संवर्धित उपग्रह प्रक्षेपण यान

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संवर्धित उपग्रह प्रक्षेपण यान
Augmented Satellite Launch Vehicle
संवर्धित उपग्रह प्रक्षेपण
संवर्धित उपग्रह प्रक्षेपण
कार्य छोटा प्रक्षेपण यान
निर्माता भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन [१]
मूल देश भारत [१]
आकार
ऊंचाई साँचा:convert
व्यास साँचा:convert
द्रव्यमान साँचा:convert
क्षमता
400km LEO
का पेयलोड
साँचा:convert
संबंधित रॉकेट
परिवार उपग्रह प्रक्षेपण यान(SLV),

ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान(PSLV), भूस्थिर_उपग्रह_प्रक्षेपण_यान(GSLV) भूस्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान एम.के. 3 (GSLV MK3)

लॉन्च इतिहास
वर्तमान स्थिति अवकाश प्राप्त[१]
लॉन्च स्थल सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र[१]
कुल लॉन्च 4
सफल लॉन्च 1
असफल परीक्षण 2
आंशिक असफल परीक्षण 1
प्रथम उड़ान 24 मार्च 1987[१]
अंतिम उड़ान 4 मई 1994[१]
उल्लेखनीय पेयलोड रोहिणी (उपग्रह)
प्रथम चरण
इंजन 2 ठोस
दबाव साँचा:convert each
स्पेसिफ़िक इंपल्स 253 सेकंड
बर्न समय 49 सेकंड
ईंधन ठोस
द्वितीय चरण
इंजन 1 ठोस
दबाव साँचा:convert
स्पेसिफ़िक इंपल्स 259 सेकंड
बर्न समय 45 सेकंड
ईंधन ठोस
तीसरा चरण
इंजन 1 ठोस
दबाव साँचा:convert
स्पेसिफ़िक इंपल्स 276 सेकंड
बर्न समय 36 सेकंड
ईंधन ठोस
चौथा चरण
इंजन 1 ठोस
दबाव साँचा:convert
स्पेसिफ़िक इंपल्स 277 सेकंड
बर्न समय 45 सेकंड
ईंधन ठोस
पांचवां चरण
इंजन 1 ठोस
दबाव साँचा:convert
स्पेसिफ़िक इंपल्स 281 सेकंड
बर्न समय 33 सेकंड
ईंधन ठोस

संवर्धित उपग्रह प्रक्षेपण यान (Augmented Satellite Launch Vehicle) भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा विकसित एक पांच चरण ठोस ईंधन रॉकेट था। यह पृथ्वी की निचली कक्ष में 150 किलो के उपग्रहों स्थापित करने में सक्षम था।[२] इस परियोजना को भू-स्थिर कक्षा में पेलोड के लिए आवश्यक प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए 1980 के दशक के दौरान भारत द्वारा शुरू किया गया था।[३][४] इसका डिजाइन उपग्रह प्रक्षेपण यान पर आधारित था [५]

इन्हें भी देखें

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सन्दर्भ

  1. साँचा:cite web
  2. साँचा:cite web
  3. साँचा:cite web
  4. साँचा:cite news
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