हास्य कविता
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
हास्य कविता हिन्दी साहित्य का वो रस है जिसे पढ़ने व सुनने में आनन्द की अनुभूति होती है। यह कविता का एक प्रकार है जिसके अन्य प्रकार निम्नलिखित हैं:
- श्रृंगार रस कविता
- हास्य रस कविता
- वीर रस कविता
- करुण रस कविता
- शांत रस कविता
- अद्भुत रस कविता
- भयानक रस कविता
- रौद्र रस कविता
- वीभत्स रस कविता
हास्य कविता में शब्दों द्वारा किसी के पहनावे, हाव-भाव, शारीरिक बनावट इत्यादि पर ध्यान केंद्रित करते हुए मन में हास्य रस (भाव ) उत्पन्न किया जाता है। हिन्दी में हास्य के प्रचलित कवियों में काका हाथरसी, अशोक चक्रधर, हुल्लड़ मुरादाबादी प्रसिद्ध हैं।
उदाहरण
- नाना वाहन नाना वेषा ।
बिहसे सिव समाज निज देखा ।।