गंगोली राज्य

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>InternetArchiveBot द्वारा परिवर्तित १८:३१, १४ जून २०२० का अवतरण (Rescuing 1 sources and tagging 0 as dead.) #IABot (v2.0.1)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
साँचा:ns0
गंगोली राज्य
राज्य
१३वीं सदी–१६वीं सदी
राजधानी मनकोट
शासन राजतंत्रसाँचा:ns0
इतिहास
 -  स्थापित १३वीं सदी
 -  अंत १६वीं सदी

गंगोली राज्य तेरहवीं से सोलहवीं शताब्दी तक वर्तमान उत्तराखण्ड राज्य में एक ऐतिहासिक राज्य था। राज्य की राजधानी मनकोट में थी, और इस कारण यहाँ के राजाओं को मनकोटी राजा कहा जाता था।[१]साँचा:rp[२]साँचा:rp

सरयू गंगा तथा राम गंगा नदियों के मध्य स्थित होने के कारण इस क्षेत्र को पूर्वकाल में गंगावली कहा जाता था, जो धीरे धीरे बदलकर गंगोली हो गया।[३]साँचा:rp तेरहवीं शताब्दी में मनकोटी राज शुरू होने से पहले इस क्षेत्र पर कत्यूरी राजवंश का शासन था। गंगोलीहाट इस क्षेत्र का प्रमुख व्यापारिक केंद्र था।

सोलहवीं शताब्दी में कुमाऊँ के राजा बालो कल्याण चन्द ने मनकोट पर आक्रमण कर गंगोली क्षेत्र पर अधिकार कर लिया।[३]साँचा:rp

गंगोली के राजा

गंगोलीहाट के जाह्नवी नौले से प्राप्त एक शिलालेख पर निम्नलिखित मनकोटी राजाओं के नाम अंकित हैं।[४]साँचा:rp

  • कर्म चन्द
  • सीतल चन्द
  • ब्रह्म चन्द
  • हिंगुल चन्द
  • पुनिया चन्द
  • अणि चन्द
  • नारायण चन्द

सन्दर्भ