संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र
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मुख्यालय | मैनहैटन टापू, न्यूयॉर्क शहर, न्यूयॉर्क राज्य, संयुक्त राज्य |
सदस्य वर्ग | 193 सदस्य देश |
अधिकारी भाषाएं | अरबी, चीनी, अंग्रेज़ी, फ़्रांसीसी, रूसी, स्पेनी |
अध्यक्ष | {{{अध्यक्ष}}} |
जालस्थल | http://www.un.org |
संयुक्त राष्ट्र अधिकारपत्र (United Nations Charter) वह पत्र है जिसपर 50 देशों के हस्ताक्षर द्वारा संयुक्त राष्ट्र स्थापित हुआ। अक्सर इस पत्र को संविधान माना जाता है, पर वास्तव में यह एक संधि है। इस पर अावश्यक 50 हस्ताक्षर 26 जून 1945 को हुए, पर संयुक्त राष्ट्र वास्तव में 24 अक्टूबर 1945 को स्थापित हुआ जब पांच मुख्य संस्थापक देशों (चीन गणराज्य, फ़्रांस, संयुक्त राज्य, यूनाइटेड किंगडम और सोवियत संघ) ने इस पत्र को स्वीकृत किया।
अधिकारपत्र का संगठन
इस अधिकारपत्र का संगठन कुछ-कुछ संयुक्त राज्य के संविधान जैसा है। पत्र का प्रारंभ एक प्रस्तावना से होता है। बाकी का पत्र अध्यायों में विभाजित है।
अध्याय 1 : संयुक्त राष्ट्र के उद्देश्यों का अर्पण। इनमें से दो अहम अद्दुश्य है अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा।
अध्याय 2 : संयुक्त राष्ट्र के सदस्य बनने की कसौटियों का अर्पण।
अध्याय 3 से 15 : संयुक्त राष्ट्र के अलग-अलग अंगों और संस्थाओं तथा उनके अधिकारों का विवरण।
अध्याय 16 एवं 17 : संयुक्त राष्ट्र की स्थापना के पहले के अंतर्राष्ट्रीय कनूनों का संयुक्त राष्ट्र के साथ जोड़ने की प्रक्रिया।
अध्याय 18 से 19 : इस अधिकारपत्र के संशोधन और दृढ़ीकरण की प्रक्रियाएं।
इनमें से कुछ अहम अध्याय :
अध्याय 6 : सुरक्षा परिषद का अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों को जांचने और सुलझाने का अधिकार।
अध्याय 7 : संघर्षों को सुलझाने के लिए सुरक्षा परिषद की आर्थिक, राजनयिक और सामरिक योग्यताएं।
अध्याय 9 एवं 10 : आर्थिक और सामाजिक सहयोग में संयुक्त राष्ट्र का अधिकार और इस अधिकार का प्रबंध करने वाली आर्थिक एवं सामाजिक परिषद का विवरण।
अध्याय 12 एवं 13 : उपनिवेशों को स्वतंत्र करने का प्रबंध।
अध्याय 14 : अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय के अधिकार।
अध्याय 15 : सचिवालय के अधिकार।
बाहरी कड़ियाँ
- संयुक्त राष्ट्र का अधिकारपत्र
- अन्तरराष्ट्रीय न्यायालय की संविधिसाँचा:category handlerसाँचा:main otherसाँचा:main other[dead link]