स्वामी ज्ञानानंद

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
स्वामी ज्ञानानंद
जन्म 1957
अंबाला, हरियाणा, भारत
व्यवसाय आध्यात्मिक गुरु

स्वामी ज्ञानानंद (जन्म; 1957, अंबाला, हरियाणा, भारत) एक शिक्षाविद, दार्शनिक, मार्गदर्शक, लेखक और योगी हैं। नैतिकता, मूल्यों, और गीता पर उनकी किताबें और व्याख्यान कई लोगों के लिए एक अध्याय बन गए हैं।[१][२]

जीवनी

ज्ञानानंद का जन्म 1957 को हरियाणा राज्य के अंबाला शहर में हुआ था। उन्होंने अंबाला से स्कूली शिक्षा पूरी की और बाद में स्नातक स्तर तक राजनीतिक विज्ञान का अध्ययन किया। उन्होंने मास्टर की दो डिग्री हासिल की।[३] स्वामी ज्ञानानंद ने अब तक कई किताबें भी लिखी है जिसमें गीता प्रेरणा, कृपा और ज्ञान साधना है।[४]

श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति

ध्यान, सेवा, और मानवता के प्रति समर्पण (सत्संग, सेवा और सुमिरन) के दिव्य विचारों के लिए समर्पित ज्ञानानंद ने इस समिति (संगठन) की स्थापना की।[५] वह 1990 से लगातार ध्यान और प्रार्थनाओं के व्यावहारिक लाभ सिखा रहे हैं और दिन-प्रतिदिन जीवन की समस्याओं और उनके समाधानों के लिए प्रेरणा देते है।[६] जबकि उन्होंने युवा से लेकर बूढ़ों तक को गीता का ज्ञान देने के लिए जीआईईओ गीता[७] की स्थापना की।[८]

इसके अलावा स्वामी ज्ञानानंद विश्व भर में गीता महोत्सव करवाते आ रहे है। उन्होंने माॅरीशस, लंदन इत्यादि बड़े-बड़े शहरों में गीता महोत्सव का आयोजन किया है।[९]

संदर्भ