भावनगर
साँचा:if empty Bhavnagar ભાવનગર | |
---|---|
{{{type}}} | |
स्क्रिप्ट त्रुटि: "photo montage" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। ऊपर से: भावनगर नगर दृश्य, श्री स्वामीनारायन मन्दिर, गंगाजलिया तलाव | |
साँचा:location map | |
निर्देशांक: साँचा:coord | |
देश | साँचा:flag/core |
प्रान्त | गुजरात |
ज़िला | भावनगर ज़िला |
क्षेत्र | साँचा:infobox settlement/areadisp |
क्षेत्र दर्जा | 5 |
ऊँचाई | साँचा:infobox settlement/lengthdisp |
जनसंख्या (2011) | |
• कुल | ६,४३,३६५ |
• घनत्व | साँचा:infobox settlement/densdisp |
भाषा | |
• प्रचलित | गुजराती |
समय मण्डल | भारतीय मानक समय (यूटीसी+5:30) |
पिनकोड | 364 001, 364 002, 364 003, 364 004, 364 005, 364 006 |
दूरभाष कोड | (+91)278 |
वाहन पंजीकरण | GJ-04 |
वेबसाइट | साँचा:url |
भावनगर (Bhavnagar) गुजरात राज्य का एक शहर है। भावनगर शहर, भावनगर ज़िले का मुख्यालय है और गुजरात राज्य के पश्चिमी भारत में स्थित है। भावनगर गुजरात राज्य, उत्तर में अहमदाबाद ज़िले के पूर्व में खम्भात की खाड़ी, दक्षिण में सुरेन्द्रनगर ज़िले और पश्चिम में जुनागढ़ ज़िले से घिरा हुआ है। भावनगर दक्षिणपूर्वी काठियावाड़ और सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है। शासकीय राज्यों की राजधानी भावनगर अनेकों तालाबों और मंदिरों का घर कहा जाता था।[१][२][३]
इतिहास
भावनगर की स्थापना 1743 में भावसिंहजी गोहिल द्वारा एक छोटे से गाँव वडवा के किनारे मावनगर बोरोज की थी। उनके पूर्वज मारवाड़ (राजस्थान) से यहाँ आए थे। उस समय यह एक फलता-फूलता बंदरगाह था। वर्तमान समय में घोंघा और अलंग बंदरगाह पर जहाज़ तोड़ने का बहुत बड़ा उद्योग विकसित हुआ है। टाउन हॉल पहले दरबार हॉल (1932 ईस्वी) के नाम से प्रसिद्ध था, जहाँ सर कृष्णकुमार सिंह जी का राज्याभिषेक संपन्न हुआ था। विक्टोरिया पार्क पक्षी प्रेमियों और प्रकृति प्रेमियों का स्वर्ग है। 1947 तक यह एक रियासत की राजधानी था, जिसके बाद भारतीय संघ में इसका विलय हो गया।
यातायात और परिवहन
हवाई मार्ग
भावनगर मुम्बई और सूरत से बहुत सी घरेलू वायुसेवाओं के साथ जुड़ा हुआ है।
रेल मार्ग
भावनगर पश्चिमी रेलवे लाइन से जुड़ा है।
सडक मार्ग
राज्य परिवहन की बसें और प्राइवेट लक्ज़री कोच इस शहर को गुजरात के कई अन्य केन्द्रों से जोड़ती है।
कृषि और खनिज
भावनगर की मुख्य फ़सलों में बाजरा, गेहूँ और कपास की उपज होती है।
उद्योग और व्यापार
भावनगर एक महत्त्वपूर्ण वाणिज्यिक एवं औद्योगिक केंद्र है और यहाँ कताई और बुनाई मिलें हैं। इसके अलावा यहाँ धातु-शिल्प, टाइल व ईंट बनाने के कारख़ाने, लोहे का ढलाईख़ाना और एक रासायानिक संयंत्र भी है। यहाँ केंद्रीय लवण एवं समुद्री रसायन शोध संस्थान स्थित है। बंदरगाह पर स्थित लॉक गेट एशिया में अपने ढंग का अनोखा है।
शिक्षा
भावनगर में पढ़ाई के अनेकों अच्छे संस्थान है। जिनमें प्रमुख है सर पी. पी. साइंस इंस्टीट्यूट, श्यामलदास कॉलेज (जहाँ महात्मा गाँधी ने शिक्षा ग्रहण की थी), एलफर्ड हाई स्कूल और केन्द्रीय नमक शोध संस्थान है।
पर्यटन
पर्यटको के लिए यहाँ शत्रुंजय हिल पर स्थित जैन मंदिर पलिताना और वेलवदर अभ्यारण्य भारतीय ब्लैक बक का प्रसिद्ध घर है। दरबारगढ़ (शाही निवास) नगर के मध्य में स्थित है। भावनगर के शासकों ने मोतीबाग़ और नीलमबाग़ महल को अपना स्थाई निवास बनाया था। भावनगर लगभग दो शताब्दी तक बड़ा बन्दरगाह बना रहा और यहाँ से अफ्रीका, मोजांबिक, जंजीबार, सिंगापुर और खाड़ी के देशों के साथ व्यापार चलता था। गाँधी स्मृति एक संग्रहालय है जहां गांधीजी से संबंधित पुस्तकें और गांधीजी के फोटो देखे जा सकते हैं। साथ ही यहाँ सौराष्ट्र की संस्कृति का प्रतिनिधित्व करने वाली सामग्री का अच्छा संग्रह भी है। गाँधी संग्रहालय, बर्टन पुस्तकालय और तक्तेश्वर मंदिर यहाँ के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं।
जनसंख्या
सन् 2001 की जनगणना के अनुसार भावनगर शहर की जनसंख्या 5,10,958 थी। सन् 2011 तक यह बढ़कर 5,93,768 हो गई।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ "Gujarat, Part 3," People of India: State series, Rajendra Behari Lal, Anthropological Survey of India, Popular Prakashan, 2003, ISBN 9788179911068
- ↑ "Dynamics of Development in Gujarat," Indira Hirway, S. P. Kashyap, Amita Shah, Centre for Development Alternatives, Concept Publishing Company, 2002, ISBN 9788170229681
- ↑ "India Guide Gujarat," Anjali H. Desai, Vivek Khadpekar, India Guide Publications, 2007, ISBN 9780978951702