता है।
निजी जीवन
कल्पना का जन्म 27 अक्टूबर 1978 को असम के बरपेटा जिले में हुआ था।[१] इन्होंने अंग्रेजी साहित्य की पढ़ाई कॉटन कॉलेज से की और 1996 में लखनऊ में इन्होंने भारतीय शास्त्रीय संगीत का ज्ञान लिया। इन्होंने मात्र चार साल की उम्र से ही सार्वजनिक रूप से कार्यक्रम करना शुरू कर दिया था। इनके पिता बिपिन पटवारी, जो खुद एक लोकगीत गायक हैं, के द्वारा इन्हें बचपन में ही कमरुपिया और गोलपोरिया नाम के असम लोकगीतों का अभ्यास करा दिया गया था। इन्होंने लखनऊ के भटखण्डे म्यूजिक इंस्टीट्यूट यूनिवर्सिटी से भारतीय शास्त्रीय संगीत में संगीत विशारद का अभ्यास किया था।[२] इन्होंने कई भोजपुरी गाने भी गाये हैं, जिसमें पूर्वी, पचरा, कजरी, सोहर, विवाह गीत, चायता और नौटंकी शामिल है।[३][४]
कल्पना ने भिखारी ठाकुर के कार्यों पर बहुत मेहनत से कार्य किया और उनके जीवन और कार्यों पर आधारित एल्बम बनाया था।[५]
करियर
गायिकी
कल्पना पटवारी पहली ऐसी भोजपुरी गायिका हैं, जो खड़ी बिरह के वर्षों पुरानी परंपरा को अंतरराष्ट्रीय मंच पर पेश किया।[६] ये 2013 में एक डॉक्युमेंट्री फिल्म, बिदेसिया इन बंबई में भी दिखी थीं, जो फिल्म 8 दिसम्बर 2013 को दिखाई गई थी। इस फिल्म में कहीं दूर स्थान से आ कर बसे मजदूरों के नजर से मुंबई को दिखाया गया है। इसमें दृश्य के साथ साथ इनका संगीत भी है।
इन्हें इंडियन अराइवल डे के लिए सांस्कृतिक मामले के मंत्रालय द्वारा लेटिन अमेरिकी देशों में 15 दिन के यात्रा पर भी बुलाया गया था। ये पहली महिला गायिका भी हैं, जो छपराहिया पूर्वी स्टाइल में गाना गाईं और जिनके गाने को रिकॉर्ड भी किया गया। इससे पहले तक इस स्टाइल में पुरुष गायकों की आवाज ही रिकॉर्ड की गई थी।[७]
राजनीतिक
जुलाई 2018 में कल्पना ने पटना में भारतीय जनता पार्टी से जुड़ गईं। इस दौरान इसके अध्यक्ष अमित शाह और बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी शामिल थे।[८]