हिमालयन एक्स्प्रेसवे

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साँचा:infobox road हिमालयन एक्स्प्रेसवे 27.5 कि.मी. लंबा एक द्रुतमार्ग है जो राष्ट्रीय राजमार्ग २२ का एक हिस्सा है। चंडीगढ़ की सीमाओं को छूते हुए यह मार्ग पंजाब स्थित ज़ीरकपुर से शुरु होकर हरियाणा के पंचकूला, पिंजौरकालका को लांघकर शिवालिक पहाड़ियों को काटता हुआ हिमाचल प्रदेश में प्रवेश करके परवाणू बाइपास तक जाता है।[१] इस मार्ग का 2 किमी हिस्सा पंजाब में, 21 km हरियाणा में, तथा 4.5 कि.मी. हिमाचल प्रदेश में पड़ता है। इस द्रुतमार्ग का निर्माण जेपी समूह द्वारा किया गया था।

लाभ

आँकड़ों के हिसाब से यह मार्ग ज़ीरकपुर और परवाणू के मध्य की दूरी को मात्र 3 किमी ही कम करता है। पुराना मार्ग कालका, पिंजौर व परवाणू शहरों के बीचों बीच भीड़भाड़ वाले बाजारों से गुज़रता है और बहुत ही तंग है, जिसके कारण इन्हें पार करने में ही अत्यधिक समय व इंधन की बर्बादी होती थी। इन पहाड़ी शहरों की दूसरी ओर से पहाड़ काटकर यह ४ लेन मार्ग बनाया गया है। इससे शिमला जाने वाले वाहनों को बाईपास मिल गया है तथा इससे शिमला तक की यात्रा का समय लगभग एक घंटा कम हो गया है।

प्रमुख तथ्य

  • इस मार्ग पर ३२ सरंचनाएँ हैं जिनमें एक रेल ओवरब्रिज, दो फ्लाइओवर और 11 पुल शामिल हैं।
  • इस परियोजना पर कुल 412 करोड़ की लागत आई है[२]
  • इस मार्ग पर लगाया गया 14-लेन वाले टोल प्लाज़ा में भारत में पहली बार रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान (Radio Frequency Identification- RFID) टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है।
  • दुर्घटनाओं की देखभाल के लिए वीडियो इन्सिडेंट डिटेक्शन सिस्टम (Video Incident Detection System -VIDS) का लगाया गया है।

सन्दर्भ

  1. Himalayan Expressway to cut travel time to Shimla - The Times of India
  2. स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।