हम होंगे कामयाब
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हम होंगे कामयाब (साँचा:lang-en का गिरिजा कुमार माथुर द्वारा किया गया हिंदी भावानुवाद) एक प्रतिरोध गीत है। यह गीत बीसवीं सदी में नागरिक अधिकार आंदोलन का प्रधान स्वर बना। इस गीत को आमतौर पर "I'll Overcome Some Day" ("आई विल ओवरकम सम डे") से काव्यावतरित माना जाता है, जो चार्ल्स अल्बर्ट टिंडले द्वारा गाया गया था और जिसे 1900 में पहली बार प्रकाशित किया गया था।[१][२]