नुअस केरकेट्टा

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>Sanjeev bot द्वारा परिवर्तित ०३:१७, २८ जनवरी २०१७ का अवतरण (बॉट: वर्तनी एकरूपता।)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
नुअस केरकेट्टा

खड़िया साहित्याकाश के मूर्धन्य साहित्यकार नुअस केरकेट्टा का जन्म सिमडेगा के कोबांग गाँव में 19 नवंबर 1907 ई. को हुआ था। खड़िया भाषा-साहित्य के विकास के लिए आजीवन समर्पित नुअस ने खड़िया लिटरेरी सोसायटी की स्थापना की और एक लिपि भी अविष्कृत की जो अप्राप्य है। उन्होंने खड़िया समुदाय का इतिहास ‘खड़िया नंदिनी’ की रचना की है और खड़िया शब्दकोश भी तैयार किया है, जो अप्रकाशित है। वे एक कुशल संस्कृतिकर्मी और संगठक थे। उन्होंने भाषा और साहित्य के साथ-साथ सामाजिक विकास के लिए सांस्कृतिक आंदोलन भी चलाया। जुलाई 1990 को उनका देहांत हो गया।

सन्दर्भ

  • पुरखा झारखंडी साहित्यकार और नये साक्षात्कार: वंदना टेटे (सं), प्यारा करेकेट्टा फाउंडेशन, रांची 2012


झारखंड के प्रसिद्व लोग

जयपाल सिंह मुंडा|तिलका माँझी| अलबर्ट एक्का|राजा अर्जुन सिंह| जतरा भगत|बिरसा मुण्डा|गया मुण्डा|फणि मुकुट राय|दुर्जन साल|मेदिनी राय|बुधू भगत|तेलंगा खड़िया|ठाकुर विश्वनाथ साही|पाण्डे गणपत राय|टिकैत उमराँव सिंह|शेख भिखारी