चटगाँव (शहर)

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
imported>জাবিরটটক द्वारा परिवर्तित ०१:३५, ४ जनवरी २०२१ का अवतरण
(अन्तर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अन्तर) | नया अवतरण → (अन्तर)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
साँचा:if empty
महानगर
स्क्रिप्ट त्रुटि: "photo montage" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
साँचा:location map
देशबांग्लादेश
विभागचटगाँव विभाग
जिलाचटगाँव जिला
स्थापना१३४० ई.[१]
शहर का दर्जा मिला१८६३[२]
शासन
 • महापौरमु. मंज़ूर आलम
क्षेत्र[३]साँचा:infobox settlement/areadisp
जनसंख्या (2008)[४]
 • महानगर२५,७९,१०७
 • घनत्वसाँचा:infobox settlement/densdisp
 • महानगर५ ६८० ००० (२,०११e)
 • महानगरीय घनत्वसाँचा:infobox settlement/densdisp
 • वासीनामचटगाँवी
 • वासीनाम densityसाँचा:infobox settlement/densdisp
समय मण्डलबांमास (यूटीसी+6)
डाक कूट4000
जीडीपी (2008)$25.5 billion[५]
जीडीपी वृद्धि (2008)6.3%[५]
कॉलिंग कोड31
वेबसाइटचटगांव शहर निगम

साँचा:template otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main otherसाँचा:main other

चटगाँव या चटगांव (बांग्ला: চট্টগ্রাম चट्टोग्राम), बांग्लादेश का एक प्रमुख बंदरगाह और दूसरा सबसे बड़ा शहर है। चटगांव एक गहरे पानी का प्राकृतिक बंदरगाह है। बंगाल की खाड़ी के पूर्वी तट और कर्णफुली नदी के मुहाने पर स्थित यह शहर, देश के दक्षिणी विभाग में पड़ता है। 2011 में इसकी अनुमानित जनसंख्या 65 लाख से अधिक थी। दक्षिण एशिया में यह वाणिज्य, उद्योग और जहाजरानी (शिपिंग) का एक प्रमुख केंद्र है। यह दुनिया के सबसे तेजी से विकसित होते महानगरों में से भी एक है।

सदियों से चटगाँव के इस प्राचीन प्राकृतिक बंदरगाह ने बंगाल और बंगाल की खाड़ी के प्रमुख व्यापारिक केंद्रों के लिए एक प्रवेश द्वार का कार्य किया है। इस बंदरगाह ने मध्य पूर्व, दक्षिण पूर्व एशिया, यूरोप और चीन के व्यापारियों को आकर्षित किया है। अरब अन्वेषक इब्न-बतूता, वेनिस के व्यापारी निकोलो डे' कोंटी और चीनी एडमिरल झेंग ही समेत कई ऐतिहासिक यात्री इस बंदरगाह से होकर गुजरे हैं। 16 वीं सदी के पुर्तगाली साम्राज्य में इसे पोर्टो ग्रांडे डी बेंगाला के नाम से जाना जाता था। ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल के अंतिम स्वतंत्र नवाब को हराने के बाद 1760 में बंदरगाह का नियंत्रण प्राप्त किया। 19 वीं सदी में ब्रिटिश राज के तहत, आधुनिक चटगाँव बंदरगाह के विकास के लिए असम-बंगाल रेलवे का निर्माण किया गया। द्वितीय विश्व युद्ध में बर्मा अभियान के दौरान यह मित्र देशों की सेना के लिए एक महत्वपूर्ण आधार बना। 1947 में ब्रिटिश भारत के विभाजन के बाद, चटगाँव पूर्वी पाकिस्तान का हिस्सा बन गया। 1971 में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध की शुरुआत में बांग्लादेश की स्वतंत्रता की घोषणा चटगाँव से की गयी।

इन्हें भी देखें

सन्दर्भ

  1. बांग्लादेश में नगरों की सूची, अभिगमन तिथि: 15 अगस्त 2013
  2. साँचा:cite web
  3. साँचा:cite web
  4. साँचा:cite web
  5. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।