hiwiki:लेखों से संबंधित शिकायतें/पुरालेख 1

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ

यह पृष्ठ विकिपीडिया:लेखों से संबंधित शिकायतें का पुरालेख है।

साँचा:clear

साँचा:divhide

हिन्दी को बचायें

मैं कभी कभी हिन्दी के छोटे ज्ञानवर्धक लेख पढ़ने हिन्दी विकिपीडिया में आया करता था। इस ही वर्ष आरंभ किये गए आज का आलेख के लेखों से मेरी रुचि बढ़ी थी। किंतु कुछ दिनों से यहां देखा है कि आज का आलेख के अन्तर्गत जो लेख प्रदर्शित होते हैं, उनके मुखपृष्ठ पर प्रदर्शित अंश में या मुख्य लेख में बहुत सी कमियाँ दिखाई देती हैं। क्या कोई संपादक या इनका लेखक बदला है, अथवा कुछ और कारण है। एक डोडो लेख देखा था जो शायद बिना पूर्ण सम्पादन के ही मुखपृष्ठ पर दिखाई दिया। आज ये शायद प्रोटीन का लेख है, जो कि अपने विस्तार से कड़ी द्वारा जेट विमान पर जाता है। ये तकनीकी खराबी है, या कोई जान-बूझ कर कर रहा है या किसी की जल्दबाजी का परिणाम है, किंतु बहुत ही हास्यास्पद है। इसके अलावा प्रोटीन लेख में किसी प्रकार पहुंचने पर वहां भी बहुत सी सामान्य गलतियाँ दिखती हैं। लगता है कि लेखक का उच्चारण ही सही नहीं है। उदाहरण के लिए एन्टीवाडीज जिसका सही उच्चारण एवं वर्तनी एन्टीबॉडीज़ होगा (इसके लिए हिन्दी में शब्द है: प्रतिरक्षी), टर्सरी जिसका सही उच्चारण व वर्तनी टर्शियरी होगा (वैसे इसके लिए हिन्दी में तृतीयक शब्द भी है), अमीनो अम्ल को कहीं अमीनो तो कहीं ऐमीनो लिखा है तथा पोलिमराइजेसन (पॉलीमराईजेशन) जिसके लिए भी हिन्दी में बहुलकीकरण शब्द है। कृपया यहां का स्तर बनाए रखने हेतु इतनी छोटी गलतियाँ करने से बचें। हिन्दी को पंगु बनाने के लिए आज के टेलीवीजन कार्यक्रम ही बहुत हैं, कृपया विकिपीडिया को इसका भागी ना बनाएं। वाग भक्त

वाग भतक्त जि आप्को अपने हस्ताक्षर तो करने हि चाहिये थे।
--122.162.54.104 ०३:३३, ६ जुलाई २००९ (UTC)

जैन दर्शन के ५-७ खन्ड मे आपने नव तत्व लिखा है जो कि सात होता है। पुण्य व पाप हटने से सात तत्व बचते है।

सप्त तत्त्व

जीव, अजीव, आस्रव, बन्ध, संवर, निर्जरा, मोक्ष,

प्रवीण

"http://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A4%A6%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AF_%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE:Parveen.1957" से लिया गया

विकिपीडिया पर कुछ लोग कर रहे हैं बौद्धिक संपदा सरंक्षण एंव कॉपीराइट कानून का उल्लंघन

बौद्धिक संपदा एंव कॉपीराइट कानून का दुर्पयोग व उल्लंघन न करें।

कृपया निम्नलिखित लिंक्स पर जाकर देखे कि एक सदस्य ने मेरे ब्लॉग से जो तथ्य लिए हैं, उनके लिए न तो इस सदस्य ने मुझसे इजाजत लेने की जरूरत समझी और कुछ में सन्दर्भ देने की जहमत भी नही की। याद रहे कि ज्ञान के स्वंतन्त्र प्रचार प्रसार में विकिपीडिया के इस पवित्र और वृहद कार्यक्रम में इस तरह की गतिविधियां बाधा बन सकती हैं। इस सदस्य ने हुबहू मेरे वाक्यों का इस्तेमाल किया हैं। इस सदस्य से विनम्र अनुरोध है कि ऐसी गतिविधियों में लिप्त न हो, नही तो भारतीय कॉपीराइट कानून एंव अन्तर्राष्ट्रीय/कॉमनवेल्थ कॉपीराइट कानून व साइबर लॉ के तहत आप पर कार्यवाही करने के लिए बाध्य हो जाऊंगा। मेरी सामग्री मेरी वेबसाइट एंव मेरे ब्लॉग्स से लेकर बिना मेरी इजाजत के विकिपीडिया पर न डाले। मैं स्वंय विकिपीडिया को समृद्ध करने के लिए तत्पर हूँ, एंव आप भी मेरे कार्य को विकिपीडिया पर डाल सकते है, मेरी इजाजत लेने के उपरान्त।

यहाँ से यह सामग्री ली गयी. कृपया देखें---- http://manhanvillage.वर्डप्रेस.com/2010/01/25/%E0%A4%B8%E0%A4%9A%E0%A5%8D%E0%A4%9A%E0%A5%87-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%9C%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%A6%E0%A5%80-%E0%A4%A5%E0%A5%87-%E0%A4%85%E0%A4%B5%E0%A4%A7%E0%A5%80-%E0%A4%B8%E0%A4%AE/ यहाँ से ली गयी सामग्री

बिली अर्जन सिंह के लेख को भी मेरे ब्लॉग से कॉपी किया गया, एंव इस तस्वीर का विवरण दे कि आप ने इसे कब और कहां खींचा।

यहाँ से यह सामग्री ली गयी. कृपया देखें----

धन्यवाद कृष्ण कुमार मिश्र --manhan ०९:०१, ३० अक्टूबर २०१० (UTC) --manhan ०९:०२, ३० अक्टूबर २०१० (UTC) --manhan ०९:०७, ३० अक्टूबर २०१० (UTC) --manhan ०९:०९, ३० अक्टूबर २०१० (UTC)


[१] इस पृष्ठ पर "गोस्वामी" से व्यक्त आशय पूरी तरह गलत दिया गया है इस कृत्या से लेखक पाठकों को भ्रमित कर रहा है, इस लेखा को पड़ने के uprant हमें सिवा छोभ के अन्य कोई भी अनुभूति नहीं हुई, nischay ही इसे किसे अल्पज्ञानी के लिखा कर सभी का उपहास किया है कृपया इस पृष्ठ को प्रतिबंधित करें वास्तविक जानकारी गोस्वामी वन्शुपर भी उपलब्ध है किन्तु हम पूर्ण जानकारी जल्द ही उपलब्ध कराएँगे

हिंदी ब्लॉगजगत के तीन बड़ी धुरिओं द्वारा अपनी सेवाएं समाप्त कर ली गयीं हैं। परन्तु सभी जगह उनक

मान्यवर! सभी वरिष्ठ हिंदी प्रेमिओं को अनुज कनिष्क का प्रणाम ! हिंदी चिट्ठाकारी से मेरी सामीप्यता कुछ ४ वर्षों से है. विकिपीडिया पर सक्रिय संपादकों से यह आग्रह है कि हिंदी ब्लॉगजगत के तमाम उल्लेख नारद, चिटठाजगत और ब्लॉगवाणी से ही भरे हुए है. जबकि सच्चाई यह है कि इन तीनों ने ही अपनी सेवाएं समाप्त कर दी हैं. संपादकों से आग्रह है कि इसे अपडेट किया जाए. "ब्लॉगप्रहरी नेटवर्क " http://www.blogprahari.com नाम से एक नया (किन्तु १ वर्ष से ) एक अभूतपूर्व सेवा हिंदी ब्लॉग को केंद्र में रखकर सक्रिय है. हालाँकि इसे सुविधा और समर्पण की हद देखते बनती है. हालिया दिनों में फेसबुक और गुटबाजी ने अभी हिंदी ब्लॉगजगत का ध्यान खिंचा है, जिससे स्तरीय लेखन और ब्लॉगरों की सक्रियता की कमी के रूप में देखा जा सकता है. कृपया इस प्रयास को अपना समर्थन दें और इसे शामिल कर एक नया पन्ना इसके नाम बनाने की अनुमति दें. आप सभी से बहुत कुछ सिखने को लालायित आपका कनिष्क कश्यप

व्हेल पर लेख

कृपया व्हेल लेख देखें। यह लेख यकायक शुरु होता है और व्हेल प्राणी को छोड़कर बाकी सब विषय इसमें सम्मिलित हैं। लेख की को formatting नहीं है। इस लेख का सम्पादन आवश्यक है।--Somesh virgo (वार्ता) 04:44, 28 फ़रवरी 2012 (UTC)

पिंडारी ग्लेशियर

पिंडारी ग्लेशियर जाने के रास्ता में धाकुरी आता है. तब धाकुरी के तस्बीर क्यों हटाया गया ? कृपा कर व्याख्या करे. धन्यवाद.

पिंडारी ग्लेशियर जाने के रास्ता में धाकुरी आता है. तब धाकुरी के तस्बीर क्यों हटाया गया ? कृपा कर व्याख्या करे. धन्यवाद. https://hi.wikipedia.org/wiki/पिण्डारी_हिमनद Sumita Roy Dutta (वार्ता) 10:11, 31 अगस्त 2015 (UTC)

साँचा:ping जी ! क्योंकि तस्वीर में प्रमुखता से ज्ञानकोष के लायक जानकारी होने की बजाय यह किसी की व्यक्तिगत तस्वीर अधिक थी! धाकुरी के बारे में कोई महत्वपूर्ण जानकारी नहीं थी सिवाय एक बोर्ड के! यह धाकुरी की तस्वीर कम और उसमें दिख रही पर्यटक की तस्वीर अधिक प्रतीत हो रही थी; यहाँ ऐसी तस्वीरें नहीं लगाई जातीं! धन्यवाद!--त्यम् मिश्र बातचीत 12:05, 31 अगस्त 2015 (UTC)

कणाद नामक पृष्ठ बिना संदर्भ के लिखा गया है

कृपया ध्यान दें, कणाद नामक पृष्ठ की जांच करें। विकिपीडिया की क्षवि को धूमिल करता पृष्ठ। एकमात्र लिंक जो ब्लॉग का था वह भी समाप्त हो चुका है। Shubhanshu Singh Chauhan Vegan (वार्ता) 16:59, 9 दिसम्बर 2017 (UTC)

राम प्रसाद 'बिस्मिल'

लेख से अनावश्यक छेड़छाड़

दिनांक २५ अक्टूबर २०११ को १२.२४ पर किन्हीं सिद्धार्थ घई User:Siddhartha Ghai नाम के सज्जन ने बिना कोई कारण दियेमेरे उपरोक्त लेख से १६२७६० बाइट्स एक झटके में साफ़ कर दिये। मैं अभी भी इस प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हूँ । ऐसा प्रतीत होता है कि उन्होंने ऐसा भूल वश किया हो.मैंने उनके उनके कृतित्व को पूर्ववत कर दिया है। बेहतर होगा वे सज्जन मुझसे इसकी चर्चा कर लिया करें इसके लिये मैं सभी विकिपीडिया दर्शकों पाठकों व सम्पादकों से इससे पूर्व अनुरोध कर चुका हूँ। प्रबंधक गण कृपया इस उत्पात को रोकने का कष्ट करें।धन्यवाद,डॉ०'क्रान्त'एम०एल०वर्मा (talk•Email)Krantmlverma (वार्ता) 07:57, 27 अक्टूबर 2011 (UTC)

राम प्रसाद 'बिस्मिल' लेख में लगातार बर्बरता

प्रिय विकिबन्धुओ नमस्कार! कृपया इसे देखें। ये महोदय मेरे बार-बार समझाने के बाबजूद बर्बरता पूर्ण कार्रवाई करने से बाज नहीं आ रहे। इसी लेख को अंग्रेजी में भी इन सज्जन ने कई बार मिटाया है। विकीकामन्स पर मेरे द्वारा अप्लोड की गयी फाइलों को मिटाने के लिये भी ये बार-बार अनुरोध करते रहते हैं। जब वहाँ बस नहीं चला तो बिस्मिल के पिताजी का चित्र ही हटा दिया। सन्दर्भ सूची में मेरी पुस्तकों के नाम भी हटा दिये। कृपा करके इन पर अंकुश लगाइये। धन्यवाद।Krantmlverma (वार्ता) 06:02, 11 मई 2012 (UTC)

लेख विलय

यांत्रिक इंजीनियरिंग , राजीव गांधी प्रौद्यौगिकी विश्वविद्यालय एवं अभियांत्रिकी लेखों के वार्ता पृष्ठों को देख कर उचित कार्यवाही करें| धन्यवाद Rahul07 ०६:१२, ३० मई २०११ (UTC)Rahul07

भीमबेटका

आशीष जी / मुनिता जी ! भीम बेटका लेख में यह पंक्ति देखें-- "ये स्थान भोपाल के दक्षिण में लगभग ४५ किमी दूरी पर है।" यह ठीक नहीं है। मैं कई बार वहाँ गया हूँ। भोपाल से भीमबेटका ४५ किलोमीटर दूर नहीं है। इसे कृपया ठीक करें।
-- डॉ॰ जगदीश व्योम ०५:२५, १८ जुलाई २००९ (UTC)
डॉ॰साहब, भीमबेटका लेख अभी संपादनाधीन है, तो इस प्रकार की गलतियां मिल सकती हैं। दूसरा मैंने अंग्रेज़ी लेख में पढ़ा था। शायद गलत हो। आपको सही पता हो तो कृपया सुधार दें, अन्यथा मैं ध्यान रखूंगा। थोड़ी देर में ही यदि सही दूरी मिली तो बदल देता हूं। भूल बताने का धन्यवाद।--आशीष भटनागर  वार्ता  ०५:५०, १८ जुलाई २००९ (UTC)
मध्य प्रदेश पर्यटन के अनुसार भीमबेटका भोपाल से ४६ किलोमीटर दूर है। यह लिंक देखे [२] --गुंजन वर्मासंदेश ०६:१०, १९ जुलाई २००९ (UTC)

हिन्दी की प्रसिद्ध पुस्तकों की सूची

आशीष जी या अन्य कोई क्या हिन्दी की प्रसिद्ध पुस्तकों की सूची का ऐसा साँचा बना सकते हैं जिसमें ये पुस्तकें एवं अन्य पुस्तकें जिन्हें यहाँ लगाया जाए, वे सब वर्णक्रम में स्वतः व्यवस्थित हो जाएँ। इनमें से धीरे धीरे प्रत्येक पुस्तक के पन्ने बनाये जा सकें जिन पर पुस्तक की संक्षिप्त जानकारी दी जा सकती है। इससे विकी के पन्नों की संख्या बढ़ेगी और पुस्तकों के विषय में महत्त्वपूर्ण जानकारी भी मिल सकेगी।
--आलोचक ०५:३५, २२ जुलाई २००९ (UTC)

देरी से उत्तर देने के लिए क्षमा चाहूंगा। हां उपरोक्त कथित लेख के संबंध में कुछ बताता हूं।
  • एक तो यह सूची इतनी विस्तृत होगी, कि इसे प्रत्येक वर्ग के अनुसार पृथक लेख/सूची बनानी चाहिए। वर्ना धीमे कनेक्शन वालों के लिए बहुत ही समस्या हो जायेगी।
  • इतनी लंबी सूची क्या विकि पर देना विकि के मानदण्डों के अनुसार सही होगा? चलिए सूची भले ही दे दें, किंतु सभि पुस्तकों के लेख बनाने संख्या अवश्य बढ़ाएंगे, किंतु मानदण्ड पर खरे नहीं उतरेंगे। हां, किसी लेखक विशेष का लेख यहां बनता है, तब उससे संबंधित मुख्य कृतियों के लेख अवश्य बन सकते हैं। कृपया इस पर विचार करें। इस संदर्भ में विकि क्या नहीं है, अंग्रेज़ी में यह लेख देखें। इसका हवाला गुंजन जी ने पहले भी दिया था, जो अंश चौपाल से हटा कर अन्यत्र श्रेणी वार्ता:लखनऊ के विद्यालय स्थानांतरित कर दिया गया है, उसमें भी लिंक मिलेगा।
  • फिर भी यदि सांचा बनाना ही है, तो भी स्वतः नाम जुड़ जाने वाला प्रावधान अभि तक तो है नहीं। मैंने स्वयं भारतीय रेल की १६०० मेल/एक्स्प्रेस गाड़ियां सांचे में स्वयं डाली हैं। और इतनी अधिक गाड़ियों के शामिल होने पर वह सांचा अत्यधिक लंबा हो गया है, जिसके कारण उसे सुधारना है। जया गाड़ियों का वर्गीकरण कर लूं।
  • यदि सही लगे तो मेरे विचार से, आप प्रत्येक वर्ग की पुस्तकों की अलग सूची बनाएं, और इस लेख में केवल उन सूचियों के लिंक दे दें। उदाहरण के लिए देखें मेरा बनाया हुआ एक लेख भारत के टीवी चैनलों की सूची। इस लेख में भी सभी भाषाओं के चैनलों की सूचियों के लिंक ही दिये हुए हैं।
--आशीष भटनागर  वार्ता  ०४:४६, २७ जुलाई २००९ (UTC)


आशीश जी आपका कहना बिल्कुल ठीक है।
--आलोचक १५:०४, २८ जुलाई २००९ (UTC)

कृपया इस लेख में मदद करें

मैंने 22 जुलाई 2009 का सूर्यग्रहण लेख अंग्रेजी en:Solar_eclipse_of_July_22,_2009 से अनुवाद किया है, जिसमें कई चित्र लोड नहीं हो पा रहे हैं। क्या यह समस्या मेरे ब्राउसर पर ही है। यदि नहीं तो कृपया इसे सही करने में मदद करें। धन्यवाद। -Hemant wikikosh ०८:०२, २२ जुलाई २००९ (UTC)

Only those images which are uploaded on Commons can be directly linked. Images uploaded on English wiki can not be seen on other language wikis. You have to download them and then upload on Hindi wiki. --गुंजन वर्मासंदेश ०८:२९, २२ जुलाई २००९ (UTC)
विकी पर दो प्रकार से चित्र अपलोड कर सकते है. किसी भाषा विशेष के विकी पर या फिर विकिपीडिया कामंस पर. जो चित्र कामंस पर अपलोड होते है उन्हें कही भी किसी भी भाषा की विकी पर उपयोग में लिया जा सकता है लेकिन जो चित्र भाषा विशेष के विकी पर अपलोड होते है उन्हें उसी विकी पर उपयोग किया जा सकता है. आप के लेख में भी यही हो रहा है. जो कामंस के चित्र है वह तो दीख रहे परन्तु अंगरेजी विकी के चित्र नहीं दिख रहे है. अगर आप उन चित्रों को अपने लेख में लगना चाहते है तो उन्हें वह से डाऊनलोड कर हिंदी विकी पर अपलोड कर ले. इस से पहले चित्र के copyright को जान ले. --गुंजन वर्मासंदेश ०८:४०, २२ जुलाई २००९ (UTC)

गुंजन जी, धन्यवाद। काम हो गया। -Hemant wikikosh ०९:२२, २२ जुलाई २००९ (UTC)

आज का आलेख - गुलाब

यह वाक्य ठीक करें - " यह जल में रहना के लिए अनुकूलित है। "
--122.162.237.148 ००:४३, ३ अगस्त २००९ (UTC) आवश्यक सुधार किये गए।--Munita Prasadवार्ता ०१:४६, ३ अगस्त २००९ (UTC)

गुलाब लेख में.......
" गुलाब एक बहुवर्षीय" क्या आशय है इसका।
ये देश हैं या प्रदेश .........
" जबकि कुछ जातियों के मूल प्रदेश यूरोप, उत्तरी अमेरिका तथा उत्तरी पश्चिमी अफ्रीका "

क्या आशय है इसका.....

" गुलाब के अनेक संस्कृत पर्याय है।"
--आलोचक ०५:३३, ५ अगस्त २००९ (UTC)

  • गुलाब एक बहुवर्षीय, झाड़ीदार, पुष्पीय पौधा है। बहुवर्षीय का अर्थ है एक से अधिक वर्षों तक जीवित रहने वाले पौधा।
  • इसकी १०० से अधिक जातियां हैं जिनमें से अधिकांश एशियाइ मूल की हैं। जबकि कुछ जातियों के मूल प्रदेश यूरोप, उत्तरी अमेरिका तथा उत्तरी पश्चिमी अफ्रीका भी है। अर्थात् इसकी विभिन्न जातियों की उत्पत्ति कहां हुई थी।
  • गुलाब के अनेक संस्कृत पर्याय है। अर्थात गुलाब के संस्कृत में अनेक नाम हैं।--Munita Prasadवार्ता ०८:०४, ५ अगस्त २००९ (UTC)


मुनिता जी इनके शाब्दिक अर्थ तो मैं जानता हूँ....... मेरा आशय यह था कि यह वाक्य ठीक नहीं हैं...... शायद सृजनगाथा से उठाकर यहाँ पेस्ट कर दिए गए हैं...... इन्हें ठीक करना है... यूरोप को प्रदेश कहेंगे तो पाठकों को भ्रम होगा, यूरोप देश है प्रदेश नहीं है। इसी तरह बहुवर्षीय शब्द को खोलकर (स्पष्ट करके) लिखना होगा। संस्कृत पर्याय के साथ उनके पर्यायवाची शब्द भी देना आवश्यक है, नहीं तो यह वाक्य ही बेमानी हो जाता है। कृपया इस पर विचार करें।
--आलोचक १३:५५, ५ अगस्त २००९ (UTC)
आलोचक जी, ये कहां से पेस्ट किए गये हैं मुझे जानकारी नहीं है। यूरोप तो देश नहीं है जी, एक महाद्वीप है एवं प्रदेश का प्रयोग मूल प्रदेश के रूप में मूल-स्थान के लिए हुआ है। पर यदि आप मूल स्थान ठीक समझते है तो निःसंकोच परिवर्तन कर सकते हैं। संस्कृत के पर्याय भी तो उसी अनुच्छेद में हैं जिसमें यह वाक्य है कि गुलाब के अनेक संस्कृत पर्याय है। बहुवर्षीय, एकवर्षीय, साक, झाड़ीदार, वृक्ष, शब्द तो जीव विज्ञान के पादप सम्बन्धी लेखों में आएगा ही उसको स्पष्ट करने के लिए कुछ परिभाषाएँ लिखने का प्रयास कर रही हूँ जिससे किसी को समझने में कठिनाई न हो। धन्यवाद।--Munita Prasadवार्ता १४:१६, ५ अगस्त २००९ (UTC)
मुनिता जी धन्यवाद त्वरित उत्तर के लिए। यूरोप को प्रदेश नहीं कहा जा सकता..... मैं इसे ठीक कर दूँगा। यहाँ लिखना इसलिए भी आवश्यक समझा कि ठीक करने के बाद कई लोग व्यर्थ का तर्क वितर्क और कुतर्क करते हैं, जो ठीक नहीं लगता है। धन्यवाद।
--आलोचक १४:३३, ५ अगस्त २००९ (UTC)

सांचा बनाने में मदद चाहिये

मैं "फर्रुखाबाद जिले के गाँव" परियोजना पर कार्य करना चाहता हूँ, क्या आप में से कोई इसके लिए एक साँचा बना सकते हैं ?
--आलोचक ०४:४२, १५ जुलाई २००९ (UTC)
हां बिल्कुल। आप आंकड़े दीजिए, या लिंक दीजिए जहां से गाँवों की सूची मिले। --आशीष भटनागर  वार्ता  ०७:४८, १५ जुलाई २००९ (UTC)
लीजिए तैयार है साँचा:

साँचा:tl
--आशीष भटनागर  वार्ता  ०७:५७, १५ जुलाई २००९ (UTC)

धन्यवाद आशीष जी
--आलोचक ०१:१०, १६ जुलाई २००९ (UTC)

भारत वर्ष

भारत का पूरा नाम 'भारत वर्ष' है। कोलकाता तथा अन्य कई लेखों में 'भारत' नाम ही लिखा गया है और लिंक भी भारत नाम से ही लगाए गए हैं। मेरे विचार से भारत तथा भारत वर्ष का लिंक एक ही कर दिया जाए और अब 'भारत वर्ष' ही लिखा जाए।
-- डॉ॰ जगदीश व्योम ०४:४२, १ अगस्त २००९ (UTC)

डॉ॰साहब का कहना एकदम सही है, किंतु यह बात हिन्दू धर्म के संदर्भ में ही लागू होती है। इस संदर्भ में पृथ्वी का हिन्दू वर्णन और साँचा:हिन्दू पृथ्वी देखा जा सकता है।

उत्तरं यत्समुद्रस्य हिमाद्रेश्चैव दक्षिणम् ।
वर्षं तद् भारतं नाम भारती यत्र संततिः ॥  :विष्णु पुराण
किंतु वृहत संदर्भ में मुझे लगता है कि भारत का नाम भारत ही घोषित, प्रसिद्ध एवं प्रचलित है। पूर्ण नाम तो भारतीय समाजवादी, लोकतांत्रिक, धर्म-निरपेक्ष, सार्वभौम गणराज्य है। इसे en:Preamble to the Constitution of India एवं en:Constitution of India पर भी देखा जा सकता है। इतना लंबा ही नाम विश्व के अधिकांश गणतंत्रों का होता है। तभी इसे छोटे रूप में मात्र भारत, आदि कहा जाता है, जो संवैधानिक रूप से सही भी है। अतः यदि हम धार्मिक लेखों के अलावा यदि भारत वर्ष प्रयोग करें तो वह शायद गलत होगा। भारत वर्ष के अलावा फिर हमें चीन को भी किम्पुरुष वर्ष कहना होगा, और अन्य वर्षों के वर्तमान नाम तो मुझे भी नहीं पता हैं। भारत तभी तक भारत-वर्ष कहलाया, जब तक यहां हिन्दू शासन रहा, मुस्लिम एवं ब्रिटिश काल में अतएव मेरे विचार से भारत को सभी लेखों में भारत वर्ष लिखना उचित नहीं होगा। भारत केवल हिन्दू शासन में ही भारत वर्ष कहलाया था। उसके बाद मुस्लिम शासन में इसे हिन्दुस्तान, सल्तनत-ए-मुगलिया, हिन्द आदि नामों से बुलाया जाता था, और ब्रिटिश तो आरंभ से ही सिन्धु नदी को Sindu से बिगाड़ कर indus एवं Hindi से बिगाड़ कर India कहते आये, जो कि वर्तमान नाम भारत के समान ही विश्वव्यापी प्रचलित है। भारत नाम विश्व में वैसे ही है जैसे जापान का निप्पन या हिन्दी में निपुण देश। इसे जापानियों एवं कुछ लोगों के अलावा विश्व में कौन जानता है? इसके अन्य उदाहरण हैं, इजिप्ट(मिस्र), म्यांमार (ब्रह्म), श्रीलंका (सिंहल) और अपवाद भी हैं, जैसे जावा, सुमात्रा, थाई देश, मलय द्वीप, रूमां (रोमन=इटली) जिनके नाम पुराणों से लेकर वर्तमान तक वही हैं। शेष जैसी सर्व सम्मति।--आशीष भटनागर  वार्ता  ०६:११, १ अगस्त २००९ (UTC)

भारत को भारत वर्ष लिखना आपको ठीक नहीं लग रहा है तो मत लिखिए परन्तु "भारत" और "भारत वर्ष" दोनों को एक साथ लिंक कर दीजिए जिससे दोनों किसी भी लिंक से खुल सकें।
-- डॉ॰ जगदीश व्योम ००:५२, ३ अगस्त २००९ (UTC)

डाक्टर साहब लिंक कर दिया गया है। धन्यवाद--Munita Prasadवार्ता ०१:१५, ३ अगस्त २००९ (UTC)


Request to unblock my account

Mr.Ashish Bhatnager,I am making an humble request that with a blounder misunderstanding my account or my page on hindiwikipedia has been blocked by you,though I am writing my logic behind the mistake is that I am a new member of this sight and not even fully trained how to use it,? I am still learning,but you have shown your power and demoralized me not to write further articals while blocking my hindi page or account.so,please release my block account and I will assured you to writing only psitive articals.................... सोयल राजेश

मैं एक प्रधानाचार्य हुँ और मेनें बहुत से लेख विभिन्न पत्रीकाऔं के लिये लिखें हैं शुरु में कुछ त्रुटियाँ हो सकतीं हैं कृप्या अपना ई-मेल आई डी भेजें और मुझे बन्धन मुक्त करें, ताकि जो और लेख मेरा मतलब घनात्मक लेख मैनें लिखें हैं उन्हे मैं विकिपीडिया को समर्पित कर सकूं बिना आपकी रुकावट से । धन्यवाद।

Removal of my copyrighted Articles from Hindi Wikipedia

मेरी वेबसाईट http://hindijyotish.com एवं http://jyotirveda.com से मेरे लेख हिन्दी विकीपीडिया के ज्योतिष अनुभाग में कापी कर लिए गए हैं. मेरे लेख मुक्त स्रोत नहीं हैं. इन्हे हटाया जाये

नमस्कार हिन्दी विकि पर लेख अन्य वेबसाईट्स स्त्रोत आदि से लेकर एवं उनका संदर्भ देकर बनाये जाते है। परन्तु कापीराइटेड सामग्री को नहीं डाला जाता, अतः इसके लिये यहां के लेखों में से आपकी सामग्री हटा दी जायेगी, आपको हुई असुविधा के लिये हमें खेद है। आगे से इस बात का ध्यान रखा जायेगा--यह सदस्य हिन्दी विकिपीडीया के प्रबंधक है।Mayur(TalkEmail)  ०७:५०, २८ अगस्त २०१० (UTC)

जीवन परिचय और अन्य विषयों में अभद्र भाषा का प्रयोग

नमस्ते, मैं विकिपीडिया का बहुत बड़ा प्रशंसक हूँ और धन्यवाद करता हूँ इस के माध्यम से हुए ज्ञानवर्धन के लिए. साथ ही मेरी छोटी से विनती है कि विकिपीडिया हिंदी में मुहम्मद साहब के जीवन परिचय और अन्य विषयों में अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है जो विकिपीडिया जैसे अंतर्राष्ट्रीय ज्ञानकोश कि छवि को खराब कर रहा है एवं समुदाय विशेष के लोगों को आहत भी कर रहा है.कृपया इसे सुधारें. धन्यवाद.


अरूणा राय के लेख के बारे में

http://hi.wikipedia.org/wiki/अरुणा_राय

मैं फेसबुक पर विकिपीडिया के एक उपयोक्ता और जाने-माने पत्रकार अरविन्द शेष जी की टिप्पणी डाल रहा हूँ।

"विकीपीडिया (हिंदी) पर अरुणा रॉय के बारे में जो जानकारी गई है, वह आपराधिक है। अरुणा रॉय के जीवन-वृत्त के हिस्से में जो लिखा गया है, उसे पढ़ना चाहिए और यह तय करना चाहिए कि विकीपीडिया पर दी गई जानकारियां कितनी विश्वसनीय होती हैं, इसमें मनमाने तरीके से संपादन की सुविधा होती है, और कंप्यूटर और इंटरनेट पर मौजूद लोगों में ज्यादातर कौन लोग हैं, जो इसे अपने हिसाब से संचालित कर सकने में सक्षम हैं। इसके विरोध के लिए कैसे और क्या किया जाना चाहिए, यह मुझे नहीं मालूम। जिन्हें मालूम है, वे कृपया जानकारी साझा करें और अपने स्तर पर भी आपत्ति दर्ज करें।"

वाकई ऐसी सामग्री विकिपीडिया की छवि को जितना खराब करती हो...उससे ज्यादा यह हिन्दी समुदाय, उसकी सोच और उसकी ईमानदारी की भी कहानी कहती है। हमारा आग्रह होगा कि इसे और इस प्रकार की सामग्री को जल्द से जल्द ठीक किया जाए। स्मैक बॉट नामक यूजर कौन है...वाकई कोई बॉट है?! सादर राजेश

पुनश्च.

शुक्रिया। मुझे खुशी है कि अरूणा राय के बारे में नितांत गैर वस्तुनिष्ठ और बेहूदी बातों को हटा दिया गया है...मैं जानना चाहूँगा कि किसी यूजर के द्वारा इस तरह के काम किए जाने पर आपके यहाँ रोके जाने के क्या उपाय है। क्या नए लेख पर संपादक मंडल निगाह नहीं डालते हैं। इससे यह समझा जा सकता है कि संपादक मंडल की भी इसमें सहमति है। मैंने हिन्दी विकिपीडिया की डाक-सूची के लिए आवेदन किया है। अभी तक वह संभवतः मॉडरेटर के पास ही है। कृपया इस संबंध में देखें।

सादर राजेश

शोभन सरकार नाम के लेख में कोई बार बार बदलाव कर रहा है क्यों? कृपया गलत ढ़ंग से बदलाव न करें। चाहें तो कुछ चर्चा कर लें.जानकारों से निवेदन है की कुछ सहायता व सहयोग करें।--ऋषि 07:04, 26 अक्टूबर 2013 (UTC)


चमार विकिपीडियाके सम्बन्धमें

चमार कोई शब्द नही होता है न ही कोई जाती है और इस शब्द को लिखने से जाती विशेष बहुत प्रभावित होता है और अपमानित होती है शही शब्द चर्मकार होता है -Shekhar kumar rajput (वार्ता) 12:33, 12 सितंबर 2014 (UTC)

@Shekhar kumar rajput: लेख से असत्यापित दावे हटा दिये गए हैं। क्या आपको अभी भी आपति है?☆★संजीव कुमार (✉✉) 17:23, 12 सितंबर 2014 (UTC)

प्रणाम संजीव जी श्री मान मैं तो बस इतना कहना चाहता हूँ के चमार कोई जाती नही है चमार तो चर्मकार को चिढाने हेतु प्रयोग किया जाता है मैं चाहता हूँ के आप इस लेख को बदकार डाले -Shekhar kumar rajput (वार्ता) 07:44, 13 सितंबर 2014 (UTC)

@Shekhar kumar rajput: मैं मानता हूँ कि पश्चिमी भारत के कुछ क्षेत्रों में लोग इसे जाती विशेष को चिढाने के काम में लेते हैं लेकिन सच्चाई तो यह है कि पिछले कुछ वर्षों में परिवेश में बदलाव के कारण इस शब्द का प्रयोग कम हो गया है। आप इस जाती के कुछ बुजुर्ग लोगों से मिलकर देखो! आपको ऐहसास हो जायेगा कि सही स्वरूप में जाती का नाम यह ही था लेकिन समय के बदलाव ने इसमें बदलाव कर दिया। लेख में इसके पर्याप्त सन्दर्भ भी दिये गए हैं। क्या आप कोई ऐसा सन्दर्भ दे सकते हो जिसके अनुसार यह शब्द केवल चिढाने के लिए काम में लिए जाने का संकेत हो?☆★संजीव कुमार (✉✉) 15:27, 13 सितंबर 2014 (UTC)

चमड़े का कार्य करने वाला चर्मकार है, यह शब्द आम बोल- चाल का प्रतीत होता है,— इस अहस्ताक्षरित संदेश के लेखक Praveen chander है, (वार्तायोगदान) 11:01, 19 सितंबर 2014‎ (UTC)।