योसा बुसोन
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योसा बुसोन या तानिगुचि बुसोन (१७१६–१७ जनवरी १७८४) एक जापानी हाइकु कवि एवं चित्रकार थे,[१] जिन्हें सामान्यत: बुसोन के नाम से जाना गया। इनकी तुलना महान जापानी कवि मात्सुओ बाशो और इस्सा से की जाती है। योसा का मूल नाम तानिगुचि बुसोन था।[२] डॉ॰ अंजली देवधर द्वारा हिन्दी में अनुवादित योसा बुसोन का एक हाइकु-[३]
एक पतझड़ की सांझ
एक घंटा विश्राम का
एक क्षणिक जीवन में
बुसोन शब्द-शिल्पी हैं, उनका एक हाइकु है-
हारु सामे या
मोनोगातारि युकु
मिने तो कासा।
(मूल हाइकु)
अज्ञेय ने इसका अनुवाद किया है-
वर्षा में वसन्त को मैंने देखा
छाता एक, एक बरसाती
साथ-साथ जाते बतियाते।
[४]
(अज्ञेय द्वारा किया गया अनुवाद)
सन्दर्भ
- ↑ Henry Trubner, Tsugio Mikami, Idemitsu Bijutsukan. Treasures of Asian art from the Idemitsu Collection. Seattle Art Museum, 1981. ISBN 978-0-932216-06-9 p174
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ अरी ओ करुणा प्रभामय, १९५९, पृष्ठ-१०२
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