स्लो फूड
चित्र:SlowFood.png | |
सिद्धांत | अच्छा, स्वच्छ एवं न्यायोचित |
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स्थापना | साँचा:if empty |
मुख्यालय | ब्रा, इटली |
स्थान | स्क्रिप्ट त्रुटि: "list" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। |
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साँचा:longitem क्षेत्र | साँचा:if empty |
साँचा:longitem | १,००,००० |
साँचा:longitem | कार्लो पेट्रीनी |
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जालस्थल | http://www.slowfood.com/ |
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स्लो फूड एक अन्तर्राष्ट्रीय संगठन है जिसकी स्थापना कार्लो पेट्रिनी ने १९८६ में की थी। अधिकांश लोगों के अनुसार स्लो फूड की स्थापना फास्ट फूड के विरोध में हुई, लेकिन वास्तव में इस संगठन का उद्देश्य काफी व्यापक रहा है। फिर भी मूलतः स्लो फूड के सदस्य सिद्धांत रूप में फास्ट फूड के विरुद्ध हैं। स्लो फूड मूलत: तेज औद्योगीकरण के कारण मशीनी होते जा रहे मानव जीवन के विरोध में है क्योंकि इसके कारण खानपान की पुरानी अनूठी परंपराओं और खाद्य पदार्थों की कई किस्मों का इस के कारण विलोप होता जा रहा है।[१] स्लो फूड का आरंभ ऐसे खाद्य पदार्थो के उत्पादन से जुड़ा रहा है, जो न केवल अच्छे, स्वच्छ और उचित हों बल्कि बेहतरीन स्वाद वाले और स्वास्थ्यवर्धक भी हों। इतना ही नहीं, उपज के दौरान कार्य स्थिति भी अच्छी रही हो। जैव विविधता का भी इसमें महत्त्वपूर्ण स्थान रहा है जिसने स्वाद निधि संजोने के इस काम को खाद्य पदार्थो की तमाम अनूठी किस्मों के संरक्षण के प्रयास में बदल दिया है।
विश्व भर में स्लो फूड की विभिन्न इकाइयां हैं जिन्हें कॉनविविया कहते हैं। इनकी नियमित बैठकें होती हैं। स्वाद शिक्षा (टेस्ट एजुकेशन) के उद्देश्य से संगठन में कई ऐसे समूह भी बने हुए हैं, जिनका काम स्वाद चखना है। इस कार्यक्रम के तहत कोई भी व्यक्ति उन खाद्य पदार्थो का स्वाद ले सकता है जिनके अनूठे तरह से संरक्षण के लिए स्लो फूड प्रयासरत रहता है और यह अनुभव करता है कि वह कैसे भिन्न हैं।
संगठन का काम उत्पादकों व सह-उत्पादकों में संबंध बनाना है। सह-उत्पादक शब्द का आशय उन लोगों से है जो अपने समुदाय में सक्रिय हैं और उत्पादकों से संपर्क में रहकर अपने खाद्य पदार्थो के स्रोत के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।[१] वे संगठन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने में योगदान करने वाले बनते हैं। स्लो फूड खाद्य उत्पादन को कारीगरी मानता है।
इसी कारण संगठन को आशा है कि यदि उपभोक्ताओं को इस बारे में जागरूक किया जाए कि खाद्य पदार्थ कहां से आते हैं, तो वह अवश्य बदलाव के बारे में सोचेंगे।[२]
सन्दर्भ
विस्तृत पठन
- साँचा:cite web
- Geoff Andrews, "The Slow Food Story: Politics and Pleasure" (2008: London, Pluto Press)
- Carlo Petrini, "Slow Food Nation: Why Our Food Should Be Good, Clean, and Fair" (2007: Rizzoli International Publications)
- Carlo Petrini, "Slow Food Revolution: A New Culture for Dining and Living" (2006: Rizzoli International Publications)