डॅल्टा सिगनाए तारा
(डॅल्टा सिगनाए तारे से अनुप्रेषित)
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प्रेक्षण तथ्य युग J2000 विषुव J2000 | |
---|---|
तारामंडल | हंस |
दायाँ आरोहण | 19h 44m 58.47854s[१] |
झुकाव | +45° 07′ 50.9161″[१] |
सापेक्ष कांतिमान (V) | 2.87[२] |
विशेषताएँ | |
तारकीय श्रेणी | साँचा:nowrap[३] |
U−B रंग सूचक | –0.10[४] |
B−V रंग सूचक | –0.02[४] |
खगोलमिति | |
रेडियल वेग (Rv) | –20.1[५] किमी/सै |
विशेष चाल (μ) | दाआ.: +44.07[१] मिआसै/वर्ष झु.: +48.66[१] मिआसै/वर्ष |
लंबन (π) | 19.77 ± 0.48[१] मिआसै |
दूरी | साँचा:rnd ± साँचा:rnd प्रव (साँचा:rnd ± साँचा:rnd पार) |
विवरण | |
द्रव्यमान | 2.6[२] M☉ |
त्रिज्या | 2.8[२] R☉ |
सतही गुरुत्वाकर्षण (log g) | 3.95[२] |
तेजस्विता | 76[२] L☉ |
तापमान | साँचा:nowrap[२] K |
घूर्णन गति (v sin i) | 135[६] किमी/सै |
अन्य नाम | |
डॅल्टा सिगनाए, जिसका बायर नाम भी यही (δ Cygni या δ Cyg) है, हंस तारामंडल का एक तारा है। पृथ्वी से देखी गई इस तारे की चमक (सापेक्ष कान्तिमान) २.८७ मैग्नीट्यूड है और यह हमसे लगभग १६५ प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित है। यह हंस तारामंडल का तीसरा सबसे रोशन तारा है।[७]
अन्य भाषाओं में
डॅल्टा सिगनाए तारे को "रुख़" (Rukh) भी कहते हैं। इतिहास में हंस तारामंडल की तुलना हंस व अन्य बड़े पक्षियों से की गई है और बाबिली सभ्यता (बैबिलोनियाई सभ्यता) में एक 'उरख़गा' नामक काल्पनिक पक्षी हुआ करता था जिसका नाम बिगड़कर अरबी भाषा में 'रुख़' हो गया और यही अब इस तारे का एक अनौपचारिक नाम भी है।[८]
विवरण
आँख से एक दिखने वाला डॅल्टा सिगनाए वास्तव में तीन तारों का मंडल है जिसके दो तारे एक-दूसरे के पास और तीसरा उनसे काफ़ी अधिक दूरी पर है। यह तारे इस प्रकार हैं:
- प्रमुख तारा B9 श्रेणी का नीला-सफ़ेद दानव तारा है जो अपने मुख्य अनुक्रम जीवन के अन्त में है। इसका द्रव्यमान हमारे सूरज के द्रव्यमान का ३.१५ गुना और व्यास (डायामीटर) हमारे सूरज के व्यास का ४.७ गुना है। इसकी तारे की निहित चमक (निरपेक्ष कान्तिमान) सूरज की लगभग १८० गुना है।
- प्रमुख तारे के समीप एक F श्रेणी का पीला-सफ़ेद साथी तारा है जिसका द्रव्यमान हमारे सूरज का १.५ गुना और निहित चमक सूरज की ६ गुना है। पृथ्वी से देखी गई इसकी चमक (सापेक्ष कान्तिमान) ६.३३ मैग्नीट्यूड है। ध्यान दें कि मैग्नीट्यूड एक ऐसा उल्टा माप है जो जितना ज़्यादा हो चमक उतनी ही कम होती है।
- पहले दो तारो से काफ़ी दूर एक और K श्रेणी का नारंगी तारा है जिसकी चमक सूरज की चमक की केवल ३८% है और द्रव्यमान सूरज का केवल ७०% है।
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ अ आ इ ई उ साँचा:citation
- ↑ अ आ इ ई उ ऊ साँचा:citation
- ↑ साँचा:citation
- ↑ अ आ साँचा:citation
- ↑ साँचा:citation
- ↑ साँचा:citation
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ The starlore handbook: an essential guide to the night sky, Geoffrey Cornelius, Page 74, Chronicle Books, 1997, ISBN 0811816044, 9780811816045, ... The original Mesopotamian figure is thought to have been known as Urakhga, the prototype of the Arabic Rukh ...