ये द्वितीय विस्वयुद्ध में अमेरिका द्वारा जापान पर 6 अगस्त तथा 9 अगस्त 1945 को किए गए दो परमाणु हमलों को झेलकर ६५ वर्षों तक जीवित रहने वाले एकमात्र व्यक्ति थे। ६ जनवरी, २०१० को 93 वर्ष की आयु में विकिरण के प्रभाव से हुए पेट के कैंसर के कारण उनका निधन हो गया।