पादप

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
(पौधों से अनुप्रेषित)
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

साँचा:taxonomyसाँचा:taxonomyसाँचा:taxonomy
पादप या उद्भिद
Temporal range:
प्रारम्भिक कैम्ब्रियन से अब तक, लेकिन टेक्स्ट देखें, 520–0 Ma
<div style="position:absolute; height:100%; left:0px; width:एक्स्प्रेशन त्रुटि: अनपेक्षित उद्गार चिन्ह "["।px; padding-left:5px; text-align:left; background-color:साँचा:period color; background-image: linear-gradient(to right, rgba(255,255,255,1), rgba(254,217,106,1) 15%, rgba(254,217,106,1));">PreꞒ

साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar साँचा:fossil range/bar

Scientific classification
Divisions

हरा शैवाल (Green algae)

स्थलीय पादप (embryophytes)

निमैटोफाइट (Nematophytes)
संकेत : - लुप्त पादप

पादप या उद्भिद (plant) जीवजगत का एक बड़ी श्रेणी है जिसके अधिकांश सदस्य प्रकाश संश्लेषण द्वारा शर्कराजातीय खाद्य बनाने में समर्थ होते हैं। ये गमनागम (locomotion) नहीं कर सकते। वृक्ष, फर्न (Fern), मॉस (mosses) आदि पादप हैं। हरा शैवाल (green algae) भी पादप है जबकि लाल/भूरे सीवीड (seaweeds), कवक (fungi) और जीवाणु (bacteria) पादप के अन्तर्गत आते। पादपों के सभी प्रजातियों की कुल संख्या की गणना करना कठिन है किन्तु प्रायः माना जाता है कि सन् २०१० में ३ लाख से अधिक प्रजाति के पादप ज्ञात हैं जिनमें से 2.7 लाख से अधिक बीज वाले पादप हैं।

पादप जगत में विविध प्रकार के रंग बिरंगे पौधे हैं। कुछ एक कवक पादपो को छोड़कर प्रायः सभी पौधे अपना भोजन स्वयं बना लेते हैं। इनके भोजन बनाने की क्रिया को प्रकाश-संश्लेषण कहते हैं। पादपों में सुकेन्द्रिक प्रकार की कोशिका पाई जाती है। पादप जगत इतना विविध है कि इसमें एक कोशिकीय शैवाल से लेकर विशाल बरगद के वृक्ष शामिल हैं। ध्यातव्य है कि जो जीव अपना भोजन खुद बनाते हैं वे पौधे होते हैं, यह जरूरी नहीं है कि उनकी जड़ें हों ही। इसी कारण कुछ बैक्टीरिया भी, जो कि अपना भोजन खुद बनाते हैं, पौधे की श्रेणी में आते हैं। पौधों को स्वपोषित या प्राथमिक उत्पादक भी कहा जाता है।[१]

'पादपों में भी प्राण है' यह सबसे पहले जगदीश चन्द्र बसु ने कहा था।[२] पादपों का वैज्ञानिक अध्ययन वनस्पति विज्ञान कहलाता है।

महत्व

संसार की अधिकांश मुक्त आक्सीजन हरे पादपों द्वारा ही दी गयी है। हरे पादप ही धरती की अधिकांश जीवन के आधार हैं। अन्न, फल, सब्जियाँ मानव के मूलभूत भोजन हैं और इनका उत्पादन लाखों वर्षों से हो रहा है। पादप हमारे जीवन में फूल और शृंगार के रूप में प्रयुक्त होते हैं। अभी हाल के वर्षों तक पादपों से ही हमारी अधिकांश दवाइयाँ प्राप्त की जाती थीं।

छवि-मंजूषा

सन्दर्भ

  1. भौतिक भूगोल का स्वरूप, सविन्द्र सिंह, प्रयाग पुस्तक भवन, इलाहाबाद, २०१२, पृष्ठ ६१६, ISBN ८१-८६५३९-७४-३
  2. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।

इन्हें भी देखें

साँचा:asbox