सिविल लाइन्स, बरेली

मुक्त ज्ञानकोश विकिपीडिया से
नेविगेशन पर जाएँ खोज पर जाएँ
साँचा:if empty
बरेली का आवासीय क्षेत्र
Ayub Khan Chauraha Market, Bareilly.jpg
साँचा:location map
निर्देशांक: साँचा:coord
देशसाँचा:flag
राज्यउत्तर प्रदेश
जनपदबरेली
नगरबरेली
शासन
 • सभाबरेली नगर निगम
 • घनत्वसाँचा:infobox settlement/densdisp
भाषाएँ
 • आधिकारिकहिन्दी
समय मण्डलआइएसटी (यूटीसी+५:३०)
पिन कोड२४३००१

साँचा:template other

सिविल लाइन्स भारत के उत्तर प्रदेश राज्य के बरेली नगर में स्थित एक आवासीय तथा वाणिज्यिक क्षेत्र है। यह बरेली नगर के केंद्र में स्थित है, और स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण बाजार का काम करता है।

इतिहास

सिविल लाइन्स नाम ब्रिटिश राज के समय से आता है, जब सर्वप्रथम दिल्ली में ब्रिटिश सैन्य और नागरिक इमारतों को अलग-अलग क्षेत्रों में संगठित किया गया था - जिन क्षेत्रों में नागरिक रहते थे, उन्हें सिविल लाइन्स के रूप में सीमांकित किया गया था। बाद में ब्रिटिश नीतिकारों ने बरेली सहित उत्तर भारत के अधिकांश प्रमुख शहरों में इसी आधार पर सिविल लाइन्स नामक आवासीय क्षेत्रों की स्थापना करना शुरू किया।

बरेली का सिविल लाइन्स उन्नीसवीं सदी के उत्तरार्ध में पुराने शहर तथा छावनी के मध्य बसाया गया था, तथा तब इस क्षेत्र में केवल ब्रिटिश अफसर रहा करता थे।[१] सिविल लाइन्स के दक्षिण में छावनी के अतिरिक्त कचहरी, पुलिस लाइन तथा रेलवे स्टेशन स्थित थे, जबकि इसके पश्चिम में जिला कारागार तथा उत्तर-पूर्व में सर्किट हाउस और कई उच्च वर्गीय लोगों के बंगले बनाये गए थे।[२] कुछ वर्षों बाद इस क्षेत्र के पूर्व में कम्पनी गार्डन (अब गाँधी उद्यान) का निर्माण किया गया।[३]

स्वतन्त्रता पश्चात सिविल लाइन्स उत्तर-पूर्व दिशा में विस्तृत होने लगा, तथा इसी समय इस तरफ रामपुर गार्डन नामक आवासीय कॉलोनी बसने लगी।[४] बरेली के अधिकांश सरकारी कार्यालय सिविल लाइन्स या रामपुर गार्डन में ही स्थित हैं।[५]

भूगोल

सिविल लाइन्स बरेली नगर के मध्य में स्थित है। यह उत्तर में पुराने शहर से, पश्चिम में लखनऊ-मुरादाबाद रेलवे लाइन से, दक्षिण में बरेली छावनी से तथा पूर्व में शाहजहांपुर रोड से घिरा हुआ है।

सन्दर्भ

  1. लाल १९८७, पृ - ८
  2. लाल १९८७, पृ - ८
  3. लाल १९८७, पृ - ९
  4. लाल १९८७, पृ - ११
  5. लाल १९८७, पृ - ११

civil lines ka prayog 1857 ke vidroh ke bad British shasan ne aapni surksha ke liye kiya tha.angrej nagar ke nivasiyon se dur rahte the.anrejo ke nivas sthan ko hi civil lines kha jata hai.

विस्तृत पठन