ग्रेट मॅन्सन फ़ार्म
ग्रेट मॅन्सन फार्म | |
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Great Manson Farm | |
ग्रेट मॅन्सन फार्म | |
सामान्य विवरण | |
प्रकार |
फार्महाउस खलिहान (बार्न) साइडर हाउस |
पता | मॅन्सन लेन |
शहर | साँचा:ifempty |
राष्ट्र | वेल्स |
निर्देशांक | स्क्रिप्ट त्रुटि: "geobox coor" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। |
शुरुआत | साँचा:ifempty |
ध्वस्त किया गया | साँचा:ifempty |
पदनाम | ग्रेड द्वितीय सूचीबद्ध |
ग्रेट मॅन्सन फ़ार्म (साँचा:lang-en) वेल्स की काउंटी मॉनमाउथशायर के मॉनमाउथ नगर की उत्तरी सीमा पर स्थित संपत्ति है। यह बकहेल्ट क्षेत्र के अंतर्गत आती है। यह मॅन्सन लेन के पड़ोस में पड़ती है तथा डिक्सटन और ऑसबास्टन निर्वाचन विभाग के अंदर। उन्नीसवीं और बीसवीं सदी के दौरान क्लार्क (Clarke),[१] गुड (Goode),[२] क्लार्क (Clark),[३] डॅम्पियर (Dampier),[४] और मॉर्गन (Morgan) परिवारों के सदस्य ग्रेट मॅन्सन फ़ार्म में रहते थे, उस समय फ़ार्म का प्रतिवेदित आकार 170 से 200 एकड़ के बीच था।[५] संपत्ति तीन ग्रेड द्वितीय सूचीबद्ध इमारतों की उपस्थिति के लिए उल्लेखनीय है, जिनमें मध्ययुगीन मूल का एक खलिहान (बार्न) भी है।
इतिहास और रचना
ग्रेट मॅन्सन फ़ार्म बकहेल्ट क्षेत्र में मॉनमाउथ शहर की उत्तरी सीमा पर मॅन्सन लेन की दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित है।[६][७] फ़ार्म बकहेल्ट वुड के दक्षिण में है और उन्नीसवीं शताब्दी की शुरुआत में वेया ब्रिज वार्ड के अंदर था।[८][१] निवर्तमान समय में यह डिक्सटन और ऑसबास्टन निर्वाचन विभाग के अंतर्गत आता है।[९][१०] फ़ार्म में तीन ग्रेड द्वितीय सूचीबद्ध इमारतें सम्मिलित हैं: द ग्रेट मॅन्सन फ़ार्म,[६] लार्ज बार्न (खलिहान),[११] और ओल्ड साइडर हाउस।[१२] फ़ार्महाउस का निर्माण अठारहवीं सदी में वर्ष 1760 के आसपास किया गया था।[१३][१४]
लार्ज बार्न प्रारंभ में, मध्यकाल के अंत की अवधि (1450 के आसपास) में, एक पत्थरों से बनी हुई संरचना था। जबकि मध्यकालीन अवधि का हॉल और दरवाजा अभी तक अस्तित्व में हैं, बार्न की खिड़कियाँ अब नष्ट हों चुकि हैं। हॉल में मध्यकाल के अंत के समय (1600 के आसपास) की छत और एक पत्थर के सरदल वाली बड़ी चिमनी अभी भी उपिस्थत हैं। चिमनी का पत्थर का काम अठारहवीं सदी में संशोधित किया गया था। दरवाजे में से प्रारंभिक लकड़ी का काम अब नहीं बचा है। हालांकि मध्यकाल के अंत के द्वार के नुकीले मेहराब अभी भी बचे हुए हैं। मूल संरचना के अवशेषों को अठारहवीं सदी में 1760 के आसपास खलिहान की तरह प्रयोग में लाने के लिए बदल दिया था व इसके साथ ही उसका आकार भी बढ़ा दिया था। खलिहान वर्ष 2003 में लिखी गई "अ हिस्टोरिकल रिपोर्ट ऑन ग्रेट मॅन्सन बार्न" का विषय था तथा इसे रॉयल कमीशन ऑन द एन्शियंट एण्ड हिस्टोरिकल मोन्यूमेंटस् ऑफ वेल्स को दान कर दिया गया था।[१४]
ओल्ड साइडर हाउस को ग्रेनरी (बखारी) या मिल हाउस (चक्की घर) के नामों से भी संदर्भित किया जाता है।[९][१४][१५] इसका निर्माण 1763 में किया गया था व इसके गृहशिखर के ऊपर उस तिथि को अंकित करता हुआ एक पत्थर भी है। साइडर हाउस लाल बलुआ पत्थरों के मलबे से निर्मित किया गया था। इसकी छत अभ्रक कनवास की है। इसमें प्रवेश के लिए एक केन्द्रीय द्वार है जिसकी दोनों तरफ खिड़कियाँ हैं। इसके अतिरिक्त चक्की घर के दाएँ कोने के अंत में पत्थरों की सीढ़ियां है जो ऊपर एक दरवाजे तक जाती हैं जिसकी उलटी तरफ एक बे खिड़की है। भूमि तल पर दुर्लभ, गोल, पत्थर और लकड़ी की बनी साइडर मिल है। इमारत ने बीसवीं सदी के मध्य तक साइडर घर के रूप में कार्य करना जारी रखा था।[१४][१५]