सत्यजीत पाध्ये
सत्यजीत पाध्ये एक "बोलती कठपुतली कलाकार ",कठपुतली निर्माता और अपने परिवार के तीसरी पीढ़ी के "बोलती कठपुतलीकार" है .
प्रारंभिक जीवन
सत्यजीत पाध्ये का जन्म 5 मई जनवरी 2017 में मुंबई, भारत में हुआ था , रामदास पाध्ये और उनकी पत्नी अपर्णा पाध्ये,उनके माता पिता है . उनका छोटा भाई परीक्षित पाध्ये भी एक "बोलती कठपुतलीकार" है . उनकी मां ने राष्ट्रीय टेलीविजन पर 80 और 90 के दशक में कई कार्यक्रम किये। वह मराठी साहित्य में मास्टर्स डिग्रीधारी है और खुद एक कठपुतलीकार है तथा अपने पति रामदास पाध्ये के साथ "बोलती कठपुतली कला" का प्रदर्शन करती है। [१]
उनके पिता रामदास पाध्ये, ने विभिन्न स्टेज शो और नाटकों में उनके बेटे को भी शामिल किया हैं और इनके दादा यशवंत केशव पाध्ये ,भारत के अग्रणी बोलती कठपुतलीकार थे जिन्होंने भारत में मनोरंजन के इस रूप को लोकप्रिय बनाया था। रामदास पाध्ये ने टेलीविजन के माध्यम से इस कला को आम जनता तक पहुचाया।
सत्यजीत की बचपन से कठपुतली में रुचि है। आठ साल की उम्र में उन्होंने अपने पिता रामदास पाध्ये से बोलती कठपुतली कला को सीखना शुरू कर दिया था। [२] उन्होंने 12 साल की उम्र में एक स्कूल सभा में पहली बार प्रदर्शन किया तब वह 7 वीं कक्षा में थे [३]
सत्यजीत, आर ए पोद्दार कॉलेज ,माटुंगा से वाणिज्य और अर्थशास्त्र में स्नातक है , जहां वह युवा महोत्सव और मल्हार महोत्सव में भाग लेते रहे है। उन्होंने कई अंतर-कॉलेज प्रतियोगिताओ में कई पुरस्कार जीते है। उन्होंने वार्षिक कॉलेज उत्सव "RAPPORT 2003" के लिए शुभंकर के रूप में एक पेशेवर गुणवत्ता की कठपुतली "Rapster" का निर्माण भी किया है, वे उत्सव में विभिन्न कार्यक्रमो के लिए सूत्रधार भी थे। बाद में सत्यजीत ने चार्टर्ड अकाउंटेंट के रूप में काम करना शुरू किया।। हालांकि, सत्यजीत ने अपना पहला एकल प्रदर्शन करने से पहले कठपुतलीकला में कौशल निखारने के लिए पांच साल अभ्यास किया ।
कैरियर
पाध्ये अपनी युवा-लक्षित हास्य के लिए जाने जाते है। वे C.A. है. 13 वर्ष की आयु में , भरत दाभोलकर द्वारा निर्देशित नाटक गुड नाइट बेबी डिनो (1993) के लिए ,अपने पिता के सहायक के रूप में काम किया था।। [४] उन्होंने एक और नाटक , "हट्स-ऑफ "(1997) में विभिन्न कठपुतली तकनीको का उपयोग किया ,जिसमे वे मुख्या कठपुतलीकार भी थे। तब से वह और उनके पिता विभिन्न टेलीविजन श्रृंखला, फिल्मों (दिल है तुम्हारा), नाटकों, संगीत वीडियो (मैने पायल है छनकाई ) और टीवी विज्ञापनों सहित अनेक परियोजनाओं पर एक साथ काम करते है। उन्होंने
वह डिज्नी चैनल एवं सिंगापुर T.V-12 के कार्यक्रमो लिए मुख्य कठपुतली कलाकारों में से एक है, सत्यजीत ने ज़ूम चैनल पर प्रसिद्ध कठपुतली शो "जूसी पम्मी 'के लिए मुख्य कठपुतली एवं अन्य सहायक कठपुतलियों का संचालन किया है.[५] उन्होंने अपने पिता के ,डच टीवी नेटवर्क के लिए अंतरराष्ट्रीय विज्ञापन में ,सहायक के तौर पर भी काम किया है।
पाध्ये ने टोक्यो ,जापान में आयोजित बोलती कठपुतलीकार महोत्सव में भारत का प्रतिनिधित्व किया है। [६]
एक कठपुतली निर्माता के रूप में ,वह अपने पिता के कठपुतली स्टूडियो में कठपुतलियों के डिजाइन और स्क्रिप्ट के साथ ही कार्यक्रमो में , मदद भी करते है।
टेलीविजन चैनल कलर्स के कार्यक्रम इंडियाज गॉट टैलेंट के फाइनल में अपने पहले प्रमुख सार्वजनिक प्रदर्शन में उन्हें वास्तविक प्रतिभा दिखाने का मौका मिला,.[७]
रियलिटी शो- इंडियाज गॉट टैलेंट
सत्यजीत पाध्ये ,भारत में कलर्स चैनल पर एक लोकप्रिय रियलिटी शो इंडियाज गॉट टैलेंट के , फाइनल में पहुचे थे [८] मुख्य ऑडिशन में उन्होंने एक दो सिरों वाले राजनीतिज्ञ कठपुतली के साथ प्रदर्शन किया था। तीनो जज शेखर कपूर, किरण खेर और सोनाली बेंद्रे ने, उनके प्रदर्शन के लिए प्रशंसा की .[९]
सत्यजीत पाध्ये ने सेमीफाइनल में,एक कठपुतली सरदार छोटू सिंह का इस्तेमाल किया , जो दूसरी कठपुतली को चला रहा था । उन्होंने पृष्ठभूमि में नृत्य करने के लिए दो बडी कठपुतलियों को प्रशंसित किया था जो एक अलग और अभिनव प्रस्तुति है। [१०]
फाइनल में उन्होंने ग्लोबल वार्मिंग के विषय पर आधारित प्रदर्शन किया . उन्होंने प्रदर्शन में कठपुतली छोटू सिंह के साथ एक पक्षी की कठपुतली का प्रयोग किया था।
उन्होंने जज सोनाली बेंद्रे के साथ बातचीत करने के लिए एक बच्चे रुपी कठपुतली का इस्तेमाल किया।जज किरण खेर से कहा कि उनका हर प्रदर्शन अपने सभी पिछले प्रदर्शन से अलग होता है और मूल रूप से नवीन होता है । [११] सत्यजीत ने प्रदर्शन खत्म होने के बाद सूत्रधारों पर त्वरित टिप्पणी की जो उनके हाज़िर जवाब होने का परिचायक है।
सत्यजीत ने शो पर अपनी भावी योजनाओ पर बलते हुए कहा था की वे बोलती कठपुतलीकला , नाटक और संबद्ध कलाओं को बढ़ावा देने के लिए के संस्थान खोलने के लिए प्रयासरत है.
कौन बनेगा करोड़पति
कौन बनेगा करोड़पति सीजन 5 में शामिल होने के लिए ,बोलती कठपुतलीकार सत्यजीत पाध्ये के साथ कठपुतली छोटू सिंह को आमंत्रित किया गया था। भाग 37 में अमिताभ बच्चन ने प्रौद्योगिकी की चमकदार रोशनी में उपेक्षित विभिन्न कला रूपों के बारे में बात की थी . यहीं पर उन्होंने दर्शकों का मनोरंजन करने के लिए पाध्ये और उसकी कठपुतली दोस्त को आमंत्रित एवं स्वागत किया।
जब अमिताभ बच्चन ने छोटू सिंह से पूछा कि उन्होंने जो पुरस्कार राशि जीत ली है उसका वह क्या करना चाहेंगे ,तो उन्होंने कहा कि अब वह जीवन भर के लिए केवल आराम करेंगे. बाद में उन्होंने ,कठपुतली के साथ ,रोलओवर प्रतियोगी द्रौपदी चंदनानी भोपाल से भी बातचीत की।
सत्यजीत पाध्ये ने पायनियर भारतीय नाटककार विष्णुदास भावे द्वारा बनाई गई, 150 साल पुरानी कठपुतलियों को भी प्रस्तुत किया। इनके पिता रामदास पाध्ये द्वारा 20 वर्षों के अनुसंधान के बाद इन प्राचीन कठपुतलियों को पुनर्जीवित किया गया।
अगले एपिसोड में प्रस्तुत कठपुतली शो की पटकथा उनकी माँ अपर्णा पाध्ये द्वारा लिखी गई थी। अपर्णा, एक गायिका और कठपुतलीकार है , शो में प्रस्तुत नाटक की मूल पटकथा को वे नेहरू सेंटर में 2000 में प्रस्तुत कर चुकी है. इसी पटकथा को ,कौन बनेगा करोड़पति पर,सत्यजीत और उनकी प्रशिक्षित कठपुतली कलाकारों की टीम द्वारा प्रस्तुत किया गया था। प्रमुख कठपुतली पात्रों में से एक की आवाज अमिताभ बच्चन की भी थी।
कार्यक्रम बिग बड़ा बूम
सत्यजीत पाध्ये डिज्नी चैनल पर "बिग बड़ा बूम" शो का एक हिस्सा है, जहां वह एक कठपुतली "बम्पी " को संचालित करते थे [१२] "बम्पी " ,"तारा","मुर्तजा" और "जैन" के साथ सह-प्रस्तुतकर्ता है। "बम्पी ",विभिन्न हस्तियों के लिए, शरारत भरे फोन करता है। शो में अतिथि हस्तियों द्वारा प्रदर्शन भी किया जाता है।
राजनीतिज्ञ की नौटंकी
यह हमेशा माना जाता है कि एक राजनीतिज्ञ के दो मन होते है। पाध्ये ने "अ ब्यूटीफुल माइंड " शीर्षक से एक साप्ताहिक व्यंग्य बनाने के लिए इस अवधारणा का इस्तेमाल किया , जहां सत्यजीत खुद को एक ठेठ भारतीय राजनीतिज्ञ के रूप में प्रदर्शित करते है और कठपुतली को उसके अहंकारी या दूसरे मन के रूप में । [१३] इस शो की एक खास बात यह है कि यह भारत की पहली ऑनलाइन टीवी चैनल "नौटंकी.टीवी" पर एक इंटरनेट चैनल लघु प्रारूप में नियमित कार्यक्रमों / एपिसोड / खंडों वेबकास्टिंग के तौर पर देखा जाएगा।
सामाजिक जागरूकता का काम
सत्यजीत पाध्ये ,कैंसर रोगियों के लिए सामाजिक जागरूकता कार्यक्रमो में "बोलती कठपुतलीकला" और "कठपुतली" का उपयोग करते है। उन्होंने 29 फरवरी 2012 ,विश्व दुर्लभ रोग दिवस पर अपनी कला का प्रदर्शन किया ,जो लाइसोसोमल स्टोरेज डिसऑर्डर सपोर्ट सोसायटी (LSDSS) द्वारा प्रायोजित था। [१४]
सत्यजीत ने,एड्स – समय सीमा नामक कठपुतली फिल्म ,जो एचआईवी और एड्स पर आधारित है,के लिए विशेष कठपुतलियों को बनाया है। [१५] इस फिल्म को 1 दिसम्बर 2006 विश्व एड्स दिवस पर जारी किया गया था .
सन्दर्भ
- ↑ वेबसाइट
- ↑ नि: शुल्क खेल प्रश्नोत्तरी बोलती कठपुतलीकला स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। का इतिहास स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ डीएनए – मुंबई – सामाजिक संदेश – दैनिक समाचार और विश्लेषण
- ↑ डीएनए – मुंबई – सामाजिक संदेश – दैनिक समाचार और विश्लेषण
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ जेना वॉन ओए जीवनी, प्रोफाइल, फिल्मोग्राफी, डिस्कोग्राफी और स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। अन्य
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ इंडियाज गॉट टैलेंट
- ↑ [१] स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।इंडियाज गॉट टैलेंट की मुख्य ऑडिशन की वीडियो स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ स्क्रिप्ट त्रुटि: "citation/CS1" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ वीडियो स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है। इंडियाज गॉट टैलेंट के फाइनल में स्क्रिप्ट त्रुटि: "webarchive" ऐसा कोई मॉड्यूल नहीं है।
- ↑ डिज्नी चैनल भारत बिग बड़ा बूम
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