संयुक्त अरब अमीरात

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संयुक्त अरब अमीरात
ध्वज कुल चिह्न
राष्ट्रवाक्य: دولة الإمارات العربية المتحدة
Dawlat Al-Imārāt al-‘Arabīya al-Muttaḥidaसाँचा:spaces(अरबी)
""अल्लाह, देश, अध्यक्ष""
राष्ट्रगान: ईशे बिलादे
राजधानीअबू धाबी
साँचा:coord
सबसे बड़ा नगर दुबई
राजभाषा(एँ) अरबी
मान्यता प्राप्त क्षेत्रिय भाषायें अंग्रेजी, उर्दू, हिन्दी और फारसी
मानवजातीय वर्ग 34% Arab
(19% Emirati and 15% other Arabs),
8% Iranian,
50% South Asian,
8% other expats (inc. Westerners & East Asians)
निवासी अमीराती
सरकार संघीय संवैधानिक राजशाही
 -  राष्ट्रपति खलीफा बिन जाएद अल नाहयान
 -  प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम
 -  पहले शाही राजकुमार मोहम्मद बिन जाएद अल नाहयान
 -  दूसरे शाही राजकुमार हामदान बिन मोहमे बिन राशिद अल मकतूम
विधान मण्डल संघीय राष्ट्रीय परिषद
स्वतंत्रता
 -  युनाईडेट किंगडम से २ दिसम्बर १९७१ 
क्षेत्रफल
 -  कुल ८३,६०० साँचा:smallsup km2 (११६ वां)
 -  जल (%) नगण्य
जनसंख्या
 -  २०२४ जनगणना ४,७९८,४९१ (१२० वां)
 -  २००० जनगणना २,९३८,०००
सकल घरेलू उत्पाद (पीपीपी) २००८ प्राक्कलन
 -  कुल $१८४.९८४ बिलियन (-)
 -  प्रति व्यक्ति $३८,८३० (१४ वां)
मानव विकास सूचकांक (2013)साँचा:steady 0.827[१]
साँचा:color · 40वाँ
मुद्रा यूएई दिरहम (AED)
समय मण्डल GMT +४ साँचा:nowrap
 -  ग्रीष्मकालीन (दि॰ब॰स॰) आकलन नहीं (यू॰टी॰सी॰+४)
दिनांक प्रारूप d/mm/yyyy (CE)
यातायात चालन दिशा right
दूरभाष कूट +९७१
इंटरनेट टीएलडी .ae
साँचा:lower The country's exact size is unknown because of disputed claims to several islands in the Persian Gulf, because of the lack of precise information on the size of many of these islands, and because most of its land boundaries, especially with Saudi Arabia, remain undemarcated.

संयुक्त अरब अमीरात मध्यपूर्व एशिया में स्थित एक देश है। सन् १८७३ से १९४७ तक यह ब्रिटिश भारत के अधीन रहा। उसके बाद इसका शासन लंदन के विदेश विभाग से संचालित होने लगा। १९७१ में फारस की खाड़ी के सात शेख राज्यों आबू धाबी, शारजाह, दुबई, उम्म अल कुवैन, अजमान, फुजइराह तथा रस अल खैमा को मिलाकर स्वतंत्र संयुक्त अरब अमीरात की स्थापना हुई। इसमें रास अल खैमा १९७२ में शामिल हुआ।

19वीं सदी में यूनाइटेड किंगडम और अनेक अरब शेखों के बीच हुई संधि की वजह से 1971 से पहले संयुक्त अरब अमीरात को युद्धविराम संधि राज्य के नाम से जाना जाता था। इसके अलावा क्षेत्र के अमीरात की वजह से 18वीं शताब्दी से लेकर 20वीं शताब्दी के शुरुआत तक इसे पायरेट कोस्ट के नाम से भी जाना जाता था। 1971 के संविधान के आधार पर संयुक्त अरब अमीरात की राजनैतिक व्यवस्था आपस में जुड़े कई प्रबंधकीय निकायों से मिलकर बनी है। इस्लाम देश का राष्ट्रीय धर्म और अरबी राष्ट्रीय भाषा है। तेल भंडार के मामले में दुनिया का छठवां सबसे बड़ा देश संयुक्त अरब अमीरात की अर्थव्यवस्था मध्यपूर्व में सबसे विकसित है।

Mapa economica del Golf Persic
A traditional souk in Deira, Old Dubai
Dubai Metro Red Line Viaduct on 22 November 2007
Jebel Ali station (now UAE Exchange) under construction in May 2008
Ibn Battuta Mall station on the Red line
Flag of Dubai.svg

=नाम= सात शेखों की सात अमीरातों के संघ होने के कारण इसे संयुक्त अरब अमीरात के नाम से जाना जाता है। दुनिया की सबसे ऊंची इमारत के ताज वाली इमारत बुर्ज खलीफा इन्ही सात इमारतों में से एक दुबई में स्थित हो जो दुनिया भर के पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र है

यूएई में रहते हैं सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीय

संयुक्त अरब अमीरात में सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीय रहते हैं. यहां दुनिया की सबसे बड़ी NRI आबादी निवास करती है. यूएई में करीब 33 लाख भारतीय रहते हैं. प्रवासियों पर जारी यूएन की 2017 की एक रिपोर्ट के मुताबिक यूएई में सबसे ज्यादा प्रवासी भारतीय रहते हैं. 2017 से पहले यहां करीब 28 लाख प्रवासी भारतीयों के रहने की बात कही जा रही थी.

2000 में यूएई में रहने वाले भारतीयों की संख्या 9 लाख के आसपास थी. लेकिन उसके बाद वहां जाने वाले भारतीयों की संख्या तेजी से बढ़ी.

यूएई की कुल आबादी के 30 फीसदी भारतीय

संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई की कुल आबादी करीब 90 लाख है. यहां रहने वाले प्रवासियों में से दो तिहाई आबादी भारतीयों की है. ये कुल आबादी का करीब 30 फीसदी है.

यूएई की अदालतों में हिंदी भाषा का प्रयोग होता है. अदालती कार्यवाही में इस्तेमाल होने वाली हिंदी तीसरी आधिकारिक भाषा है. यहां रह रहे भारतीयों को न्याय मिलने में आसानी हो, इसलिए अदालतों में हिंदी के इस्तेमाल को मंजूरी दी गई.

यूएई में सबसे ज्यादा केरल के प्रवासी

एक आंकड़े के मुताबिक यूएई में भारतीय प्रवासियों में सबसे ज्यादा संख्या केरल के लोगों की है. भारतीय प्रवासी वहां से जितनी भी विदेशी मुद्रा भारत भेजते हैं, उसमें सबसे ज्यादा करीब 40 फीसदी अकेले केरल में जाता है. बताया जाता है कि केरल की करीब 10 फीसदी आबादी पलायन करके यूएई गई है. केरल की कुल आबादी करीब 3 करोड़ है.

यूपी के 5.4 फीसदी लोग भी यूएई में रहते हैं

जिन राज्यों से सबसे ज्यादा लोग यूएई गए हैं, उसमें पंजाब का नंबर दूसरे स्थान पर आता है. पंजाब से करीब 12.7 फीसदी लोगों ने यूएई में ठिकाना बसाया है. तमिलानडु तीसरे नंबर है. वहां से करीब 12.4 फीसदी लोगों ने यूएई की शरण ली है. आंध्र प्रदेश के 7.7 फीसदी और उत्तर प्रदेश के 5.4 फीसदी लोग यूएई में रहते हैं.

प्रधानमंत्री मोदी इस बार भी यूएई में प्रवासियों से मिले हैं. यूएई में इतनी अधिक संख्या में भारतीय रहते हैं कि कोई भी नेता वहां जाता है तो वहां के प्रवासी भारतीयों से जरूर मिलता है.

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