1868 एरिका भूकंप
तिथि | 13 अगस्त 1868 |
---|---|
तीव्रता | 8.5-9.0 भयावहता Mw |
भूकम्प केन्द्र | साँचा:coord[१] |
प्रभावित देश/ क्षेत्र |
पेरू और कुछ हिस्से जो अब चिली में हैं |
हताहत | 25,000+ |
1868 एरिका भूकंप, 13 अगस्त 1868 को 21:30 बजे (यूटीसी) एरिका के पास आया था। एरिका उस समय पेरू का हिस्सा था जो वर्तमान में चिली का अभिन्न अंग हैं। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 8.5 और 9.0 के बीच अनुमानित की गई। इस भूकम्प द्वारा प्रशांत महासागर में निर्मित सूनामी (या सुनामियाँ) हवाई, जापान और न्यूजीलैंड तक महसूस की गई।[२]
विवर्तनिक सेटिंग
भूकम्प नाज़का प्लेट और दक्षिण अमेरिकी प्लेट की सीमा पर आया था। भूकम्प क्षेप-भ्रंश के परिणाम के समान था, जो दक्षिण अमेरिकी प्लेट के नीचे नाज़का प्लेट के निमज्जन की वजह से आया।[३]
नुकसान
भूकम्प से पेरू का दक्षिणी हिस्सा लगभग तबाह हो गया जिसमें एरिका, टक्ना, मोक़ेगुवा, मोलेण्डो, इलो, ईकीके, टोरट और आरक्विपा शामिल हैं। इसमें सम्भावित रूप से 25,000 लोग हताहत हुये।[१] सुनामी ने तीन जहाज़ों को लगभग 800 मीटर अंतःस्थलीय दूरी तक धकेल दिया जो बंदरगाह पर लंगर डाले हुये थे।[२][४]
सुनामी से हवाई में काफी क्षति हुई थी, न्यूजीलैंड में, चैथम द्वीपों और बैंकों प्रायद्वीप को काफी नुकसान हुआ था, काफ़ी घर बह गए थे और कई नावों क्षतिग्रस्त हो गई थी पर केवल एक मौत दर्ज की गई थी।[२]
विशेषताएँ
भूकम्प
दो अलग-अलग भूकम्पों का वर्णन किया गया था लेकिन संम्भवतः वे दोनों शायद एक ही घटना का वर्णन करते है।[५][१]
भूकम्प समान्को, पेरू से 1400 किलोमीटर (870 मील) पश्चिमोत्तर और बोलीविया से 224 किलोमीटर पूर्व तक के विस्तृत क्षेत्र में महसूस किया गया। यह रिक्टर पैमाने पर 8.5 से 9.0 की तीव्रता रखता था।[६]
उसी वर्ष 25 अगस्त तक लगभग 400 झटके महसूस किये गये।[२]
सूनामी
हालांकि इस घटना ने एक सुनामी को जन्म दिया जो प्रशांत क्षेत्र में दर्ज़ की गई लेकिन अधिकांश नुकसान दक्षिणी पेरू के तटों और उत्तरी चिली पर स्थानीयकृत में हुआ।[३] पहली लहर भूकम्प के 52 मिनट बाद 12 मीटर ऊँचाई के साथ एरिका पर पहुँची। इसके 73 मिनट बाद सबसे बड़ी 16 ऊँचाई वाली लहर पहुँची।[४]
सन्दर्भ
- ↑ अ आ इ साँचा:cite web
- ↑ अ आ इ ई साँचा:cite web
- ↑ अ आ साँचा:cite web
- ↑ अ आ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ साँचा:cite journal