इलेक्ट्रानिक अवयवों का वर्ण संकेतन
वर्ण संकेतन (color coding) का प्रयोग प्रतिरोधक तथा कुछ अन्य इलेक्ट्रानिक अवयवों का मान या रेटिंग दर्शाने के लिए किया जाता है। इस संकेतन का विकास १९२० के दशक में रेडियो मैनुफैक्चरर्स एशोसिएशन द्वारा किया गया था। इसे EIA-RS-279 के नाम से प्रकाशित किया गया था। वर्तमान अन्तरराष्ट्रीय मानक IEC 60062 है।
छोटे इलेक्ट्रानिक अवयवों का मान एवं रेटिंग को संख्या के रूप में सीधे लिखने के बजाय वर्ण-संकेतों के रूप में लिखने के कुछ लाभ हैं, जैसे बहुत छोटी संख्याओं के रूप में लिखने की कठिनाई तथा उसे पढ़ पाने की कठिनाई। किन्तु इसकी कुछ हानियाँ भी हैं, जैसे वर्णांध व्यक्ति के लिये वर्ण संकेत पढ़ना कठिन है।
प्रतिरोधों का वर्ण कूटन (कलर कोडिंग)
प्रतिरोध पर कई रंगीन पट्टियाँ बनी होती हैं। पट्टियों की संख्या कम से कम ३ होती है। बाँये से दाँये क्रम को सही पहचानने के लिये C और D पट्टियों के बीच अपेक्षाकृत अधिक दूरी रखी गयी होती है।
- band A - सबसे बाँये वाली पट्टी प्रतिरोध के मान का प्रथम सार्थक अंक है।
- band B - द्वितीय सार्थक अंक (कुछ क सह्यता वाले प्रतिरोधों में तीसरी पट्टी, तीसरे सार्थक अंक के लिये होती है। अतः इनमें ५ पट्टियाँ होतीं हैं।
- band C - यह दशमलव गुणक है। (अर्थात x 10C)
- band D - यदि यह पट्टी मौजूद है तो यह सह्यता (टॉलरैंस) बताती है (प्रतिशत में)। लेकिन यह पट्टी अनुपस्थित हो तो इसका अर्थ है कि प्रतिरोध की सह्यता 20% है।
- उदाहरण
किसी प्रतिरोध में चार पट्टियाँ हैं- क्रमशः पीला, बैंगनी, लाल और सुनहरा। इस प्रकार इन पट्टियों के संगत आंकिक मान क्रमशः ४, ७, २ हैं तथा सुनहरा रंग ५% सह्यता इंगित करता है। इस प्रकार इस प्रतिरोध का मान ४७ x१०२ ओम अर्थात ४७०० ओम है। चूंकि इसकी सह्यता ५% है अतः इस प्रतिरोध का वास्तविक मान 4,465 तथा 4,935 ओम के बीच में कुछ भी हो सकता है।
EN 60062:2005 के अनुसार मानक वर्ण-कूटन का अभिप्राय निम्नलिखित प्रकार से निकाला जायेगा-
पट्टी (बैण्ड) का रंग प्रथम सार्थ अंक (सिग्निफिकैण्ट फिगर) का मान द्वितीय सार्थक अंक का मान गुणक सह्यता (टॉलरैंस) ताप प्रसार गुणांक काला 0 0 1 - - भूरा 1 1 10 ±1% 100ppm/°C लाल 2 2 100 ±2% 50ppm/°C नारंगी 3 3 1 000 - 15ppm/°C पीला 4 4 10 000 ±4% 25ppm/°C हरा 5 5 100 000 ±0,5% 20ppm/°C नीला 6 6 1 000 000 ±0,25% 10ppm/°C बैंगनी 7 7 10 000 000 ±0,1% 5ppm/°C धूसर (ग्रे) 8 8 100 000 000 ±0.05% 1ppm/°C सफेद 9 9 1 000 000 000 - - स्वर्णिम (सुनहरा) - - 0,1 ±5% - रजत (चाँदी जैसा) - - 0,01 ±10% - कोई रंग नहीं/खाली - - - ±20% -
कुछ और उदाहरण
ऊपर से नीचे:
- हरा-नीला-काला-काला-भूरा
- 560 ohms ± 1%
- लाल-लाल-नारंगी-सुनहरा
- 22,000 ohms ± 5%
- पीला-बैंगनी-भूरा-सुनहरा
- 470 ohms ± 5%
- नीला-धूसर-काला-सुनहरा
- 68 ohms ± 5%
संधारित्रों का वर्ण कूटन
संधारित्रों (Capacitors) की कोडिंग के लिये 4 या अधिक रंगीन पट्टियों या रंगीन बिन्दुओं का उपयोग किया जा सकता है। पहली दो पट्टियाँ या बिन्दु प्रथम दो सार्थक अंक के लिये होते हैं, तीसरी पट्टी दशमलव गुणक होती है। इस प्रकार प्राप्त मान पिकोफैराड में आता है। यदि 3 से अधिक पट्टियाँ हों तो उनके अर्थ भिन्न-भिन्न तरह के संधारित्रों के लिये भिन्न-भिन्न होते हैं।
रंग | सार्थक अंक | गुणक | धारिता की सह्यता (टॉलरैंस) | वैशिष्ट्य | DC कार्यकारी वोल्टता | प्रचालन ताप | EIA/कम्पन | |
---|---|---|---|---|---|---|---|---|
काला | 0 | 1 | ±20% | — | — | −55 °C to +70 °C | 10 to 55 Hz | |
भूरा | 1 | 10 | ±1% | B | 100 | — | — | |
लाल | 2 | 100 | ±2% | C | — | −55 °C to +85 °C | — | |
नारंगी | 3 | साँचा:gaps | — | D | 300 | — | — | |
पीला | 4 | साँचा:gaps | — | E | — | −55 °C to +125 °C | 10 to 2000 Hz | |
हरा | 5 | साँचा:gaps | ±0.5% | F | 500 | — | — | |
नीला | 6 | साँचा:gaps | — | — | — | −55 °C to +150 °C | — | |
बैंगनी | 7 | साँचा:gaps | — | — | — | — | — | |
धूसर (ग्रे) | 8 | — | — | — | — | — | — | |
सफेद | 9 | — | — | — | — | — | EIA | |
सुनहरा | — | — | ±5%* | — | 1000 | — | — | |
रजत (चाँदी जैसा) | — | — | ±10% | — | — | — | — |
*या ±0.5 pF, जो भी अधिक हो।
सिरैमिक संधारित्रों पर बनी हुई अतिरिक्त पट्टियाँ वोल्टेज रेटिंग क्लास और ताप गुणांक का मान बताती हैं। [१]
सन्दर्भ
- ↑ Reference Data for Radio Engineers, Federal Telephone and Radio Corporation, 2nd edition, 1946 page 52