विधान वाचक वाक्य

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>रोहित साव27 द्वारा परिवर्तित ०७:३४, ९ फ़रवरी २०२२ का अवतरण (संजीव कुमार (वार्ता) के अवतरण 5384147 पर पुनर्स्थापित : Reverted to the best version)
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

जिन वाक्यों में किसी क्रिया के करने या होने का सामान्य रूप बोध हो, उन्हें विधानवाचक वाक्य कहते हैं।

उदाहरण

  1. सूर्य गर्मी देता है।
  2. वह शिमला गया होगा।
  3. भारत हमारा देश है।
  4. वह बालक है।
  5. हिमालय भारत के उत्तर दिशा में स्थित है।
  6. राम ने खाना का लीया|
व्यख्या
उपरोक्त वाक्योँ में सूर्य का गर्मी देना, हिन्दी का आधिकारिक भाषा होना आदि कार्य हो रहे हैं और किसी के (देश तथा बालक) होने का बोध हो रहा है।

सन्दर्भ

बाहरी कड़ियाँ