सौम्य
सौम्य - शब्द
सौम्य एक संज्ञा है। यह मूलतः संस्कृत भाषा से लिया गया शब्द है जो वर्तमान में हिन्दी भाषा में भी प्रचलित है। यह हिंदी भाषा का एक तत्सम शब्द माना जाता है। तत्सम शब्द वे शब्द होते हैं जो मूलतः संस्कृत के शब्द होते हैं किन्तु उन्हे हिन्दी में प्रयोग किया जाता है।
सौम्य शब्द का के अर्थ इस प्रकार से लिए जाते हैं-
- सुंदर
- रमणीक
- मृदु
- कोमल
- शांत स्वभाव का
- शीतल
- मनोहर
- सोम के गुणों से सम्पन्न
- प्रफुल्ल
- शुभ
सौम्य - संज्ञा के रूप में
सौम्य का प्रयोग संज्ञा के रूप में भी किया जाता है। आमतौर पर सौम्य शब्द पुल्लिंग संज्ञा के लिए प्रयुक्त होता है। सौम्य शब्द का स्त्रीलिंग 'सौम्या' होता है। सौम्या का अर्थ भी वहीं होता है, जो सौम्य का होता है किन्तु यह संज्ञा के तौर पर स्त्रीलिंग माना जाता है।
सौम्य - अंग्रेजी में स्पेलिंग
सौम्य शब्द को अंग्रेजी में कईं प्रकार से लिखा जाता है। इसमें से कुछ इस प्रकार हैं
- Saumy
- Somy
- Soumy
- Saumya
- Somya
- Soumya
'सौम्या' शब्द को अंग्रेजी में लिखने के लिए उक्त सूची के 4. , 5. , 6. प्रकार का भी प्रयोग किया जाता है।
सौम्य नाम के कुछ सुप्रसिद्ध व्यक्ति
सौम्य (पुल्लिंग) अथवा सौम्या (स्त्रीलिंग) नाम के कुछ सुप्रसिद्ध व्यक्तियों का परिचय कुछ इस प्रकार है
सौम्य सरकार
सौम्य सरकार (अग्रेंजीः Soumya Sarkar) बंग्लादेशी क्रिकेट टीम के खिलाडी है। ये बंग्लादेश के राष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेलते हैं। सौम्य सरकार का जन्म २५ फ़रवरी १९९३ सतखीरा में हुआ था।
ये लेफ्ट हैंड बल्लेबाज हैं। राईट आर्म मीडियम फास्ट गेंदबाज के तौर पर भी ये जाने जाते हैं।
सौम्या टंडन
सौम्या टंडन (अंग्रेजीः- Saumya Tandon) एक भारतीय फिल्म और टेलीविजन अभिनेत्री हैं।
सौम्या टंडन का जन्म 3 नवंबर 1984 को भोपाल, मध्य प्रदेश में हुआ था। वह उज्जैन में बड़ी हुई, जहाँँ इन्होंने स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी की।
इन्होने कई टीवी शो किए हैं। हाल ही में वो 'भाभीजी घर पर हैं' नाम के टीवी शो में 'अनीता मिश्रा' उर्फ गोरी मैम के किरदार में नजर आई थी। इस किरदार में इनको काफी प्रसिद्धि मिली थी।
सौम्या पाण्डेय
सौम्या पाण्डेय (अंग्रेजी - Saumya Pandey) 2017 बैच की भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी हैं। ये मूल रूप से प्रयागराज की रहने वाली हैं।
सौम्या बीते दिनों तब चर्चा में आईं जब वह अपनी बेटी के साथ दफ्तर में काम करती नजर आईं। कोविड 19 महामारी के भयानक दौर में अपनी जिम्मेदारी समझते हुए महज 22 दिन बाद ही कार्यालय पहुंचकर अपना पदभार सम्भाल लिया।