2016 म्यूनिख गोलीबारी

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2016 म्युनिक शूटिंग

मैकडॉनल्ड्स रेस्तरां, जिसके बाहर बंदूकधारी ने गोलीबारी की।

(1) मैकडॉनल्ड्स जहाँ हमला हुआ
(2) ओलम्पिया शॉपिंग मॉल
स्थान मूचस, म्युनिक, जर्मनी
निर्देशांक साँचा:coord
तिथि साँचा:start date
17:52 (UTC+2)
लक्ष्य नागरिक
हमले का प्रकार मास शूटिंग[१]
हथियार फायरआर्म्स
मृत्यु 10 (1 हमलावर)[२][३]
घायल 21[४]
उद्देश्य अज्ञात

22 जुलाई 2016 को जर्मनी के मूसच ज़िले के म्युनिक के एक ओलम्पिया शॉपिंग मॉल के पैका फायरिंग हुई जिसमें कुल 10 लोगों की जानें गयीं, साथ ही एक हमलावर भी मारा गया।[१][५] साथ ही 21 लोग घायल भी हो गए।[२][४][६] ये गोलीबारी शॉपिंग मॉल के पास मैकडॉनल्ड्स रेस्तरां के में हुई। [२][२][४][६][७][८][९]

घटनाक्रम

केन्द्रीय यूरोपीय समय के अनुसार शाम 5 बजकर 52 मिनट पर एकमात्र बन्दूकधारक पूर्वी ओलम्पिया-एइकौफ़्स्ज़ेन्त्रम शॉपिंग मॉल के मॅकडोनल्ड में गोलियाँ बरसाना शुरू किया। यह स्थान म्युनिक, जर्मनी के मूसच जिले में स्थित है। पुलिस की विशेष कार्यवाही टुकड़ी जी एस जी नियुक्त की गई थी।[१०] इसके बाद तुरंत चेतावनियाँ दी गई की म्युनिक के स्ताकुस में कार्ल्स्प्लात्स से लोग दूर रहें, जहाँ जर्मन मीडिया के कई गोलियों की अदला-बदली की ख़बरें दी। चालकों को किसी भी यात्री को लेने से मना कर दिया गया। बाद में पुलिस ने कार्ल्स्प्लात्स में किसी आपराधिक दृश्य के होने से इंकार किया, हालांकि जनता में आतंक की खबरें मिली थी। म्युनिक में लोगों को घरों ही में रहने और भीड़-भाड़ और सर्वजनिक चौकों से बचने के लिए कहा गया था।[११]

दोषी

जर्मनी में पुलिस ने बताया कि हमलावर की उम्र 18 साल थी। वह जर्मनी और ईरान की दोहरी नागरिकता वाला व्यक्ति था और वह इस शहर में कई वर्षों से रह रहा था। हमलावर अकेला था और पुलिस उसे पहले से नहीं जानती थी। [१२]

हताहत

इस घटना में कुल ०९ लोगों की जाने गई जबकि एक हमलावर भी मारा गया। जबकि २१ लोग घायल हुए।[२] घायल नागरिकों को अलग–अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया। इस कारण आपातकाल घोषित कर दिया गया।[७]

परिणाम

यू-बान, ट्राम और बस सेवा और एस-बान, म्युनिक के केन्द्रीय भाग में सेवाओं को रोक दिया गया था।[१३][१४] म्यूनिक मुख्य स्टेशन को खाली किया गया और म्यूनिक आने जाने वाली ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था। क्षेत्रीय और अंतर-नगरीय ट्रेनों ने गोलियों की अदला-बदली क्षेत्र को जाने वाली तथा वहाँ से आने वाली सेवाओं को रद्द कर दिया।[१५] दॉश बान ने वैकल्पित निवासीय ट्रेन फंसे हुए यात्रियों और पर्यटकों के लिए मुहय्या करवाए, जिससे उन्हें राहत मिली। यह सुविधाएँ मम्मेन्दोर्फ़, स्तार्नबर्ग, गेलतेनदोर्फ़, दचाउ और फ़्रेसिंग में स्थित थीं।[१६] केन्द्रीय यूरोपीय समय के अनुसार एक बजे (समन्वित सार्वत्रिक समय के अनुसार रात के ग्यारह बजे) म्यूनिक में स्भी सार्वजनिक यातायात को बहाल कर दिया गया।


जाँच

गोली-बारी की प्रारंभिक सूचना के पश्चात 2,300 अधिकारियों को म्यूनिक के विशाल क्षेत्र तथा आसपास के राज्यों में नियुक्त किया गया था। दोषियों को पकड़ने के प्रयास शुरू हुए। म्युनिक पुलिस ने निवासियों को अगली सूचना तक घरों से बाहर निकलने पर रोक लगा दी।[१] [१७] जर्मनी के अन्य क्षेत्रों, ऑस्ट्रिया और स्विट्ज़रलैण्ड को जाँच में सहायता करने के लिए कहा गया था। खबरों में कहा गया था कि एक पीठ के पीछे का बैग बन्दूकधारक से मेल खा रहा था जिसने मॅकडोनल्ड पर हमला किया। इसकी जाँच के लिए पुलिस ने रोबॉट का प्रयोग किया।.[६] पुलिस अधिकारियों ने इस गोलियों की अदला-बदली को आतंकी हमला बताया था, परन्तु बाद में पुष्टी की कि इसमें केवल एक बन्दूकधारक शामिल था।[१८]

प्रतिक्रिया

ओलम्पिया शॉपिंग मॉल जिसके पास हमला हुआ

बावेरिया राज्य पुलिस ने लोगों से आग्रह किया किया कि पुलिस कार्यवाही के कोई चित्र या वीडियो न छापें, ताकि हमलावरों को सूचना न मिल पाए।[१९] उन्होंने एक विशेष सुविधा प्रारंभ की जहाँ गवाह चित्र, वाणी या वीडियो जाँचकर्ताओं को दे सकते थे।[२०] म्यूनिक के नागरिक ट्विटर के हैशटैग #offeneTür (खुला द्वार) के माध्यम से भी आसरे की आशा लिए लोगों को सन्देश पहुँचा सकते थे।[१]

चेक आन्तरिक मंत्री मिलान चोवानेक ने कहा कि उनका देश अपनी सीमाओं को बन्द कर सकता है ताकि हमलावर चेक गणराज्य में प्रवेश न पा सकें।[२] अन्य विदेशी नेताओं ने इस घटना की निंदा की।[२][६][२१][२२][२३]

सन्दर्भ