सुथार

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सुथार (संस्कृत : सूत्रधार) भारत में एक जाति है।[१] मूलतः इनका पारंपरिक काम बढ़ई (खेती) होता है।[२]

एक सुथार बढई का कार्य करते हुए।

सूत्रधार एक संस्कृत शब्द है। संस्कृत में सूत्र का अर्थ है धागा (जिसका उपयोग आरी के निशान को चिह्नित करने के लिए किया जाता है) और धरा का अर्थ है धारण करना। सुथार नाम सुत्रधार का तद्भव रूप हैं।साँचा:sfn[३][४]

पौराणिक कथाओं के अनुसार, सूत्रधार विश्वकर्मा के पुत्र माया के वंशज हैं। ऋग्वेद के अनुसार विश्वकर्मा ब्रह्मांड के दिव्य इंजीनियर हैं। स्कंद पुराण में उनके पांच बच्चे थे मनु, माया, तवस्तार, शिल्पी और विश्वजना एवं ऐसा माना जाता है कि विश्वकर्मा समुदाय के लोग उनके पांच उप-समूहों के अग्रदूत थे, जो कि लोहार, बढ़ई के गोत्रों (कुलों) के थे।[५]

सन्दर्भ

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  3. साँचा:cite book
  4. साँचा:cite book
  5. साँचा:cite journal