राईआगर
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देश | साँचा:flag/core |
प्रान्त | उत्तराखण्ड |
ज़िला | पिथौरागढ़ ज़िला |
तहसील | बेरीनाग |
भाषा | |
• प्रचलित | हिन्दी, कुमाऊँनी |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 262551 |
वाहन पंजीकरण | UK-04 |
राईआगर (Raiagar) या रायागर भारत के उत्तराखण्ड राज्य के कुमाऊँ मण्डल के पिथौरागढ़ ज़िले में स्थित एक छोटी बस्ती है।[१][२][३]
विवरण
बेरीनाग तहसील मुख्यालय से लगभग ५ किलोमीटर की दूरी पर स्थित राईआगर प्रमुखतः अपने तिराहे के लिए जाना जाता है, जहां से एक मार्ग गंगोलीहाट-पाताल भुवनेश्वर की ओर, दूसरा सेराघाट-अल्मोड़ा की ओर, तथा तीसरा बेरीनाग-उडियारी की ओर जाता है। तिराहे से कुछ १०० मीटर आगे एक अन्य मार्ग भी निकलता है, जो चौड़मन्या कस्बे तक जाता है।
१८३८ में ब्रिटिश कप्तान एच ड्रमंड ने यहाँ परित्यक्त लौह खदानें ढूंढ निकाली थी।[४] प्राचीन काल मे इसी क्षेत्र में तांबे की खानें होने का भी उल्लेख मिलता है।[५] इसी से कयास लगाए जाते रहे हैं कि अंग्रेजों के आगमन से पूर्व यह स्थल कुमाऊँ के गिने-चुने उत्खनन स्थलों में से एक रहा होगा। कस्बे में एक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई),[६] तथा एक राजकीय इंटर कॉलेज है, जिसमें लगभग ५०० छात्र पढ़ते हैं।[७] एक समय चौड़मन्या से पिथौरागढ़ के लिए रोडवेज की एक बस चलती थी, जो राईआगर में रुकती थी; यह पिछले कई वर्षों से बंद है।[८] वर्तमान में क्षेत्र की परिवहन व्यवस्था केमू की कुछ बसों तथा टैक्सियों पर निर्भर है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ "Uttarakhand: Land and People," Sharad Singh Negi, MD Publications, 1995
- ↑ "Development of Uttarakhand: Issues and Perspectives," GS Mehta, APH Publishing, 1999, ISBN 9788176480994
- ↑ साँचा:cite book
- ↑ साँचा:cite news
- ↑ साँचा:cite news
- ↑ साँचा:cite news
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