समूह सिद्धांत
(समूह सिद्धान्त से अनुप्रेषित)
नेविगेशन पर जाएँ
खोज पर जाएँ
समूह सिद्धान्त |
---|
समूह सिद्धांत (अंग्रेज़ी: Group Theory) अमूर्त बीजगणित का एक शाखा है। कभी-कभी गणित में ऐसी क्रियाएँ भी दृष्टिगोचर होती है जब उनमें से एक एक करके दो क्रियाएँ की जाएँ तो फल वही निकलता है, जो उसी प्रकार की एक ही क्रिया से निकल आता है। तनिक इन चार संख्याओं पर विचार करें :
- <math>1, - 1, \sqrt {-1}, -\sqrt{-1} </math>
जिन्हें इस प्रकार भी लिख सकते हैं :
- <math>1, -1, a, - a</math>
यदि किसी राशि को इनमें से दूसरी और तीसरी संख्याओं से गुणा करें, तो वही फल निकलेगा तो जो अकेल चौथी संख्या से गुणा करने से निकलता है। इसी प्रकार, यदि उपर्युक्त संख्याओं में से किन्हीं दो से किसी राशि को गुणा करें, तो वही फल निकलता है जो उक्त संख्याओं में से एक ही संख्या से गुणा करने से निकल सकता है।
इस प्रकार की क्रियाओं के समुच्चय को बंद समुच्चय कहते हैं और क्रियाओं के इस गुण को समूह गुण कहते हैं।