सिक्किम स्काउट्स
सिक्किम स्काउट्स | |
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सक्रिय | 2013–वर्तमान |
देश | साँचा:flag |
शाखा | भारतीय सेना |
प्रकार | पैदल सेना |
भूमिका | पर्वत युद्ध |
विशालता | 2 बटालियन[१] |
सिक्किम स्काउट भारतीय सेना पर आधारित और सिक्किम राज्य से सम्बंधित रेजिमेंट है। 2013 में इसे बनाया गया और 2015 में चालू कर दिया गया। यह सबसे कम उम्र की भारतीय सेना रेजिमेंट है। इस रेजिमेंट को लद्दाख स्काउट्स और अरुणाचल स्काउट्स की तर्ज पर गठित किया गया था। पहाड़ी सीमा क्षेत्र पर इसे तैनात किया गया है और यह सीमा रक्षा व पहाड़ युद्ध को समर्पित है।
इतिहास
स्क्रिप्ट त्रुटि: "main" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। लगभग एक सदी के लिए एक ब्रिटिश राज्य और फिर भारतीय संरक्षित क्षेत्र रहने के बाद, सिक्किम 1975 में भारत का एक राज्य बन गया। यह क्षेत्र चीन के साथ 222 किमी (138 मील) की सीमा साझा करता है।[२][३] चीन ने स्पष्ट रूप से सिक्किम को सन् 2000 तक एक भारतीय राज्य के रूप में नहीं पहचान था [४] और सिक्किम के सबसे उत्तरी हिस्से को जिसे भारत "फिंगर एरिया" के रूप संदर्भित करता है पर अपना दावा करता रहा।[५] भारत-चीन युद्ध के दौरान सिक्किम की सीमा पर भी कुछ लड़ाई देखी गयी। 1967 के दौरान भी चोल विवाद पर अनेक झड़पें हुईं।[५][६][७][८][९]2008 में , वहाँ छोटी घुसपैठ और झड़पों हुई थीं।[१०][९] 2014 तक की जानकारी अनुसार भारतीय सेना और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) की कई इकाइयाँ सिक्किम में तैनात हैं। ऐतिहासिक दृष्टि से, इन सैनिकों को स्थानीय आबादी से नहीं बल्कि भारत के अन्य भागों से तैयार किया गया है।[३][११]
संगठन
रेजिमेंट शुरू में एक बटालियन के रूप में की बनाई थी, और इसका भविष्य विस्तार आबादी के छोटे आकार की के कारण सीमित है। पहली बटालियन की योजनागत ताकत 934 है, जिसमें 28 कमीशन प्राप्त अधिकारी, 44 जूनियर कमीशंड ऑफिसर और 862 जवानों हैं। [१२] 2015 में दूसरी बटालियन भी बनायी जा रही है।[१]रेजिमेंट में ज़्यादातर(लगभग 85%) सैनिक सिक्किम से ही हैं।[३]
सिक्किम स्काउट 11 गोरखा राइफल्स के साथ संबद्ध(जुड़ी हुई) है, और उनका झंडा व प्रतीक चिह्न ही प्रयोग करती है। [११]
कार्य
सिक्किम स्काउट्स के सैनिकों को पहाड़ युद्ध की रणनीति में प्रशिक्षित किया जाता है। रेजिमेंट के सदस्यों में ज्यादातर स्थानीय लोगों हैं, और सिक्किम के पहाड़ी इलाके में जीवित रहने के लिए, पूर्व आवश्यक कौशल के साथ काफी परिचित हैं। उनके प्रशिक्षण में उन्हें युद्ध के आधुनिक तरीके व सैन्य अनुशासन सिखाया जाता है। भारतीय सेना को अतिरिक्त लाभ है, वे अधिक आसानी से स्थानीय लोगों से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, क्योंकि वे एक ही संस्कृति के हैं और एक ही भाषा बोलते हैं। [१२][१३]
रेजिमेंट को सिक्किम की सीमाओं, व विशेष रूप से चीन के साथ लगी उच्च पहाड़ी दर्रों वाली उत्तर-पूर्वी सीमा की रखवाली का काम सौंपा जाएगा। [१२] जबकि भारतीय सेना की अन्य इकाइयाँ अस्थायी रूप से सिक्किम में आती रहेंगी जो कि भारत में विभिन्न ठिकानों के बीच होने वाले उनके रोटेशन का एक हिस्सा है। सिक्किम स्काउट स्थायी रूप से सीमा पर तैनात हैं, और उसके सदस्य अपने पूरे कैरियर में उसी राज्य में रहेंगे। [११]
इन्हें भी देखें
सन्दर्भ
- ↑ अ आ साँचा:cite news
- ↑ साँचा:cite book
- ↑ अ आ इ साँचा:cite news
- ↑ साँचा:cite book
- ↑ अ आ साँचा:cite book
- ↑ साँचा:cite book
- ↑ साँचा:cite book
- ↑ साँचा:cite book
- ↑ अ आ साँचा:cite news
- ↑ साँचा:cite web
- ↑ अ आ इ साँचा:cite web
- ↑ अ आ इ सन्दर्भ त्रुटि:
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का गलत प्रयोग;Banerjee
नाम के संदर्भ में जानकारी नहीं है। - ↑ साँचा:cite web