समान्तर चतुर्भुज नियम

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जैसा की हम जानते हैं कि त्रिभुज के कर्णं पर बने वर्ग उसके दोनों भुजाओं पर बने वर्ग के योग के बराबर होता है। उसी प्रकार *समांतर चतुर्भुज के दोनों विकर्णो के वर्गों का योग उसके चारों भुजाओं पर बने वर्गों के योग के बराबर होता है*। जैसे कि हम मान लेते हैं कि समांतर चतुर्भुज भुजा A है और दूसरी भुजा B है और उसके विकर्ण की भुजा c तथा d है तब यह नियम है कि

    c²+d²=2(A²+B²)

जहा

c तथा d विकर्ण हैं

A तथा B चतुर्भुज की भुजाएं हैं।