लोहार
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व्यवसाय | |
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साँचा:longitem | व्यवसाय |
साँचा:longitem | पेशा |
विवरण | |
दक्षता(एं) | शारीरिक शक्ति, अवधारणा |
साँचा:longitem | कलाकार, शिल्पकार |
साँचा:longitem | नालबन्द |
उस व्यक्ति को लोहार कहते हैं जो लोहा या इस्पात का उपयोग करके विभिन्न वस्तुएँ बनाता है। हथौड़ा, छेनी, भाथी (धौंकनी) आदि औजारों का पयोग करके लोहार फाटक, ग्रिल, रेलिंग, खेती के औजार, कुछ बर्तन एवं हथियार आदि बनाता है।[१]
भारत में लोहार एक प्रमुख व्यावसायिक जाति है।
लोहार या 'लुहार' (अंग्रेज़ी: Blacksmith) उस व्यक्ति को कहते हैं, जो लोहा या इस्पात का उपयोग करके विभिन्न वस्तुएँ बनाता है। हथौड़ा, छेनी, धौंकनी आदि औजारों का पयोग करके लोहार फाटक, ग्रिल, रेलिंग, खेती के औजार, बर्तन एवं हथियार आदि बनाता है।
- भारत में लोहार एक प्रमुख व्यावसायिक जाति है। जाति के आधार से लोहार पिछड़े वर्ग में आता है। लौह शिल्प – लौहकार ब्राह्मण है।अथर्ववेदीय विश्वकर्मा ब्राह्मण कहलाते हैं
- लोहार दो और हैं-
- गाडिया लोहार
- मालविया लोहार[२]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
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