hiwiki:WikiProject Medicine/Translation task force/RTT/Simple pregnancy
गर्भावस्था वर्गीकरण एवं बाह्य साधन | |
एक गर्भवती महिला | |
आईसीडी-१० | Z33. |
आईसीडी-९ | 650 |
डिज़ीज़-डीबी | 10545 |
मेडलाइन प्लस | 002398 |
ईमेडिसिन | article/259724 |
एम.ईएसएच | D011247 |
गर्भावस्था, को ग्रेवीडिटी या गर्भधारणभी कहा जाता है, एक ऐसा समय है जिस के दौरान एक या अधिक शावक एक महिला के अंदर विकसित होते हैं।[१] बहु गर्भावस्था में एक से अधिक शावक, जैसे जुड़वा होते हैं।[२] गर्भावस्था यौन-संबंध या सहायताप्राप्त प्रजनन प्रौद्योगिकी द्वारा हो सकती है। यह आम तौर पर अंतिम माहवारी (LMP) से लगभग 40 सप्ताह (10 चंद्र महीनों तक रहता है और प्रसव के साथ समाप्त होता है।[१][३] गर्भाधान के बाद यह लगभग 38 सप्ताह होता है। An embryo is the developing offspring during the first 8 weeks following conception after which the term fetus is used until birth.[३] प्रारंभिक गर्भावस्था के लक्षण में माहवारी में चूक, मृदु स्तन, मतली और उल्टी, भूख और लगातार पेशाब आना शामिल हो सकता है।[४] एक गर्भावस्था परीक्षण से गर्भावस्था की पुष्टि हो सकती है।[५]
गर्भावस्था आमतौर पर तीन त्रैमासिकों में विभाजित है। प्रथम त्रैमासिक सप्ताह एक से बारह तक है और गर्भधारण शामिल है। गर्भधारण के बाद निसेचित अंडे डिंबवाही नलिका से अंदर आते हैं और गर्भाशय के अंदर जुड़ जाते हैं जहाँ यह भ्रूण और प्लेसेन्टा का निर्माण शुरू करते हैं।[१] पहली तिमाही में गर्भपात (भ्रूण या गर्भ की प्राकृतिक मृत्यु) का खतरा सबसे उच्च होता है।[६] दूसरी तिमाही सप्ताह 13 से 28 तक है। दूसरे त्रिमितीय के मध्य में भ्रूण की गति महसूस की जा सकती है। 28 सप्ताह पर के 90% से अधिक शिशु गर्भाशय से बाहर जीवित रह सकते हैं यदि उच्च गुणवत्ता वाली चिकित्सा देखभाल प्रदान की जाती है। तीसरी तिमाही 29 सप्ताह से 40 सप्ताह तक है।[१]
जन्मपूर्व देखभाल गर्भावस्था के परिणामों में सुधार लाती है।[७] इस में अतिरिक्त फोलिक एसिड, दवाओं और शराब से बचना, नियमित व्यायाम, रक्त परीक्षण और नियमित शारीरिक जाँच शामिल हो सकती हैं।[७] गर्भावस्था की जटिलताओं में अन्य के साथ गर्भावस्था के उच्च रक्तचाप, गर्भावधि मधुमेह, लौह-अल्पताजन्य अरक्तता, और गंभीर मतली और उल्टी शामिल हो सकती है।[८] शुरुआती अवधि 37 और 38 सप्ताह, पूर्ण अवधि 39 और 40 सप्ताह और देर अवधि 41 सप्ताह के समय के साथ गर्भावस्था अवधि 37 सप्ताह से 41 सप्ताह तक होती है। 41 सप्ताह बाद इसे अवधि पश्चात के रूप में जाना जाता है। 37 सप्ताह से पहले पैदा हुए बच्चे अपरिपक्व होते हैं और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं जैसे सेरेब्रल पाल्सी के ऊंचे जोखिम पर होते हैं।[१] यह अनुशंसा की जाती है कि 39 सप्ताह से पहले प्रसव या तो प्रेरित प्रसव या शल्यजनन कृत्रिम रूप से आरंभ नहीं किया जाना चाहिए जब तक कि अन्य चिकित्सा कारणों के लिए आवश्यक न हो।[९]
2012 में लगभग 21 करोड़ 3 लाख गर्भधारण हुई, जिनमें से 19 करोड़ विकासशील दुनिया में थे और 2 करोड़ 30 लाख विकसित दुनिया में थे। यह 15 और 44 की उम्र के बीच प्रति 1,000 महिलाओं के लगभग 133 गर्भधारण है।[१०] चिह्नित गर्भधारण में लगभग 10% से 15% का अंत गर्भपात होता है।[६] 1990 में 377,000 मौतों की तुलना में 2013 में गर्भावस्था की जटिलताओं के कारण 293,000 मौते हुईं। सामान्य कारणों में मातृ रक्ततस्राव, गर्भपात की जटिलताएँ, गर्भावस्था के उच्च रक्तचाप, मातृ रक्तविषण्णता, औरबाधित प्रसव शामिल है।[११] विश्व स्तर पर 40% गर्भधारण अनियोजित होती हैं। अनियोजित गर्भधारण का आधा गर्भ गिरना है।[१०] संयुक्त राज्य अमेरिका में अनपेक्षित गर्भधारण में से 60% महिलाओं ने गर्भधारण के दौरान कुछ हद तक जन्म नियंत्रण का इस्तेमाल किया।[१२]