हरिषेण

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हरिषेण चौथी शताब्दी के संस्कृत कवि और मन्त्री थे। वे समुद्रगुप्त की राजसभा के एक महत्वपूर्ण सभासद थे। ३४५ ई में रचित उनकी सर्वाधिक प्रसिद्ध कृति प्रयाग प्रशस्ति है जिसमें समुद्रगुप्त की वीरता का वर्णन है। यह एक महान कवि थे |