साँचा:प्रमुख चित्र सप्ताह २५ वर्ष २०१३
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
ट्राँसफार्मर एक विद्युत युक्ति होती है जो एक विद्युत परिपथ से विद्युत ऊर्जा को दूसरे विद्युत परिपथ में चुम्बकीय कपलिंग के द्वारा स्थानांतरित करती है। इन दोनों परिपथों के बीच किसी प्रकार का विद्युत संपर्क उपस्थित नहीं होता है। इसमें दो या अधिक कपल्ड कुण्डलियां होती हैं, या एक एकल-बिन्दु (टैप्ड) कुण्डली होती है जो एक चुम्बकीय कोर पर लिप[अटी रहती हैं, जिससे फ़्लक्स कंसन्ट्रेट रहे। प्राथमिक कुण्डली में प्रत्यावर्ती धारा के बहाव से द्वितीयक कुण्डली में वोल्टता उत्पन्न होती है। ट्रांस्फ़ॉर्मर का प्रयोग उच्च से निम्न वोल्टता या उलट के परिवर्तन हेतु किया जाता है।
चित्र श्रेय: {{{author}}}
चित्र श्रेय: {{{author}}}